Coronavirus: कोरोना वायरस से ठीक हुए मरीज के खून से 4 लोगों को किया जा सकता है इलाज, ICMR ने दी मंजूरी

Coronavirus: कोरोना वायरस से ठीक हुए मरीज के खून से 4 लोगों को किया जा सकता है इलाज, ICMR ने दी मंजूरी
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Coronavirus: कोरोना वायरस के खतरे से से निपटने के लिए सरकार तरह तरह की कोशिश कर रही है। इसी बीच AIIMS प्रोफेसर नवल विक्रम ने बताया है कि कोरोना वायरस से ठीक हुए मरीज के खून का प्लाजमा डालकर 4 मरीजों को ठीक किया जा सकता है। इसके लिए ICMR ने क्लीनिकल ट्रायल की अनुमति दे दी है। वहीं आज हम इससे जुड़ी तमाम जानकारी आपको बताने जा रहे हैं।

Coronavirus: कोरोना वायरस का खतरा पूरी दुनिया के ज्यादातर देशों में मंडरा रहा है। लाखों लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं और कई हजार लोग इस खतरनाक वायरस के कारण मर चुके हैं। वहीं अगर भारत की बात करें, तो इसकी चपेट में आने वालों का आंकड़ा 8 हजार पार कर चुका है। इस महामारी से निपटने के लिए सरकार तरह तरह की कोशिश कर रही है। इसी बीच AIIMS प्रोफेसर नवल विक्रम ने बताया है कि कोरोना वायरस से ठीक हुए मरीज के खून का प्लाजमा डालकर 4 मरीजों को ठीक किया जा सकता है। इसके लिए ICMR ने क्लीनिकल ट्रायल की अनुमति दे दी है। वहीं आज हम इससे जुड़ी तमाम जानकारी आपको बताने जा रहे हैं।

क्या है प्लाज्मा थेरेपी ?

यह थेरेपी पहली बार फर्स्ट वर्ल्ड वार के बाद साल 1918 में स्पेनिश फ्लू के फैलने के दौरान इस्तेमाल की गई थी। वहीं तभी से यह इंफेक्टेड बीमारियों को खत्म करने के लिए इस्तेमाल की जा रही है। वहीं जो शख्स कोरोना वायरस के इंफेक्शन से उबर जाता है। उस शख्स का खून कोरोना वायरस के मरीज के शरीर में डालकर उसे इस खतरनाक वायरस से ठीक किया जा सकता है। इस थेरेपी के यूज करने के बाद पीड़ित 3-7 दिनों में एकदम ठीक हो जाता है।

ऐसे करता है प्लाज्मा थेरेपी काम।

जो शख्स कोरोना वायरस के संक्रमण से ठीक हो जाता है। उस व्यक्ति के स्वस्थ होने के बाद उसके शरीर में एंटीबॉडीज बन जाते हैं। जिस कारण उसकी इम्युनिटी सिस्टम काफी मजबूत हो जाता है। इस इम्युनिटी सेल्स से प्रोटीन एमीट होने लगते हैं। जो प्लाज्मा में मिलते हैं। वहीं अगर ठीक हुए ऐसे 1 व्यक्ति के खून का प्लाज्मा 4 और कोरोना मरीज में डाला जाए तो चारों मरीजों के शरीर में मौजूद वायरस का खात्मा किया जा सकता है।

केरल भारत का पहला राज्य जहां प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल किया जाएगा।

वहीं आपका जानकारी के लिए बताना चाहेंगे कि केरल भारत का ऐसा पहला राज्य है। जहां सबसे पहले इस प्लाज्मा थेरेपी का क्लीनिकल ट्रायल किया जाएगा। इस पहले ट्रायल को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने राज्य सरकार को अनुमति दे दी है। इसके साथ ही आपको बताना चाहेंगे कि इस महीने के अंत में यह ट्रायल शुरू किया जाएगा।

चीन में भी अपनाई गई थी प्लाज्मा थेरेपी।

जहां से इस खतरनाक वायरस की शुरुआत हुई थी। वहां भी इस थेरेपी के इस्तेमाल से कई मरीजों को ठीक किया जा चुका है। इसके साथ ही अमेरिका और इंग्लैंड में भी प्लाज्मा थेरेपी का ट्रायल शुरू किया जा चुका है।



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