छोटी सी जामुन के है इतने फायदे, जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान

छोटी सी जामुन के है इतने फायदे, जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान
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रिमझिम फुहारों के इस मौसम में कुछ ऐसे फल (Fruits) मिलते हैं, जो स्वादिष्ट होने के साथ ही स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होते हैं। इन्हीं में से एक है-जामुन (Java Plum) । बैंगनी रंग वाले जामुन को राजमन, काला जामुन, जमाली, ब्लैकबेरी आदि नामों से भी जाना जाता है।

रिमझिम फुहारों के इस मौसम में कुछ ऐसे फल (Fruits) मिलते हैं, जो स्वादिष्ट होने के साथ ही स्वास्थ्य के लिए भी बहुत ही लाभकारी होते हैं। इन्हीं में से एक है-जामुन (Java Plum)। बैंगनी रंग वाले जामुन को राजमन, काला जामुन, जमाली, ब्लैकबेरी आदि नामों से भी जाना जाता है। इसके सेवन से हाजमा सही होता है, दांत स्वस्थ होते हैं, डायबिटीज नियंत्रित रहता है, यह उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) को नियमित रखता है और कैंसर (Cancer) जैसी भयानक रोग को रोकने में भी सहायक है। इसके अतिरिक्त आंखों के लिए, त्वचा (Skin) के लिए और गुर्दे की पथरी (Kidney stone) के लिए जामुन लाभकारी है। इसके सेवन से विटामिन-सी (Vitamin-C) की कमी दूर हो जाती है। इसके पत्ते, फल, लकड़ी, छाल, जड़ सबमें औषधीय गुण होते हैं।


ऐसे करें उपयोग

-इसके पत्तों की राख बनाकर मंजन करने से मसूड़े मजबूत होते हैं, दांत चमकीले बनते हैं।

-आवाज बेसुरी हो गई हो, गला बैठ गया हो, गले में दर्द हो, छाले हों तो इसके पत्ते उबाल कर ठंडा कर गरारे करना हितकर है।

-सिरदर्द में इसका रस माथे पर मालिश करना लाभकारी है।

-असामान्य दिल की धड़कन से परेशान लोगों को इसका सेवन बहुत लाभकारी है।

-मधुमेह (Diabetes) के लिए इसकी सूखी गुठलियों को धोकर साफकर कूट-पीस छानकर चूर्ण बना लें। इसका चौथाई चम्मच चूर्ण दिन में दो बार लेने से बहुत लाभ होता है।

-बर्र, ततैया या अन्य कोई जहरीला कीड़ा, काट ले तो इसके पत्ते पानी के साथ पीसकर पिलाने और पत्तों की लुगदी काटे स्थान पर लगाने से दर्द में चैन मिलता है।

-इस मौसम में फोड़े, फुंसी होना सामान्य समस्या है। ऐसे लोगों को जामुन खाना लाभकारी है।

- बवासीर में या खूनी दस्त में जामुन का शर्बत बहुत लाभकारी है।


-मुंह मे होने वाले सफेद लाल छालों के लिए इसके पत्ते पानी में पीसकर गरारे करने से लाभ होता है।

-गुर्दे की पथरी के रोगियों के लिए जामुन बहुत लाभकारी है। इसके साथ ही मूली को धो साफकर कतरों में काट कर जामुन के सिरके में डालकर भोजन के साथ खाएं, पथरी में आराम मिलेगा, भूख बढ़ेगी, पाचन संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।

-अफीम का नशा उतारने के लिए इसके दस कच्चे पत्ते पानी में घोंटकर पिलाने से नशा उतरता है।

उक्त सभी उपाय उपचार सामान्य हैं। प्रयोग करने से पहले अपने वैद्य जी से या आयुर्वेद विशेषज्ञ से सलाह अवश्य करें। यह स्टोरी वैद्य हरिकृष्ण पांडेय 'हरीश' से बातचीत के आधार पर की गई है।

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