गठिया की दवाई से होगा कोरोना वायरस का इलाज

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का प्रकोप आज पूरी दुनिया झेल रही है जिस कारण अब तक लाखों लोग अपनी जान गवां चुके हैं। वहीं इस खतरनाक वायरस से करोड़ो लोग अभी भी संक्रमित है। कोरोना वायरस का खतरा सबसे ज्यादा बुजुर्गों को है क्योंकि बढ़ती उम्र में इम्युनिटी पावर कम हो जाती है। वहीं कोरोना ऐसे लोगो के लिए तो और भी ज्यादा घातक है, जो लोग पहले से ही ह्रदय रोग,डायबिटीज, अस्थमा, आदि जैसी बीमारियों से ग्रस्त हैं। कोरोना वायरस 60 से अधिक उम्र के लोगो के लिए ज्यादा खतरनाक है जो हैं, क्योंकि इस उम्र के लोग कोरोना वायरस की चपेट में जल्दी आते है। इसी बीच एक रिसर्च से पता चला है कि गठिया के इलाज में काम आने वाली दवा कोरोना से संक्रमित बुजुर्ग मरीजों को बचा सकती है।
वैज्ञानिक दिन-रात लेब में काम कर रहे है
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिक दिन-रात लेब में काम कर रहे है और जल्द से जल्द कोरोना की वैक्सीन बनाने में लगे है। ऐसे में एक अध्ययन में सामने आया है कि गठिया के इलाज के लिए जो दवा का इस्तेमाल करते है उससे कोरोना वायरस से लड़ा जा सकता है। जिससे इस दवा के उपयोग से बुजुर्गों को संक्रमण से बचाया जा सकता है।
मरीजों को बैरीसिटनिब नाम की दवाई दी गई
मिली जानकारी के मुताबिक वायरस के खिलाफ यह एक नया हथियार होगा जो बुजुर्गों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। हाल ही में हुए एक शोध के दौरान 81 साल की उम्र के 83 मरीजों को बैरीसिटनिब नाम की दवाई दी गई थी। ये रोगी मध्यम से गंभीर कोरोना वायरस से संक्रमित थे। वहीं रिसर्च से पता चला है कि जिन मरीजों को यह दवा दी गई उनमें दूसरे मरीजों की तुलना में मौत का खतरा 71 फीसद कम देखा गया।
Also Read: Coronavirus News: साइंटिस्ट ने बताया कब खत्म होगा कोराना वायरस
वहीं हालातों को देखते हुए बुजुर्गों को सलाह है कि वे घर पर ही रहें। कम से कम ही घर से बाहर निकलें। वहीं अगर जरूरी काम से बाहर जाना पड़ रहा है तो मास्क और सोशल डिस्टेंस का पालन करना चाहिए साथ ही इम्युनिटी पावर भी बढ़ानी चाहिए।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS