Diabetes: आपको अंधा बना सकती है डायबिटीज, भूलकर भी नजरअंदाज न करें ये लक्षण

Diabetes: आपको अंधा बना सकती है डायबिटीज, भूलकर भी नजरअंदाज न करें ये लक्षण
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विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हर साल सबसे ज्यादा जिस बीमारी से लोग ग्रसित हो रहे हैं उनमें से एक डायबिटीज है।

Eye Problems in Diabetes : हमें डायबिटीज (Diabetes) की बीमारी तब होती है, जब खून में ग्लूकोज की मात्रा ज्यादा बढ़ जाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हर साल सबसे ज्यादा जिन बीमारियों से लोग ग्रसित हो रहे हैं, उनमें से एक डायबिटीज है। अकसर डायबिटीज से कई अन्य नुकसान भी होते हैं। ऐसे में डायबिटीज के मरीज हमेशा अपना ध्यान रखना चाहिए।

युवक की चली गई आंख की रोशनी

हाल ही में एक चौकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक युवक रात में अपने घर वालों से बात कर सोने चला जाता है। रात तक वह बिल्कुल स्वस्थ था। लेकिन जब वह सुबह उठता है तो उसे कुछ दिखाई ही नहीं देता। कई बार आंखों को पानी से धोने के बाद भी वह देखने में असमर्थ हो जाता है। इस घटना के बाद परिवार के लोग उसे दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराते हैं, जहां उसका इलाज अभी भी जारी है। डॉक्टरों की मानें तो युवक की आंखों की नसें फट गई हैं। इस युवक को पिछले कई सालों से डायबिटीज थी। एक्सपर्ट्स का कहना है ऐसी स्थिति तब आती है जब रेटिना के आगे क्लोनल की परत जम जाती है। इसकी वजह से आंख की रौशनी चली जाती है।

क्या डायबिटीज का असर हमारी आंखों पर भी पड़ सकता है ?

इसे पढ़ने के बाद आपके दिमाग में भी यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि क्या डायबिटीज का असर हमारी आंखों पर भी हो सकता है। अगर आप टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज से ग्रसित मरीज हैं तो सावधान हो जाएं क्योंकि ऐसे में आंखों की समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है। अगर आपको कई सालों से डायबिटीज की वजह से हाई ब्लड शुगर है जो कंट्रोल नहीं हो पा रहा तो ऐसे में आपको प्रोलिफेरेटीव डायबिटीज रेटिनोपैथी नामक सीवियर बीमारी हो सकती है। इसकी वजह से रेटिना में स्कोर और विजन लॉस हो सकता है। लेकिन डरने की बात नहीं है बस आपको कुछ सावधानियां रखनी होगी जिससे आप बढ़ते डायबिटीज को कंट्रोल कर लेंगे। यहां हम कुछ टिप्स साझा कर रहें हैं जो आपकी मदद करेंगे।

इन टिप्स को करें फॉलो

1. डाइट का रखें ध्यान

ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल को कंट्रोल करने का रामबाण इलाज आपकी डाइट है। आप अपने डाइट को हर रोज फॉलो करें। यह डायबिटीज से जुड़ी आंखों की तमाम समस्या को बढ़ने से रोकता है। आलू न खाएं, रात में मेथी भिगो कर रखें और सुबह खाली पेट खाएं। हरी सब्जियों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें। इसके अलावा नियमित रूप से साल में दो से चार बार AIc ब्लड टेस्ट कराएं। इसके अलावा अपने डॉक्टर से नियमित ब्लड प्रेशर की जांच करवाएं। अगर कम नमक वाले खाने, हेल्दी वेट और एक्सरसाइज से आपको राहत नहीं मिलती तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और कुछ दवाओं का सेवन भी करना चाहिए।

