लैपटॉप-मोबाइल पर घंटों बिताने वाले छात्र हो सकते हैं बीमार, विशेषज्ञों ने दी चेतावनी

लैपटॉप-मोबाइल पर घंटों बिताने वाले छात्र हो सकते हैं बीमार, विशेषज्ञों ने दी चेतावनी
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कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर पूरे देश में लॉकडाउन जारी है। लॉकडाउन के चलते स्कूल बंद होने से स्कूलों ने बच्चों की आनलाइन पढ़ाई शुरू करा दी है। ऐेसे में स्टूडेंट्स के पास लैपटॉप, टैब, मोबाइल फोन ही पढाई के लिए विकल्प हैं, लेकिन लगातार इनका उपयोग नुकसानदायक भी हो सकता है।

कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर पूरे देश में लॉकडाउन जारी है। लॉकडाउन के चलते स्कूल बंद होने से स्कूलों ने बच्चों की आनलाइन पढ़ाई शुरू करा दी है। ऐेसे में स्टूडेंट्स के पास लैपटॉप, टैब, मोबाइल फोन ही पढाई के लिए विकल्प हैं, लेकिन लगातार इनका उपयोग नुकसानदायक भी हो सकता है। विशेषज्ञों की माने तो लगातार लैपटॉप या मोबाईल की स्क्रीन में पढ़ने से आंखो और मस्तिष्क पर बुरा असर पड़ता है। जो आगे चलकर बड़ी समस्या बन सकती है।

मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. रूमा भट्टाचार्य का कहना है कि बच्चों के लिए पढ़ाई भी जरूरी है, लेकिन उसको जो इम्पलीमेंट करने की प्रक्रिया है उसमें कहीं न कहीं और ज्यादा विचार करना चाहिए। स्क्रीन एक्सपोजर से निश्चिचत तौर पर लंबे समय तक जहां आंखों पर असर होता है, वहीं मस्तिष्क में तनाव जैसे चेंजेस आने लगते हैं। बच्चों पर इसका ज्यादा प्रभाव पड़ता है।

लगातार स्क्रीन देखने से बच्चों में चिड़चिड़ापन, तनाव सहित नींद की समस्या भी हो सकती है। बच्चों के व्यवहार में भी बदलाव होता है। जो आगे चलकर मानसिक परेशानी रूप ले सकती है। इसके लिए बेहतर है कि एक दिन में बच्चों के लिए चार सब्जेक्ट से ज्यादा नहीं होना चाहिए। इसमें भी यह ध्यान रखना होगा कि 20 से 25 मिनट से ज्यादा स्क्रीन एक्सपोजर नहीं होना चाहिए। वहीं पढ़ाई के बाद कम से कम 10 मिनट का ब्रेक लेना जरूरी है।

मुख्य बातें :

प्रदेश में 55 लाख से अधिक बच्चे रोजाना मोबाइल और लैपटॉप पर आॅनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं

राजधानी में 1 लाख से अधिक बच्चे रोजाना मोबाइल और लैपटॉप पर आॅनलाइन पढ़ाई कर रहे

- 09 बजे शुरू हो जाती हैं क्लास

- स्कूलों ने अलग-अलग समय निर्धारित किया है

- 40 मिनट का एक पीरियड लगाया जा रहा है।

- अधिकतर बच्चों को पास नहीं होता लैपटॉप, मोबाइल का कर रहे प्रयोग

- स्क्रीन छोटी होने से पड़ता है ज्यादा असर

इन बातों का रखें ध्यान :

1. कंप्यूटर, लेपटाप पर काम करते समय पलकों को झपकाते रहना चाहिए।

2. सूखापन है तो आर्टिफिशियर टियर ड्राप डालें। कंप्यूटर की स्क्रीन आंखों से 15 डिग्री नीचे रखें।

3. आंखों और स्क्रीन के बीच की दूरी कम से कम 25 इंच होनी चाहिए।

4. हर एक घंटे बाद आंखों को दस मिनट का आराम दें।

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