खाने में बहुत ही लाभदायक होता है कड़वा करेला, एक या दो नहीं बल्कि एक साथ खत्म करता है ये बीमारियां

सब्जियों में आने वाले हरे करेले (Bittergourd) का नाम सुनते ही कई लोग मुंह बना लेते हैं। इसकी वजह इसका कड़वा होना है, लेकिन क्या आप को पता है कि करेला कड़वे स्वाद के साथ बहुत से रोगनाशक गुण अपने में छिपाए रखता है। यह एक या दो नहीं बल्कि शरीर की कई बीमारियों को काटता है। साथ ही कई फायदे भी पहुंचाता है। करेले क्या क्या फायदे है। इसकी जानकारी आप को भी होनी चाहिए तो आज हम आप को करेले के गुण बताने जा रहे हैं।
सिर दर्द से लेकर बच्चों के पेट के कीड़े खत्म करता है करेला
करेला सिरदर्द से लेकर बच्चों के पेट के लिए भी काफी लाभदायक है। उपचार में करेला बहुत लाभकारी है। इसके पत्तों को पीस कर रस निकाल कर पितपापड़े का रस मिला कर माथे पर लेप लगाना चाहिए। जिसे सिर दर्द खत्म हो जाता है। इसके साथ ही बच्चों में होने वाले सामान्य पेटदर्द की परेशानी के लिए करेले के पत्तों का रस 1/4 चम्मच और जरा सी पिसी हल्दी मिलाकर दिन में दो बार पिलाने से पेट दर्द में फायदा मिलता है। अगर पेट में कीड़े हों तो इसके पत्तों का रस पिलाना बहुत ही हितकर है।
इन बीमारियों में ऐसे करें करेले का सेवन
-हैजा हो जाने पर इसकी जड़ के रस का काढ़ा बनाकर चार चम्मच काढ़ा दो चम्मच तिल का… तेल मिलाकर पिलाने से लाभ होगा।
-त्वचा में कहीं दाद-खुजली होने पर इसके पत्तों का रस लगाने से राहत मिलती है। पांव के तल में जलन होने पर भी करेले के रस का लेपन करने से लाभ होगा।
-ठंड देकर बुखार आए या वायरल फीवर होने पर चार चम्मच करेले के जूस में दो चुटकी पिसा जीरा मिलाकर पीने से आराम मिलता है।
-मधुमेह या डायबिटीज में करेले को सुखाकर उसके चूर्ण को दिन में दो बार एक-एक चम्मच पानी के साथ लेने से बहुत लाभ होता है।
-करेले का जूस पीना हो तो उसमें पानी अवश्य मिलाएं और उसे खाली पेट ही पिएं।
-त्वचा रोग सोराइसिस के लाभ के लिए इसके एक ग्लास रस में नीबू का रस मिलाकर पीना हितकर है।
-सूजन से परेशान लोगों को एक चम्मच करेले के रस में चौथाई चम्मच सोंठ का चूर्ण मिलाकर पीना चाहिए।
-पथरी से पीड़ित रोगी को ताजा करेले के रस को छाछ में मिला कर पीना लाभकारी है।
-गैस, एसिडिटी की शिकायत हो तो एक कप करेले के रस में एक चम्मच आंवले का चूर्ण मिलाकर पीना हितकर है।
- दूध पीने के बाद करेले की सब्जी नहीं खानी चाहिए।
-जिनका ब्लड शुगर स्तर कम हो, इसका अधिक सेवन हानिकारक होता है।
-इसके बीजों में कुछ हानिकारक तत्व होने के कारण गर्भवती महिलाओं को इसके सेवन से बचना चाहिए।
-करेले के सभी भाग उपयोगी होते हैं, जैसे- जड़, पत्ते, फल और बेल या पौधा। लेकिन डॉक्टर से पूछकर ही इसका सेवन करें।
यहां बताए गए उक्त सभी उपाय उपचार सामान्य हैं। प्रयोग करने के पहले अपने वैद्यजी से या आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह अवश्य करें।
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