Mystery Virus 2023: रहस्यमय वायरस से हैदराबाद समेत इन राज्यों में हाहाकार, अगर दिखे ये लक्षण तो हो जाएं सावधान

Mystery Virus 2023: रहस्यमय वायरस से हैदराबाद समेत इन राज्यों में हाहाकार, अगर दिखे ये लक्षण तो हो जाएं सावधान
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Mystery Virus 2023: हैरदाराबाद में एक रहस्यमयी वायरस (Mysterious virus) ने हाहाकार मचा दिया है।पिछले 2-3 महीने से इस वायरल के संक्रमण के मामलों में लगातार इज़ाफ़ा देखने को मिल रहा है।चिकित्सा विशेषज्ञ इसकी जांच में जुटे हैं। पढ़िये इसके लक्षण...

Mystery Virus 2023: हैदराबाद में एक रहस्यमयी वायरस ने (Mysterious virus in hyderabad) लोगों की चिंता बढ़ा दी है। इस वायरस के संपर्क में आने वाले लोगों को सांस लेने में कठिनाई और कम ऑक्सीजन स्तर जैसे लक्षणों (Difficulty Breathing Symptoms) के साथ अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। शुरुआत में डॉक्टरों ने इस वायरस को गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन इसके मामलों में हो रही लगातार बढ़ोत्तरी ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। हालांकि, डॉक्टरों को पहले स्वाइन फ्लू (Swine Flu) या कोविड-19 (Covid 19) होने का संदेह था, लेकिन जांच में दोनों रिपोर्ट निगेटिव मिली हैं।

मरीजों की संख्या में लगातार हो रहा इजाफा

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस वायरस की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। यह वायरस वयस्कों, बच्चों और कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोगों सहित सभी उम्र के लोगों को अपने चपेट में ले रहा है। पिछले दो-तीन महीनों में, इसके चपेट में आने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि वर्तमान में इसके मामले में कमी देखने को मिली है, इस वायरस के संपर्क में आने वाले मरीज़ पांच दिनों के भीतर ठीक हो रहे हैं। हालांकि यह वायरस सिर्फ हैदराबाद में ही सीमित नहीं है। इसका असर अब महाराष्ट्र और कर्नाटक में देखने को मिल रहा है। डॉक्टरों ने इसके मामलों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताई है।

कई मामले आए सामने

डॉक्टरों का कहना है कि यह संभवतः एक अज्ञात श्वसन वायरस के आगमन के कारण है, फिलहाल डॉक्टर इसके बारे में पता लगाने के लिए इस पर अध्ययन कर रहे हैं। स्वाइन फ्लू, कोविड-19, इन्फ्लूएंजा ए और इन्फ्लूएंजा बी वायरस के लिए गांधी अस्पताल, फीवर अस्पताल और इंस्टीट्यूट ऑफ प्रिवेंटिव मेडिसिन (आईपीएम) में परीक्षण किया जा रहा है। चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि हम पिछले दो से तीन महीनों से इस पैटर्न को देख रहे हैं। अब तीव्र श्वसन संबंधी बीमारियों के कई मामले सामने आए हैं, आम तौर पर, इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियां, जिनमें सांस लेने में कठिनाई और कम होना जैसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं।

क्या बोले डॉक्टर?

मीडिया रिपोर्ट्स में डॉक्टरों के हवाले से कहा गया है कि ऑक्सीजन संतृप्ति का परीक्षण स्वाइन फ्लू या कोविड-19 के लिए सकारात्मक होने की उम्मीद है, लेकिन यहां ऐसा नहीं है। विशेषज्ञों का कहना है कि ये कोई अन्य श्वसन वायरस हो सकते हैं। हालांकि, इस वायरस को लेकर अभी तक चिंता करने की बात नहीं है।

क्या है रिकवरी रेट?

बताया जा रहा हैै कि इन सभी मामलों में रिकवरी दर अब तक 100 फीसद है। इसकी उपचार के पांच दिनों के भीतर रिकवरी हो रही है। वायरस की स्थानिक प्रकृति के कारण स्वाइन फ्लू के साथ-साथ कोविड-19 के भी कुछ मामले हैं, लेकिन फिर भी स्थिति चिंताजनक नहीं है। विशेषज्ञों की मानें तो, 200 से अधिक श्वसन वायरस हैं, जो मनुष्यों को प्रभावित करते हैं, उनमें से सबसे आम इन्फ्लूएंजा वायरस, राइनोवायरस, एंटरोवायरस, एसएआरएस और एमईआरएस सहित कोरोनाविरस, श्वसन सिंकाइटियल वायरस और पैरेन्फ्लुएंजा वायरस हैं।

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