Health Tips: शरीर में बढ़ गया है खराब कोलेस्ट्रॉल का लेवल तो इन टिप्स के जरिए कंट्रोल करने में मिलेगी मदद

Health Tips: कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) शरीर में एक अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। खून (Blood) में पाया जाने वाला ये पदार्थ हेल्दी सेल्स के निर्माण में मदद करता है। हालांकि, हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा (Cholesterol Level) की एक सीमा होती है, हाई कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol) शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। हाई कोलेस्ट्रॉल के साथ, ब्लड वैसेल्स (Blood Vessels) में फैट जमा हो जाता है, जिससे आगे चलकर दिल की बीमारियों (Heart Diseases) का खतरा बढ़ जाता है। अपने लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करके आप अपने कोलेस्ट्रॉ़ल लेवल को कम कर सकते हैं। यहां हम आपको उन्हीं तरीकों से अवगत कराएंगे...
विटामिन ई
एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ब्लड में कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करने के लिए आपको विटामिन ई लेना चाहिए। जिसके पीछे कारण है कि विटामिन ई में टोकोट्रियनॉल नामक रसायन होता है जो आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकता है। यह हाई कोलेस्ट्रॉल के स्तर के कारण आपकी धमनियों में पट्टिका के निर्माण को धीमा करने में मदद कर सकता है।
सैचुरेटेड फैट के सेवन पर नजर रखें
सैचुरेटेड फैट का जब अधिक मात्रा में सेवन किया जाता है, तो शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए एक्सपर्ट कहते हैं कि इनका सेवन करते हुए मात्रा पर ध्यान देना चाहिए।
पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड
पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड वाले तेलों से बचने की सलाह दी जाती है। कॉर्न ऑयल और सूरजमुखी के बीज के तेल जैसे तेलों का सेवन कम किया जाना चाहिए। हालांकि, मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड जैसे जैतून का तेल, अलसी का तेल और कैनोला तेल युक्त तेलों का सेवन करना चाहिए।
कार्ब इंटेक
एक्सपर्ट कहते हैं कि कार्बोहाइड्रेट का अत्याधिक सेवन हमारे शरीर के लिए हानिकारक है। इसलिए दिल को स्वस्थ बनाए रखनें के लिए हमें कार्ब का सेवन कम करना चाहिए। शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए टोटल और रिफाइंड कार्ब के सेवन पर नजर रखनी चाहिए ताकि इसकी ज्यादा मात्रा हमारे शरीर में न पहुंच पाए।
सॉल्यूबल फाइबर
ओट चोकर जैसे खाद्य पदार्थ और घुलनशील फाइबर युक्त साबुत दालों को आहार में शामिल करना चाहिए। घुलनशील फाइबर छोटी आंत में इसे बांधकर कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। ये फाइबर जब आपकी छोटी आंत में पहुंच जाते हैं तो ये कोलेस्ट्रॉल कणों से जुड़ जाते हैं और उन्हें आपके रक्तप्रवाह में प्रवेश करने और शरीर के अन्य भागों में जाने से रोक लेते हैं।
नोट: यहां दी गई जानकारी सामान्य लोगों के लिए दिल की समस्या से पीड़ित रोगी एक्सपर्ट की सलाह का पालन करें।
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