कोरोना से उबरने में लोगों योग का प्रशिक्षण दे रही हैं नवोदित योगा प्रशिक्षिका अंजलि शर्मा

कोरोना से उबरने में लोगों योग का प्रशिक्षण दे रही हैं नवोदित योगा प्रशिक्षिका अंजलि शर्मा
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अनुलोम विलोम से आपको सामान्य रूप से होने वाली सर्दी खांसी और जुकाम तक नहीं होती है और है तो वो ठीक होता है । अनुलोम विलोम को करने से श्वसन क्रिया बेहतर हो जाती है।
योग के जनक महर्षि पतंजलि नें कहा था योग विद्या से मनुष्य अपने शरीर के अंदर की ऊर्जा को जगा सकता है। । पर गुरु के बिना ज्ञान कहां? कोरोना काल में जहां कोई मरीजों को अच्छा इलाज देकर तो कोई भोजन मास्क और सेनेटाइजर बाटकर सुर्खियां बटोर रहा है तो वहीँ योगा साइंस में मास्टर की डिग्री हासिल करने वाली योग प्रशिक्षिका अंजली शर्मा कोरोना से संक्रमित लोगों और संक्रमण से बचने के लिए विशेष योगाभ्यास का प्रशिक्षण देकर चर्चे में आई हैँ। देहरादून निवासी अंजली शर्मा योग विद्या में पारंगत हैं ये दिल्ली में रहकर योग प्रशिक्षण का कार्य कर रही हैं उनका कहना है कि योग से हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। अगर आदमी नियमित योग करता है और healthy life style को follow करता है तो कोरोना जैसी बीमारी के खतरे को समाप्त किया जा सकता है।


भ्रस्त्रिका, कपाल भांति और अनुलोम विलोम कोरोना से लड़ने में हैं काफ़ी कारगर -

कोरोना का संक्रमण उन लोगों को जल्दी अपना शिकार बना सकता है, जिनकी इम्युन पावर बहुत कमजोर होती है। आमतौर पर होने वाले संक्रमण में भी अगर किसी व्यक्ति की इम्युनिटी कमजोर होती है, तो वह जल्दी बीमार हो जाता है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information (NCBI) के द्वारा किए गए एक विस्तृत शोध में यह बताया गया कि प्राणायाम के जरिए रोगप्रतिरोधक क्षमता को मजबूत किया जा सकता है। यही करण है कि बाबा अंजली के द्वारा सुझाए गए तीन प्राणायाम इम्युनिटी को मजबूत बनाकर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाए रखने में मददघर साबित होंगे।


​कपालभाति बचाएगा कोरोना वायरस के संक्रमण से

इस प्राणायाम को करने की प्रक्रिया में सांस छोड़ते हैं और लेते हैं। रोजाना करीब 5-8 मिनट तक इस प्रणायाम को करने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी और आप किसी भी प्रकार के संक्रमण से बचे रहेंगे। हां जिनको रक्तचाप ( Blood Pressure) की समस्या है वो सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया को धीमी गति से करेंगे। जिन्हें ब्लड प्रेशर नहीं है वो एक सेकेंड से 2 सेकेंड के बीच एक स्ट्रोक लगाएं।


कैसे करें :

सबसे पहले एक योग मैट (आसान )जमीन बिछा लें।

अब इस पर बैठकर सांस लीजिए और पेट पर जोर देते हुए तेजी से सांस बाहर छोड़ेंगे।


​अनुलोम विलोम से भी मजबूत होती है इम्युनिटी

अनुलोम विलोम से आपको सामान्य रूप से होने वाली सर्दी खांसी और जुकाम तक नहीं होती है और है तो वो ठीक होता है । अनुलोम विलोम को करने से श्वसन क्रिया बेहतर हो जाती है। इसके अलावा डॉक्टरी रिसर्च के मुताबिक यह भी बताया जा चुका है कि इससे आपके शरीर की इम्युनिटी काफी मजबूत होती है। अनुलोम विलोम का कोई side effect नहीं है कोई भी कर सकता है। अनुलोम विलोम से कभी भी किसी को कोई नुकसान नहीं होता है इसे करने से हर वीमारी में लाभ होता है इसी वजह से इसे योगऋषि पतंजलि नें महाप्रणायम की संज्ञा दी थी।


कैसे करें:

योग मैट या किसी भी आसन पर बैठ जाएं।

अब अपने बाएं हाथ के अंगूठे से, बायीं नाक के छिद्र को बंद करके, दायीं नाक के छिद्र से सांस लें।

अब दायीं नाक के छिद्र को अपनी एक उंगली से बंद करें और बायीं नाक के छिद्र को खोलकर, इसके जरिए सांस छोड़ें।

दूसरी ओर से भी इस प्रक्रिया को दोहराएं।

कोरोना वायरस के संक्रमण से बचे रहने के लिए इस प्राणायाम को रोज सुबह करीब 8 मिनट तक करे।


