Happy Teacher's Day 2022: टीचर के ट्रांसफर पर फूट-फूटकर रोए बच्चे, बोले- हमें छोड़कर मत जाओ मैम

Happy Teacher's Day 2022: हमारे शिक्षक हम सभी की जिंदगी में बहुत ही अहम किरदार निभाते हैं, हमारी जिंदगी में सबसे पहली और हमेशा साथ रहने वाली शिक्षक हमारी मां होती है। जो जिंदगी के हर मोड़ पर हमारे साथ खड़ी रहती है और अगर कभी हम किसी मुश्किल से हार मां रहे होते हैं तो वह हमारी ढाल बनकर हमारे साथ खड़ी होती है। हमारी भारतीय संस्कृति में गुरुओं को भगवान से भी ऊपर का दर्जा दिया गया है, हमारे शिक्षक हमे अच्छा हुए सच्चा इंसान बनाते हैं। वह हमे ज्ञान का प्रसाद देने के साथ ही हमे जिंदगी को जीने का तजुर्बा और नजरिया भी सिखाते हैं। एक इंसान अपने जनम लेने के साथ से अपनी आखिरी सांस तक कुछ न कुछ सीखता ही रहता है, उसके इस सीखने की राह में इंसान को बहुत से गुरुओं का साथ मिलता है। आज टीचर्स डे के दिन हम आपको एक दिल को छू जाने वाली खबर के बारे में बताएंगे यह खबर राजस्थान के टोंक जिले के एक (Children Cried Over Teacher's Transfer) सरकारी स्कूल की है।
फेवरेट टीचर की विदाई पर फूट-फूटकर रोने लगे बच्चे
इस सरकारी स्कूल में हमे शिक्षक और बच्चों के बीच के अटूट प्यार का रिश्ता देखने को मिला है, दरअसल देवली ब्लॉक के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की एक शिक्षिका की विदाई पर पुरे स्कूलकी आंखों में आंसू आ गए, सभी बच्चे अपनी फेवरेट मैम के चले जाने के दुख में फूट-फूटकर रोने लग गए। बच्चों को इस तरह रोता देखकर शिक्षिका भी अपने आंसू रोक नहीं पाई और उन्हें गले लगाकर रोने लग गई। बता दें कि शिक्षिका गरिमा कंवरिया का चांदसिंहपुरा विद्यालय से बीकानेर तबादला हो गया है। विद्यालय में विदाई समारोह का आयोजन किया गया। छात्र- छात्राएं अपनी मैम से बिछड़ने के कारण रोने लगे। बच्चों का यह प्यार देखकर शिक्षिका गरिमा भी छात्राओं से लिपटकर रोने लगी। शिक्षिका गरिमा ने बताया कि वो पिछले चार साल से इसी विद्यालय में कार्यरत थीं। भावुक होते हुए शिक्षिका ने कहा कि यहां के शिक्षक साथियों और विद्यार्थियों को में कभी भूल नही पाउंगी, यह सब मेरे लिए बहुत स्पेशल है।
प्रिंसिपल से लेकर बच्चों तक सभी के दिल में बनाई जगह
स्कूल के प्रिंसिपल ने शिक्षिका गरिमा कि तारीफ करते हुए कहा कि टीचर का रिजल्ट चारों वर्षो में शत-प्रतिशत रहा है। उन्होंने अपने काम को लेकर कभी भी किसी तरह की लापरवाही नहीं की है। गरिमा अंग्रेजी विषय की अध्यापिका के पद पर कार्यरत थी और स्कूल में पढ़ने वाले सभी बच्चों से बहुत प्यार करती थीं। वहीं स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं ने अपनी टीचर की तारीफ करते हुए कहा कि हमारा सौभाग्य है, जो हमें गरिमा मैम जैसी शिक्षिका से पढ़ने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि मैम हमारे साथ बहुत अच्छा व्यवहार करती थीं, विद्यालय के अन्य शिक्षकों ने बताया कि स्कूलों में बहुत से शिक्षक आते हैं और चले जाते हैं लेकिन बच्चों के दिलों में इस तरह जगह हर कोई नहीं बना पाता है।
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