कोरोना वायरस संक्रमण को बिना लक्षणों के ऐसे पहचानें, लापरवाही हो सकती है खतरनाक

कोरोना वायरस संक्रमण को बिना लक्षणों के ऐसे पहचानें, लापरवाही हो सकती है खतरनाक
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कोरोना संक्रमण के कुछ लक्षणों, जैसे-बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ के बारे में शुरुआत से ही बताया जा रहा है। लेकिन बहुत से ऐसे रोगी भी पाए जा रहे हैं, जिनमें इसके संक्रमण का कोई लक्षण नहीं दिखता। इसे एसिंपटोमेटिक कोरोना संक्रमण कहा जा रहा है। डॉक्टर्स के अनुसार इसमें लापरवाही बरतने पर यह ज्यादा खतरनाक हो सकता है।

कोरोना संक्रमण की महामारी की चपेट में पूरी दुनिया है। शुरुआती दौर में इसके संक्रमण को फैलने से रोकने और इसके लक्षणों के आधार पर पहचान की बात की गई थी ताकि सभी लोग उसी अनुसार जांच और बचाव के लिए खुद को तैयार करें। लेकिन अब स्थितियां बदल गई हैं, क्योंकि अब चुनौतियां भी अधिक कठिन हो गई हैं।-

पहले जैसा कि इसके लक्षणों में सूखी खांसी, बुखार और गंभीर मामलों में सांस लेने में तकलीफ आदि बताया गया लेकिन नए मामलों में यह भी देखा गया है कि कोई भी लक्षण दिखाई न देना, इस बात का संकेत नहीं है कि व्यक्ति संक्रमण रहित होगा।

स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से भी कहा गया कि बिना लक्षणों वाले संक्रमित रोगी भी सामने आ रहे हैं। ऐसे में सचेत रहना ही पहली सावधानी है और हमें हर तरह से तैयार रहने की जरूरत है।

समझें अपनी जिम्मेदारी

बसे पहले यह समझना होगा कि कोरोना के कोई भी लक्षण न दिखाई देना ज्यादा खतरे की बात है क्योंकि भले ही व्यक्ति एक सामान्य जीवन जी रहा है लेकिन वह एक घातक रोग का संवाहक तो है ही। इसलिए ऐसे केस में यदि व्यक्ति जानता है कि वह संक्रमित है और पूरी तरह से सामान्य जीवन जीने लायक है तो अपने आप को स्वस्थ मान कर न चले। इसलिए यदि ऐसे व्यक्ति को अपने संक्रमण की जानकारी है तो तुरंत अपने प्रशासन को खबर करके अपने आप को पूरी तरह से ठीक हो जाने तक क्वारंटीन में रहे।

कैसे मानें खुद को संदिग्ध

अब चूंकि बता दिया गया है कि कोरोना कई मामलों में लक्षण रहित भी होता है तो ऐसे में घबराने के बजाय विवेक से काम लें। चूंकि इससे संक्रमित होने का मूल कारण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संक्रमण का फैलना है इसलिए कुछ बातों पर गौर करें-

- क्या लॉकडाउन से एक महीना पहले से लेकर अब तक के समय किसी विदेश यात्रा या देश में ही कोई हवाई यात्रा या ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आने की आपकी कोई हिस्ट्री रही है?

-बताई गई सावधानियों को न बरतते हुए किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आना, या किसी ऐसे संदिग्ध मरीज के संपर्क में आना।

-बिना किसी सावधानी के संक्रमण के जोखिम वाली जगह पर जाना जैसी कोई हिस्ट्री है, तो बहुत मुमकिन है कि लक्षण न दिखाई देने पर भी आप संक्रमित हों। ऐसे में बिना किसी हिचक के जांच के लिए जाना चाहिए और सभी हिदायतों का पालन करना चाहिए।

मरीजों का इलाज

कोरोना संक्रमण से गंभीर रूप से प्रभावित होने वाले ऐसे मरीज, जिनको सांस लेने में परेशानी आने लगती है तो उन्हें अन्य दवाओं के साथ वेंटीलेटर की जरूरत पड़ सकती है। लेकिन लक्षण न दिखाई देने वालों को इसकी जरूरत बेशक नहीं पड़ती लेकिन सभी तरह के इलाज में कॉमन होता है आइसोलेशन, सामाजिक दूरी। इन्हें आइसोलेशन में ऑब्जरवेशन में रखा जाता है और संक्रमण रहित होने तक संबंधित डॉक्टर इलाज करते हैं। इलाज के दौरान पेशेंट के टेस्ट अलग-अलग चरणों में होते हैं।

संक्रमण गंभीर होने में लेता है समय

कोरोना के संक्रमण के मामले में यह बात ध्यान देने वाली है कि अकसर यह संक्रमण अपना गंभीर रूप लेने में समय लेता है। जैसे बहुत मुमकिन है कि इसके शुरुआत में कोई लक्षण ही न दिखें और धीरे-धीरे व्यक्ति को खांसी, जुकाम फिर बुखार आदि लक्षण दिखें।

खबरों के अनुसार विदेश से आने वाले कई लोगों ने कोई लक्षण न होने पर लापरवाही की, खुद को आइसोलेट नहीं किया, लेकिन अचानक फिर उनकी तबियत बिगड़ी जिससे संक्रमण का पता चला लेकिन कोई लक्षण न दिखने के दौरान ये लोग न केवल सामान्य जीवन जीते रहे बल्कि सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेते रहे, जिसका नतीजा यह हुआ कि उन्होंने अन्य लोगों के लिए संक्रमण का जोखिम तैयार कर दिया।

इसलिए यदि उपरोक्त में से कोई भी असावधानी आपसे हुई है तो तुरंत सचेत हो जाएं और जांच का विकल्प चुनें, हिदायतों का पालन करें, क्योंकि संक्रमण का शरीर में होना ही इस रोग की पुष्टि है। ऐसे में इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि जिसके लक्षण आज नहीं दिख रहे, वह कल गंभीर रूप से आपको बीमार नहीं करेगा।

करवाएं पूरा इलाज

जैसा बताया गया कि यदि आप जानते हैं कि आप कोरोना संक्रमित हो सकते हैं लेकिन 'बीमार' नहीं हैं, यानी कोई भी लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं तो ऐसे में भी अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए संक्रमण रहित होने तक आइसोलेशन में रहें और डॉक्टर के निर्देशानुसार पूरा इलाज करवाएं, फिर चाहे इसमें कितना भी लंबा समय क्यों न लगे। यह आपकी जान को बचाने के लिए जरूरी होने के साथ ही बतौर नागरिक भी आपकी जिम्मेदारी है।

मास्क-समाजिक दूरी है जरूरी

लक्षण रहित कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए सामाजिक दूरी और मास्क पहनने जैसी हिदायतों का सख्ती से पालन हम सभी को करना चाहिए। क्योंकि अपने आस-पास हम नहीं जानते हैं कि कौन व्यक्ति संदिग्ध है। ऐसे में सावधानी बरतें और इन्हीं सावधानियों को अपनाते हुए, जो लोग संक्रमित हैं उनको ठीक होने में मदद करें और हौसला बढ़ाएं, ताकि रोगी जल्द से जल्द इस संक्रमण से पूर्णतः मुक्त हो जाएं। इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय, आईसीएमआर और डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी की गई जानकारी के अलावा अन्य किसी भ्रमित करने वाली खबरों या अफवाहों पर ध्यान न दें।

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