बैक्टीरिया-वायरस इन जगहों पर होते हैं सबसे ज्यादा, हाइजीन से रह सकते हैं दूर

वायरस या बैक्टीरिया का नाम सुनते ही दिल की धड़कनें बढ़ जाती हैं और हम इनसे बचने की हर संभव कोशिश करते हैं। लेकिन इनसे बचना काफी मुश्किल है क्योंकि हमारे चारों ओर करोड़ों बैक्टीरिया और तरह-तरह के वायरस विचरण करते हैं। आइए जानते हैं, ये सबसे ज्यादा कहां छिपे रहते हैं और नुकसानदायक हो सकते हैं ताकि इनसे सावधान रह सकें।
पब्लिक हॉट स्पॉट: एटीएम मशीनों के टच स्क्रीन, इनके की पैड, बसों के हैंडल, ग्रोसरी शॉप के कैलकुलेटर आदि सार्वजनिक टच स्पॉट्स पर सैंकड़ों लोगों के हाथों का स्पर्श होता है। इन दिनों जबकि कोरोना वायरस का डर है, किसी भी ऐसे स्पॉट को स्पर्श करने के बाद हाथों को सैनीटाइज जरूर करें। ब्रिटेन के शोधकर्ता ने एक अध्ययन में पाया कि ऐसे 95 फीसदी स्पॉट्स पर स्टेफीलोकोकस बैक्टीरिया का साम्राज्य होता है। बेहतर होगा, घर में घुसते ही हाथ अच्छी तरह धोकर सुखाएं तभी उन हाथों से खान-पान करें।
शॉपिंग कार्ट/बास्केट: किसी भी सब्जी या फलों की ठेली पर या शॉपिंग सेंटर में सैंकड़ों लोग जाते हैं। कौन कोविड से संक्रमित है और कौन नहीं, यह कहना मुश्किल है। ऐसे में सामान छांटकर रखने वाली बास्केट और कार्ट आदि पर स्पर्श सबसे ज्यादा होता है। अमेरिका में हुए एक अध्ययन में पाया गया कि मॉल में उपलब्ध 70 फीसदी शॉपिंग कार्ट्स में ई. कोलाई या दूसरे हानिकारक बैक्टीरिया मौजूद थे। यूनिवर्सिटी ऑफ एरीजोना के माइक्रोबॉयोलॉजिस्ट चुक गर्बा के अनुसार, 'किसी वस्तु का पैकेट लीक हो सकता है, कोई अपने हाथ वहीं रख सकता है या बच्चों को लोग कार्ट्स में बैठा देते हैं, तो बैक्टीरिया या वायरस सीधे आपके संपर्क में आते हैं। इससे बचें।'
किचेन का पोंछा-स्पंज: एक स्टडी से पता चला है कि टॉयलेट टॉवेल से भी ज्यादा बैक्टीरिया बर्तन साफ करने वाले स्पंज में होते हैं। इसी तरह रसोई में मौजूद सब्जी आदि काटने वाला चोपिंग बोर्ड, पोंछने वाले कपड़े में भी मेथीसिलीन रेजिस्टेंट स्टेफाइलोकोकस जैसे बैक्टीरिया होते हैं। इन्हें नियमित रुप से उबलते पानी में डिटर्जेंट से साफ करना जरूरी है।
टीवी रिमोट, नल, डोर हैंडल: फ्रिज का हैंडल, बाथरुम का नल, दरवाजों के हैंडल, टीवी का रिमोट और कंप्यूटर के कीबोर्ड पर बैक्टीरिया की भरमार होती है। यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया के स्पेशलिस्ट एवं शोधकर्ता डॉ. बर्गिट विंथर इन्हें नियमित रुप से डिसइंफेक्टिव से साफ करते रहने की सलाह देते हैं।
टूथब्रश होल्डर, किचेन सिंक: किचेन का प्लेटफॉर्म, सिंक आदि बैक्टीरिया का प्रिय अड्डा होते हैं। इन्हें नियमित रुप से चार कप पानी और एक बड़ा चम्मच ब्लीच मिलाकर ऐसे मिश्रण से साफ करना चाहिए। टूथब्रश होल्डर को गर्म पानी और डिटर्जेंट या साबुन से धोना चाहिए फिर इसे किसी डिसइंफेक्टिव से पोंछना चाहिए।
हाथों की सफाई बेहद जरूरी
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने किसी भी प्रकार के इंफेक्शन से बचने के लिए जो सबसे आसान तरीका बताया है, वह है हाथों की समुचित सफाई। दी लांसेट पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक अगर हम नियमित हाथों की सफाई करते हैं तो डायरिया का जोखिम 50 फीसदी और रेस्पिरेट्री ट्रैक्ट इनफेक्शंस का जोखिम 45 फीसदी तक कम कर सकते हैं। इसी तरह तमाम दूसरे संक्रमणों से भी बचाव कर सकते हैं। लेकिन हाथों को कम से कम 20 सेकेंड तक सही तरीके से धोना जरूरी है।
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