2. नियमित डाइलेटेड आई टेस्ट करवाएं

इस टेस्ट की मदद से पता चलता है कि डायबिटीज के मरीज को आंखों में समस्या हो रही है या नहीं। यदि आप इसका नियमित चेकअप करवाते हैं तो आंखों में समस्या का खतरा काफी हद तक कम किया जा सकता है। हर सालि इसकी जांच करवाएं ताकि आपके डॉक्टर को इसका पता चल सके और समय रहते इसका इलाज किया जाए।

3. अगर पहले से है आंखों में समस्या तो दें ज्यादा ध्यान

डायबिटीज होने से पहले यदि आपके आंखों में समस्या है तो आपको ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। अगर आपको ब्लरी, क्लाउडी, डबल विजन है या अगर रौशनी में चारों ओर रिंग जैसी संरचना दिखती हो तो डॉक्टर से संपर्क करें। इसके अलावा यदि आपकी आंखों में लाली, दर्द, या सीधी लाइन को देखने में परेशानी हो रही है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

4. सिगरेट है जानलेवा

अगर आप खुद को बचाना चाहते हैं तो सिगरेट छोड़ दें। स्मोकिंग के कारण आपको ब्लड वैसेल को नुकसान पहुंचता है। अगर तमाम कोशिशों के बावजूद आप स्मोकिंग नहीं छोड़ पा रहे हैं तो डॉक्टर की मदद लें। व्यायाम करें और कुछ दवाइयों का भी सेवन करें।

5. आंखों में फ्लोटर की समस्या से बचें

डायबिटीज के मरीजों में फ्लोटर का खतरा ज्यादा होता है। ऐसे मरीज जिन्हें रेटिनोपैथी डायबिटीज है, या मैक्यूलर एडिमा के कारण भी आंखों की समस्या हो सकती है। मैक्युला हमें दूर की वस्तुओं को देखने में मदद करता है। लेकिन मैक्यूलर एडिमा बीमारी की वजह से मैक्युला में सूजन आ जाती है और इससे आपकी दृष्टि प्रभावी होती है। इसके अलावा अगर आप मोतियाबिंद का ऑपरेशन करवा रहे हैं तो ऐसे में आंखों की समस्या होने का खतरा बढ़ सकता है।

डायबिटीज से चार प्रकार की आंखों की समस्या हो सकती है

1. डायबिटिक रेटिनोपैथी

लंबे समय तक ब्लड शुगर का स्तर ऊंचा रहने से डायबिटीज का खतरा बना रहता है। इस बीमारी में आंखों के ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचता है और आपको कोई भी चीज धुंधली दिखाई देती है। इसमें नई ब्लड वेसेल्स असामान्य रूप से रेटिनॉविच के अंदर बढ़ने लगती हैं। जिससे या तो बहुत खून बहता है या पूरी तरह से दिखना बंद हो जाता है। एक सर्वे के मुताबिक, भारत में डायबिटिक रेटिनोपैथी के मरीज 16.9% हैं।

2. डायबिटीज मैक्युलर इडिमा

मैक्युला आंखों का सबसे संवेदनशील हिस्सा होता है जिसकी वजह से हम देख पाते हैं, ड्राइव कर पाते हैं। मैक्युलर इडिमा में धीरे नजर आना कम हो जाता है या बंद हो जाता है।

3. डायबिटिक मोतियाबिंद

शूगर का हाई लेवल आंखों की लेंस में सूजन बढ़ने का एक कारण है। सोर्बिटोल की परत लेंस में जमा हो जाने के कारण दिखना बंद हो जाता है।

4. ग्लूकोमा

सामान्यतः ग्लूकोमा से पीड़ित होने की संभावना एक गैर डायबिटीज मरीज के मुकाबलें डायबिटीज वाले मरीज में दोगुना होता है। डायबटीज मरीजों में अनियंत्रित शुगर लेवल के कारण ब्लड वेसेल्स की असामान्य वृद्धि आंख से निकलने वाले प्राकृतिक जल को रोकती है जिसके परिणामस्वरूप नज़र कमजोर हो सकती है और यहां तक कि अंधापन भी हो सकता है।

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