Honey Bee Sting: मधुमक्खी के काटने को न करें इग्नोर, वरना गंवा देंगे जान

Honey Bee Sting: मधुमक्खी का काटना (Honey Bee Bite) बहुत आम बात है। हम में से बहुत से लोगों को जीवन में मधुमक्खियां काट भी चुकी होंगी। मधुमक्खी के काटने से बहुत तेज दर्द होता है और फिर उस जगह पर सूजन होने लगती है। एक या दो मधुमक्खियां काट लें, तो हम उसका कुछ घरेलू उपचार बहुत आसानी से कर लेते हैं। मधुमक्खी का डंक निकाल देते हैं, इससे कुछ समय बाद आराम भी होने लगता है, लेकिन कई बार कुछ लोगों के साथ ऐसी भी घटना हो जाती है, जहां मधुमक्खियों का हमला हो जाता है और कई केस में कुछ लोगों के लिए यह जानलेवा भी साबित होता है। तो आइए जानते हैं एक्सपर्ट्स के अनुसार, ऐसा क्यों होता है और कौन से लक्षण जिसके दिखने पर हॉस्पिटल जाना अवश्य हो जाता है।
क्या मधुमक्खियों के काटने से जान जाने का खतरा होता है
मधुमक्खी के जहर में फॉर्मिक एसिड के साथ-साथ कई सारे केमिकल मौजूद होते हैं।
फॉर्मिक एसिड की वजह से बॉडी में सूजन होने लगती है।
जहां मधुमक्खी ने काटा होता है, यदि वह डंक अंदर रह जाए तो सूजन और ज्यादा होने लगती है।
इसके अलावा डंक लगी हुई जगह पर खून भी पतला होने लगता है।
यदि यह लक्षण केवल स्किन पर नजर आए, तो डरने की जरूरत नहीं है।
लेकिन जब बॉडी के अंदर के अंग भी प्रभावित होने लगे, तब परिस्थिति गंभीर है।
इस गंभीर स्थिति का पहला लक्षण सांस की नली के म्यूकस मेम्ब्रेन में सूजन आना होता है।
इस परिस्थिति को एनाफिलेक्सिस (Anaphylaxis) कहते हैं।
ऐसे में मरीज का एनाफलेटिक शॉक में जाने की संभावना होती है, जो जानलेवा हो सकती है।
उपचार
जहां मधुमक्खी ने काटा हो, अगर वहां डंक नजर आए तो उसे निकाल दें।
इंफेक्शन को फैलने से रोकने के लिए, उस जगह को साबुन से अच्छी तरह से धोएं।
फिर फर्स्ट ऐड करें, ऐसे में बर्फ या ठंडे पानी से सिकाई करें।
ठंडी सिकाई करने से जहर की वजह से जो खून पतला हो गया है, वो गाढ़ा हो जाएगा और जहर का असर भी कम हो जाएगा।
साथ ही सूजन कम करने वाली कोई भी एंटी इंफ्लेमेटरी क्रीम लगा लें।
यदि क्रीम ना हो, तो बेकिंग सोडा को पानी में मिक्स करके डंक वाली जगह पर लगाएं।
बेकिंग सोडा ऐसी चीज है, जो मधुमक्खी के जहरीले एसिड का असर खत्म करता है।
इसके अलावा शहद या सेब का सिरका भी डंक वाली जगह पर लगा सकते हैं।
यदि ऐसा लगे कि लक्षण बढ़ते जा रहे हैं, सांस लेने में दिक्कत अधिक हो।
बॉडी और फेस पर सूजन आने लगे, जहर से बुखार और कपकपाहट भी हो सकती है।
ऐसा स्थिति में डॉक्टर के पास जाना चाहिए, क्योंकि यह गंभीर लक्षण हैं।
डॉक्टर स्टेरॉयड और एपिनेफ्रीन (Epinephrine) से इसका इलाज करते हैं।
यदि बहुत ज्यादा मधुमक्खियां काट लें, तो एनाफिलेक्सिस होने की संभावना होती है।
एनाफिलेक्सिस होने पर शरीर के अंग काम करना बंद कर देते हैं और यह जानलेवा हो सकता है।
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Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है। इन तरीकों और सुझावों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
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