Happy Women's Day: इस महिला दिवस खुद से करें एक वादा, इन टिप्स के जरिए बनें सबल और सशक्त

Happy Womens Day: इस महिला दिवस खुद से करें एक वादा, इन टिप्स के जरिए बनें सबल और सशक्त
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Happy Women's Day 2022: महिला सशक्तिकरण के प्रयासों को बल मिले, इसलिए हर वर्ष महिला दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर बड़े-बड़े सेमिनार्स होते हैं, सरकारें ऐसे कदम भी उठाती हैं, जिससे महिलाओं की स्थिति में बदलाव आए, वे सशक्त बनें। लेकिन महिलाएं सही मायनों में तब सशक्त होंगी, जब वे स्वयं के व्यवहार में कुछ जरूरी बदलाव लाएंगी।

Happy Women's Day: इस साल महिला दिवस (Women's Day) की थीम है 'स्थायी कल के लिए आज लैंगिक समानता'(Gender Equality Today for a Sustainable Tomorrow)। इस थीम का उद्देश्य है कि अगर हम चाहते हैं कि हमारी दुनिया और देश का भविष्य बेहतर, स्थायी हो तो हमें आज से ही लैंगिक समानता (Gender Equality) पर काम करना होगा। इसके लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे। लेकिन आधी आबादी को लैंगिक समानता के लिए संघर्ष करने के साथ ही स्वयं में भी ऐसे बदलाव लाने होंगे, जिससे वह सबल- सशक्त (Strong-Stable) बनें। सबल बनकर ही वह अपने संघर्ष में सफल हो सकती है। खुद को सबल बनाने के लिए सबसे पहले महिलाओं को अपने व्यवहार, व्यक्तित्व में कुछ बातों को महत्व देना होगा। ये बातें कौन-सी हैं, जानिए।

बनें मुखर (Be Outspoken)

आज एक तरफ महिलाएं हर क्षेत्र में अपने लिए जगह बना रही हैं, अपनी अलग पहचान बना रही हैं। वहीं दूसरी तरफ आधी आबादी का एक बड़ा तबका ऐसा भी है, जो अपनी बात को आसानी से अपने परिवेश या लोगों के बीच नहीं रख पाता है। कई बार तो पढ़ी-लिखी महिलाएं भी गलत बात का विरोध नहीं कर पातीं। ऐसा होना सही नहीं है। अमेरिकन राइटर, फेमिनिस्ट ऑड्रे लॉर्डे का एक कथन है, 'आपकी चुप्पी आपकी रक्षा नहीं करेगी।' ऐसा इसलिए क्योंकि किसी गलत बात पर चुप रह जाने से आपको कमजोर समझ लिया जाता है। इसलिए जरूरी है कि अपने साथ या किसी दूसरी महिला के साथ होने वाली गलत बात का विरोध करें। गलत बातों, बुरे व्यवहार को लेकर मुखर बनें, उसका विरोध करें। ऐसा करने पर ही आप एक सशक्त, सबल महिला बन पाएंगी।

खुद को करें साबित (Prove Yourself)

सबल, सशक्त बनने के लिए मुखरता का होना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है क्षमतावान होना भी। मुखरता और क्षमता का मेल, आपके व्यक्तित्व में होगा तो आपके आगे बढ़ने की राह को कोई नहीं रोक पाएगा। अगर आप किसी पद या स्थान के योग्य हैं तो अपने काम से इस बात को साबित कीजिए। उस पद को संभालने की हर काबिलियत खुद में लाइए। जब आप ऐसा करके सबको दिखाएंगी तो कोई भी आपको समान अवसर से वंचित नहीं रख पाएगा। इसलिए खुद को हर तरह से क्षमतावान बनाइए, अपने काम में कुशल-निपुण बनिए।

श्रेय लेना भी सीखें ( Learn To Take Credits)

अगर आपने अपने कार्यक्षेत्र या सामजिक परिवेश में अपनी क्षमता का परिचय दिया है। अपने काम को सफलतापूर्वक किया है तो यह जरूरी है कि इस बात का श्रेय भी आप ही लें। ऐसा ना हो कि काम आप करें और श्रेय दूसरा ले जाए। अकसर ऐसा देखा जाता है कि महिलाएं अपनी सफलता का श्रेय लेने में झिझकती हैं। ऐसा करना सबल, सशक्त बनने की राह में एक बाधा है। आप किसी सफलता की वैसे ही हकदार हैं, जैसे कोई पुरुष अपनी सफलता का हकदार होता है।

दूसरी महिलाओं को सपोर्ट करें (Support Other Women)

महिलाएं तब अधिक सबल, सशक्त बनती हैं, जब वे दूसरी महिलाओं को भी संबल देती हैं। उनकी आगे बढ़ने में मदद करती हैं। इस तरह आधी आबादी अपनी लैंगिक समानता की लड़ाई को अधिक ताकत से लड़ सकेंगी। यही ताकत आगे चलकर समाज में भी बदलाव लाएगी। महिलाओं की इसी संगठित शक्ति के बारे में लेबनानी दार्शनिक, राजनेता चार्ल्स हबीब मलिक का कथन है, 'समाज को बदलने का सबसे तेज तरीका है, दुनिया की महिलाओं को संगठित करना।' इसलिए जब भी आपको मौका मिले,अपने आस-पास की दूसरी महिलाओं की मदद कीजिए। उनका संबल बनिए, आगे बढ़ने में उन्हें पूरा सहयोग दीजिए।

लेखक- उमा (Uma)

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