पूजा अर्चना ही नहीं जुखाम में भी काम आता है पान का पता, एक बार में हो जाता है इलाज

मौसम के करवट लेने पर अक्सर बच्चे हो या बड़े खांसी और जुखाम की चपेट में आ ही जाते हैं। इतना ही नहीं जुखाम में दवाई लेना भी नुकसान दायक होता है। इसकी जगह आप आयुर्वेदिक नुस्खें अपना सकते हैं। आयुर्वेद की मानें तो जुखाम छोटे को हो या बड़े को पूजा में काम आने वाला पान का पता इसका रामबाण इलाज है। इसकी वजह पान के पत्ते में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयोडीन, टैनिक और मिनरल्स होते हैं।
जुखाम-खांसी में ऐसे करें इस्तेमाल
सर्दी-जुखाम में पान के पत्ते का इस्तेमाल आयुर्वेदिक इलाज के रूप में किया जा सकता है। इसके लिए पहले हल्दी का टुकड़ा लेकर हल्का गरम करके पान के पत्ते में डाल लें। जिसे खाने से खांसी और जुखाम से रामबाण इलाज होता है।
बच्चों की सीने पर रखने से ही लग जाएगा आराम
इतना ही नहीं तेज खांसी और जुखाम में पान के पत्ते में अजवाइन व मुलैठी का टुकड़ा डालकर खा सकते हैं। वही बच्चों को सर्दी-जुखाम में एक पत्ते पर हल्का गर्म सरसों का तेल लगाकर बच्चों के सीने पर रखने से आराम मिलता है। साथ ही ज्यादा सर्दी और खांसी होने पर 2-3 पत्तों के रस में शहद मिलाकर दिन में दो बार देने से बहुत ज्यादा लाभ होता है, वैद्य बताते है कि बच्चों को आधा चम्मच रस ही दें। अन्यथा इसकी मात्रा ज्यादा होने पर बच्चों को नुकसान हो सकता है।
यह लोग पान के पत्ते का किसी भी बीमारी में न करें इस्तेमाल
अगर किसी को टीबी, पित्त की समस्या, नकसीर, गले व त्वचा में रूखापन और आंखों से जुड़ी कोई भी समस्या या बेहोशी जैसी बीमारियां है तो ऐसे लोग कोई भी बीमारी होने पर पान के पत्तों का सेवन बिल्कुल न करें। इसकी वजह इन बीमारियों से पीडित लोगों को इससे नुकसान होना है
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