​भस्त्रिका प्राणायाम भी कोरोना को से बचने का है मज़बूत हथियार

भस्त्रिका प्राणायाम से आप कोरोना से संक्रमित होने से बचे रहेंगे। भस्त्रिका प्रणायाम को करने से शरीर की कोशिकाएं स्वस्थ बनी रहती हैं साथ ही साथ श्वसन क्रिया से जुड़ी बीमारी भी नहीं होगी। साथ ही साथ आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी विकसित होगी। इसके कारण आप कोरोना वायरस के संक्रमण से बचे रहेंगे और संक्रमण हो ज्ञान है तो भी उससे निजात मिलेगी।


भ्रस्त्रिका प्राणायाम को करने का तरीका

योग मैट कोई आसान दरी गद्दा तोशक विछाकर बैठ जाएं। प्राणायाम के नाम को जानने से पहले यह जानना और समझना जरूरी है कि यह कोरोना वायरस से कैसे बचा सकता है? दरअसल कोरोना का संक्रमण उन लोगों को जल्दी अपना शिकार बना सकता है, जिनकी इम्युन पावर बहुत कमजोर होती है। आमतौर पर होने वाले संक्रमण में भी अगर किसी व्यक्ति की इम्युनिटी कमजोर होती है, तो वह जल्दी बीमार हो जाता है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information (NCBI) के द्वारा किए गए एक विस्तृत शोध में यह बताया गया कि प्राणायाम के जरिए इम्यून सिस्टम को मजबूत किया जा सकता है। यही वजह है कि बाबा रामदेव के द्वारा सुझाए गए तीन प्राणायाम आपकी इम्युनिटी को मजबूत बनाकर आपको कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाए रखने में मदद करेंगे।


​कपालभाति से नहीं होगा कोरोना वायरस का संक्रमण

कपालभाति एक प्रचलित प्राणायाम है। इस प्राणायाम को करने की प्रक्रिया में सांस लेते हैं और छोड़ते हैं। रोजाना करीब पांच मिनट तक इस प्रणायाम को करने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी और आप किसी भी प्रकार के संक्रमण से बचे रहेंगे।


कैसे करें :

सबसे पहले एक योग मैट बिछा लें।

अब इस पर बैठ जाएं।

सांस लीजिए और पेट पर जोर देते हुए तेजी से सांस को छोड़ें।

प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने के लिए इस प्राणायाम को आप रोज सुबह और शाम को पांच मिनट तक करें।


अनुलोम विलोम से भी मजबूत होती है इम्युनिटी

अनुलोम विलोम से आपको सामान्य रूप से होने वाली सर्दी खांसी और जुकाम तक नहीं होती है। दरअसल अनुलोम विलोम प्रणायाम को करने से श्वसन क्रिया बेहतर हो जाती है। इसके अलावा डॉक्टरी रिसर्च के मुताबिक यह भी बताया जा चुका है कि इससे आपके शरीर की इम्युनिटी काफी मजबूत होती है।


कैसे करें :

एक शांत वातावरण में योग मैट या किसी भी आसन पर बैठ जाएं।

अब अपने बाएं हाथ के अंगूठे से, बायीं नाक के छिद्र को बंद करके, दायीं नाक के छिद्र से सांस लें।

अब दायीं नाक के छिद्र को अपनी एक उंगली से बंद करें और बायीं नाक के छिद्र को खोलकर, इसके जरिए सांस छोड़ें।

दूसरी ओर से भी इस प्रक्रिया को दोहराएं।


भस्त्रिका प्राणायाम भी कोरोना को रखेगा दूर

भस्त्रिका प्राणायाम के जरिए भी आप कोरोना वायरस से संक्रमित होने से बचे रहेंगे। भस्त्रिका प्रणायाम को करने से शरीर की कोशिकाएं स्वस्थ बनी रहती हैं और श्वसन क्रिया से जुड़ी कोई भी बीमारी आपको नहीं होगी। साथ ही साथ आपकी इम्युनिटी भी मजबूत रहेगी। इसके कारण आप कोरोना वायरस के संक्रमण से बचे रहेंगे भी और संक्रमण हो भी ज्ञान तो जल्द आराम मिलेगा।


भ्रस्त्रिका प्राणायाम कैसे करें

सबसे पहले किसी योग मैट पर बैठ जाएं।

अब एक गहरी सांस लें।

अब पेट पर जोर देते हुए सांस छोड़ें।

इस प्रणायाम को करीब 8 मिनट तक करें।

आप इसे सुबह और शाम दोनों समय कर सकते हैं।

प्राणायाम को आप रोजाना करें। इन प्राणायामों को करने से न केवल आप कोरोना के संक्रमण में आने से बचेंगे बल्कि भविष्य में भी आप अनेक बीमारियों से बचे रहेंगे।


आप इसे सुबह और शाम दोनों समय कर सकते हैं। लेकिन इन प्राणायामों को करने से पहले फ्रेश हो लें। इसके बाद ही प्राणायाम शुरू करें। अगर शाम को आप ये प्राणायाम कर रहे हैं तो इतना जरूर ध्यान रखें कि भोजन या शाम के नाश्ते के बाद 2-3 घंटे का गैप हो। आसान बिछाए बिना कोई प्राणायाम न करें।

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