Monday Heart Attack: सोमवार को हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा, पढ़िये क्या कहती है ताजा रिपोर्ट का खुलासा

Monday Heart Attack: सोमवार को हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा, पढ़िये क्या कहती है ताजा रिपोर्ट का खुलासा
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Monday Heart Attack: ब्रिटिश हेल्थ फाउंडेशन की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, हार्ट अटैक की संभावना सप्ताह से अन्य दिनों के मुकाबले बढ़ जाती है। पढ़िये इसके पीछे की वजह...

Mondays Heart Attack: हमारी दिनचर्या पलक झपकते बदल जाती है। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अपने घर से कोसों दूर रहते हैं। ऐसे में अपने दिल का ख्याल हमें खुद ही रखना पड़ेगा। भारत में दस साल से तकरीबन सवा दो लाख भारतीयों की मौत सिर्फ हार्ट अटैक से हुई है। हमारी गलत दिनचर्या की वजह से ही हार्ट अटैक की समस्या बढ़ रही है।

ब्रिटिश हेल्थ फाउंडेशन की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, हार्ट अटैक की संभावना सप्ताह से अन्य दिनों के मुकाबले सोमवार को बढ़ जाती है। ऐसा हमारी दिनचर्या में हुए परिवर्तन की वजह से होता है। रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि फिर से काम पर दोबारा लौटने के प्रेशर की वजह से दिल का दौरा सोमवार को 13% अन्य दिनों की तुलना में बढ़ जाता है। ऐसे लोग जो घर की समस्याओं से भी परेशान हैं, उनपर इसका प्रभाव पड़ने की संभावना बढ़ जाती है।

ऐसे में ब्लू मंडे का सवाल सबसे बड़ा है। आपको बता दें कि वैज्ञानिकों ने अब तक यह नहीं बताया है कि ब्लू मंडे जैसी घटना क्यों होती है। जनवरी के तीसरे सोमवार को सबसे निराशाजनक माना जाता है, हालांकि इसका कोई वैज्ञानिक वास्ता नहीं है। इस पर अभी शोध जारी है। ब्रिटिश हेल्थ फाउंडेशन के मुताबिक, इसके निम्न कारण हो सकते हैं।

1. वीक ऑफ में दिनचर्या का बदलना

कई लोग वीक ऑफ को यादगार बनाने में जुटे रहते हैं। ऐसे में कई बाद पार्टी में जाना और तरह-तरह के पकवान खाना हमारी दिनचर्या पर नकारात्मक असर डालता है। कुछ लोग वीक ऑफ में शराब आदि नशीली चीजों का सेवन करते हैं, जो सेहत के लिए हानिकारक है। ऐसे लोग जब दो दिन के वीक ऑफ के बाद फिर से काम पर आते हैं, तो अन्य लोगों की तुलना में काम का ज्यादा दबाव होता है।

2. शरीर में हो रहे बदलावों को नजरअंदाज करना

रिपोर्ट के मुताबिक जो लोग शरीर में हो रहे बदलावों को नजरअंदाज करते हैं, वे इसका ज्यादा शिकार हो रहे हैं। अगर आप अच्छा महसूस नहीं कर पा रहे हैं और शरीर में आए दिन कुछ न कुछ तकलीफ बनी हुई है, तो इसे नजरअंदाज न करें। जल्द ही अपने नजदीकी अस्पताल में जाएं और जांच करवाएं।

3. सामाजिक दूरी और वीक ऑफ में अधिक निंद्रा का असर

रिपोर्ट के मुताबिक, जो लोग सामाजिक नहीं हैं और खुद में रहना पसंद करते हैं, उनमें हार्ट अटैक आने का खतरा ज्यादा रहता है। इसके अलावा अधिकतर लोग वीक ऑफ के दिन भी ज्यादा समय तक सोते हैं, जिससे भी हार्ट अटैक आने का खतरा बढ़ जाता है।

4. प्रदूषण और ट्रैफिक की अधिकता का भी असर

रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को अचानक ट्रैफिक के बढ़ने पर भी हार्ट अटैक की समस्या का ज्यादा खतरा रहता है। इसके अलावा वीक ऑफ के बाद एकाएक ट्रैफिक बढ़ जाता है। इससे ट्रैफिक में फंसे लोगों की धड़कनों पर असर पड़ता है। ऐसे लोगों में हार्ट अटैक आने की संभावना बढ़ती है। यहां क्लिक करके हेल्थ टिप्स को पढ़ सकते हैं, जिससे आप न केवल दिल से जुड़ी बल्कि अन्य बीमारियों से भी निजात पा सकते हैं।

Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाओं की Haribhoomi.com पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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