स्वास्थ्यवर्धक और रोगनाशक है खजूर, ऐसे करें सेवन

खजूर के फल को प्रांतीय भाषाओं में खिजूरी, स्कंधफला, खोरजुरी, खारक, खेजूर गाछ, खाजी, शिंदी और इंडिया डेट आदि नामों से जाना जाता है। खजूर हमारे देश में लगभग सभी प्रांतों में मिल जाता है, लेकिन ये कई प्रकार के होते हैं। यह स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होता है। यह पाचन क्रिया को सही रखता है, कब्ज से छुटकारा दिलाता है। हृदय के लिए हितकर है। रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) को नियंत्रित करता है। कमजोरी को दूर करता है। गर्भवती महिलाओं के लिए लाभदायक है। यह बुखार, सांस की तकलीफ, खांसी और अधिक लगने वाली प्यास के लिए भी हितकर है। इसका सेवन अल्सर के लिए भी गुणकारी है। इसमें नेचुरल शुगर, विटामिन ए, बी, सी, कैल्शियम, पोटैशियम, प्रोटीन, फाइबर, आयरन, कॉपर और सोडियम पाए जाते हैं।
ऐसे करें सेवन : खजूर खाने से कई रोगों में राहत मिलती है, बशर्ते इसे सही तरीके से सेवन किया जाए।
-शारीरिक कमजोरी, थकान, दिल की धड़कन बढ़ने, घबराहट, चक्कर आने पर पांच से सात खजूर प्रतिदिन खाना लाभकारी है।
- दूध के साथ सेवन करने पर गठिया के दर्द से राहत मिलती है।
-कब्ज के लिए रात को गर्म दूध के साथ खजूर का सेवन लाभकारी है।
-पाचन खराब रहता है तो चार-पांच खजूर रोजाना खाएं।
-सवेरे खाली पेट खजूर खाने से आंखों की समस्याएं दूर होती हैं, रतौंधी रोगी के लिए भी उपयागी है।
-थकान मिटाने और चुस्ती-स्फूर्ति के लिए दो-तीन खजूर दूध में उबाल कर खाने से लाभ मिलता है।
बरतें सावधानी : खजूर का सेवन करते समय कुछ बातों का ध्यान रखें-
-एक दिन में पांच-छह से ज्यादा खजूर ना खाएं।
- मोटापे से परेशान लोग और डायबिटीज रोगी इसके सेवन से बचें।
-अस्थमा रोगी और एलर्जी पेशेंट्स के लिए इसका सेवन हानिकारक हो सकता है।
यहां बताए गए उक्त सभी उपचार, उपाय सामान्य हैं। सेवन करने से पहले अपने वैद्यजी या आयुर्वेद विशेषज्ञ से सलाह अवश्य करें।
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