Hariyali Teej 2021 : हरियाली तीज पर ही बहुत खास माना जाता है घेवर, जानें इसके सावन में बनाये जाने की वजह

Hariyali Teej 2021 : हरियाली तीज पर ही बहुत खास माना जाता है घेवर, जानें इसके सावन में बनाये जाने की वजह
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इस साल हरियाली तीज 11 अगस्त को सेलिब्रेट की जाएगी। तीज का त्यौहार विवाहित जोड़ों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। मान्यता है कि हरियाली तीज के दिन ही मां पार्वती ने भगवान शिव के साथ पुनर्मिलन किया था। इसके बाद से यह दिन त्यौहार के रूप में मनाया जाने लगा है। उत्तरी और पश्चिमी भारत के महिलाएं अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र और परिवार की सलामती के लिए प्रार्थना करती है। हरियाली तीज पर एक चीज और खास होती है और वो है घेवर। सावन में घेवर एक प्रमुख मिठाई है, बड़े चाव से खाया जाता है और अब तो घेवर कई फ्लेवर्स में आ गया है। जो इसके स्वाद को और ज्यादा बढ़ा देता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि सावन में घेवर ही ज्यादा क्यों खाया जाता है।

Hariyali Teej 2021 : इस साल हरियाली तीज (Hariyali Teej) 11 अगस्त को सेलिब्रेट की जाएगी। तीज का त्यौहार विवाहित जोड़ों के लिए काफी महत्वपूर्ण है। मान्यता है कि हरियाली तीज के दिन ही मां पार्वती ने भगवान शिव के साथ पुनर्मिलन किया था। इसके बाद से यह दिन त्यौहार के रूप में मनाया जाने लगा है। उत्तरी और पश्चिमी भारत के महिलाएं अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र और परिवार की सलामती के लिए प्रार्थना करती है। हरियाली तीज पर एक चीज बहुत खास होती है और वो है घेवर। सावन में घेवर (Ghevar) एक प्रमुख मिठाई है, बड़े चाव से खाया जाता है और अब तो घेवर कई फ्लेवर्स में आ गया है। जो इसके स्वाद को और ज्यादा बढ़ा देता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि सावन में घेवर (Ghevar) ही ज्यादा क्यों खाया जाता है।

दरअसल, घेवर राजस्थान की एक लोकप्रिय मिठाई है, जो मानसून के मौसम में बनाई जाती है। ऐसा कहा जाता है कि हवा में नमी की मात्रा मिठाई को बनाने में मदद करती है, यही वजह है कि रक्षाबंधन और तीज जैसे त्योहारों के दौरान इसका सेवन और ज्यादा बढ़ जाता है। घेवर को शुद्ध देसी घी में मैदा के घोल को भूनकर बनाया जाता है और इसे बनाने में अनोखी तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। जब घेवर सख्त हो जाता है तो इसे चाशनी में डुबोया जाता है और कटे हुए मेवा और केसर के धागे से इसे सजाया जाता है। कुछ मामलों में, घेवर को सिल्वर फॉइल या वर्क से भी सजाया जाता है। आज बाजार में घेवर के कई वैरायटी उपलब्ध हैं, जिनमें आम या चॉकलेट जैसे स्वाद वाले घेवर शामिल हैं। मावा और मलाई घेवर भी एक विविधता है जो मिठाई-प्रेमियों के बीच बेहद लोकप्रिय है।

1-सिंपल घेवर (Simple Ghevar) : यह घेवर बेहद सिंपल होता है, इसे शुद्ध देसी घी में मैदा के घोल को भूनकर बनाया जाता है। लेकिन यह खाने में काफी स्वादिष्ट लगता है।

2-मलाई घेवर (Malai Ghevar): मलाई घेवर खाने में बेहद स्वादिष्ट होता है। इसे स्वादिष्ट बनाता है एक लेयर पर डाली गई मलाई और खोया। जब घेवर की एक परत मलाई या खोए को डाला जाता है तो इसका स्वाद काफी बढ़ जाता है। इसके साथ ही पर इलायची का पाउडर और कई तरह के मेवे में डाले जाते हैं।

3-रबड़ी घेवर (Rabri Ghevar) :जैसा की नाम से ही पता चल रहा है कि घेवर में रबड़ी की तरह बनाया जाता है। दरअसल, घेवर की एक लेयर पर रबड़ी का इस्तेमाल किया जाता है। जो इसके स्वाद को बढ़ा देता है।

4-चॉकलेट घेवर (Choclate Ghevar) : घेवर का स्वाद बढ़ाने के लिए उसके अलग-अलग फ्लेवर बनाए जाते हैं। जिन लोगों को चॉकलेट्स ज्यादा पसंद होती है तो वो चॉकलेट घेवर ज्यादा पसंद करते हैं

5-ड्राई फ्रूट घेवर (Dry Fruit Ghevar) : ड्राई फ्रूट घेवर का अपना अलग ही स्वाद होता है। घेवर को बनाने में ड्राई फ्रूट घेवर का भी इस्तेमाल किया जाता है।

6- बिहारी घेवर (Bihari Ghevar) : जी हां, आप बिल्कुल सही पढ़ रहे हैं, बिहारी घेवर भी बोता है। यह घेवर काफी खास होता है। जैसा की नाम से ही पता चलता है कि यह घेवर जलेबी और घेवर जैसा लगता है।

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