ज्यादा टेंशन लेना बन सकता है कई बीमारियों की जड़, कहीं आप भी तो नहीं हो रहे इनका शिकार

ज्यादा टेंशन लेना बन सकता है कई बीमारियों की जड़, कहीं आप भी तो नहीं हो रहे इनका शिकार
X
Health Tips: आजकल के इस दौर में हर इंसान हर तरफ से टेंशन से घिरा हुआ है। हर किसी को अपने अपने हिस्से की अलग टेंशन होती है। लेकिन हममें से कई लोग ऐसे होते हैं, जो कितनी भी टेंशन होनें के बावजूद रिलैक्स घूमते हैं और कई लोग ऐसे होते हैं, जो छोटी सी बात को बड़ा बना कर उसके बारे में सोच- सोचकर पूरे टाइम चिंतित रहते हैं। आज हम आपको टेंशन से होनें वाली बीमारियों के बारे में बताएंगे...

Health Tips: आजकल के इस दौर में हर इंसान चारो तरफ से टेंशन से घिरा हुआ है। हर किसी को अपने अपने हिस्से की अलग टेंशन होती है। लेकिन हममें से कई लोग ऐसे होते हैं, जो कितनी भी टेंशन होनें के बावजूद रिलैक्स घूमते हैं और कई लोग ऐसे होते हैं, जो छोटी सी बात को बड़ा बना कर उसके बारे में सोच- सोचकर पूरे टाइम चिंतित रहते हैं। कई बार हमारे पास कारण भी होते हैं, जिन्हे लेकर के चिंता हमें घेरे रहती है। लेकिन ज्यादा टेंशन लेना हमारी सेहत पर सीधा असर डालता है, और इससे हमारे शरीर में कई बीमारियां हो जाती है। आज हम आपको टेंशन से होनें वाली बीमारियों के बारे में बताएंगे...

दिल की बीमारी (Heart Diseases)

रिसर्चर ने लंबे समय से यह सस्पेक्ट किया है कि तनावग्रस्त, टाइप ए व्यक्तित्व में हाई ब्लड प्रेशर और दिल की समस्याओं का खतरा अधिक होता है। टेंशन सीधे हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है, और ब्लड प्रेशर में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स की रिलीज का कारण बनता है। डॉक्टर्स कहते हैं, कि अचानक भावनात्मक तनाव दिल के दौरे सहित गंभीर हृदय संबंधी समस्याओं के लिए एक ट्रिगर हो सकता है। जिन लोगों को पुरानी दिल की समस्याएं हैं, उन्हें ज्यादा टेंशन से बचने की जरूरत है।

अस्थमा (Asthma)

कई अध्ययनों से पता चला है कि तनाव अस्थमा को और बढ़ा सकता है। कुछ सबूत बताते हैं कि माता-पिता के पुराने टेंशन से उनके बच्चों में अस्थमा होने का खतरा भी बढ़ सकता है। एक स्टडी में ये पता लगाया गया कि माता-पिता के तनाव ने छोटे बच्चों को कैसे प्रभावित किया। इसमें छोटे बच्चे जो सीधा प्रदूषण के संपर्क में थे, प्रेग्नेंसी के दौरान स्मोकिंग करने वाली महिलाओं को और चिंता ग्रस्त माता पिता को शामिल किया गया। जिसमें तनावग्रस्त माता-पिता वाले बच्चों में अस्थमा विकसित होने का जोखिम काफी अधिक था।

मोटापा (Obesity)

पेट पर जमा हुआ फैट, पैरों या कूल्हों पर जमें फैट से कहीं ज्यादा स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों को पैदा करता है। टेंशन के कारण पेट पर ही फैट जमा होता है। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि टेंशन के कारण हमारे शरीर में हार्मोन कोर्टिसोल की मात्र बढ़ जाती है, जिससे पेट पर फैट जमने लगता है।

गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं (Gastro-Intestinal Problems)

टेंशन से हमारी गैस्‍ट्रोइंटेस्‍टाइनल ट्रैक पर निगेटिव असर पड़ सकता है। इसके साथ ही स्ट्रेस पेट में होने वाले अल्सर को और गंभीर कर देता है। टेंशन से पेट में गड़बड़ और दर्द जैसी कई समस्या हो जाती है, जिसके लिए आप दवाइंयों पर पूरे निर्भर हो जाते हैं।

डायबिटीज (Diabetes)

टेंशन डायबिटीज को दो तरह से बुरा करता है। सबसे पहले ये खाने पीने की बुरी आदतों को बढ़ावा देता है। टेंशन में हम कुछ भी खाना पीना शुरू कर देते हैं। कई बार ज्यादा टेंशन में इंसान ज्यादा शराब का सेवन भी करने लग जाता है। दूसरा ज्यादा टेंशन हमारे शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को बढ़ा देता है, इस कारण डायबिटीज और खराब कर देता है।

Tags

Next Story