तेजी से फैल रहा Nipah Virus, जानें इसके लक्षण और बचाव के तरीके

तेजी से फैल रहा Nipah Virus, जानें इसके लक्षण और बचाव के तरीके
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Nipah Virus: निपाह वायरस एक जूनोटिक वायरस है, जिसका अर्थ है कि यह जानवरों से इंसानों में फैलता है। यह मुख्य रूप से चमगादड़ों में पाया जाता है। आइए जानते है इस वायरस के बारे में।

Nipah Virus Symptoms in hindi: केरल में निपाह वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। यहां निपाह वायरस से दो लोगों की मौत हो गई है। जिसकी वजह से राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है। यहां 9 पंचायतों के 58 वार्डों को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। ऐसे में आपको भी इस वायरस को लेकर अलर्ट रहने की जरूरत हैं, ताकि समय रहते इससे बचा जा सके। आइए जानते हैं कि यह वायरस कैसे फैलता है और इसके लक्षण क्या है।

क्या है निपाह वायरस

डब्ल्यूएचओ का कहना है कि निपाह वायरस एक जूनोटिक वायरस है, जिसका अर्थ है कि यह जानवरों से इंसानों में फैलता है। यह मुख्य रूप से चमगादड़ों में पाया जाता है, लेकिन सूअर, बकरी, घोड़े, कुत्ते और बिल्लियों में भी पाया जा सकता है। निपाह वायरस संक्रमित फल को खाने के वजह से जानवर से इंसान में फैलते हैं। अगर कोई जानवर इस बीमारी से संक्रमित है और उसने कोई फल खा लिया है। अगर वो इंफेक्टेड फल किसी व्यक्ति ने खा लिया, तो उसमें इस बीमारी का संक्रमण फैलने का खतरा कई गुना हो बढ़ जाता है। निपाह वायरस का इंफेक्शन एक इंसान से दूसरे इंसान में काफी आसानी से फैल सकता है।

निपाह वायरस के लक्षण

एक्सपर्ट्स के अनुसार, निपाह वायरस के संक्रमण के लक्षण आमतौर पर 4-14 दिनों के बाद दिखाई देते हैं। जैसे-जैसे संक्रमण बढ़ता है, अन्य लक्षण विकसित हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं-

-बुखार

-सिरदर्द

-खांसी

-सांस लेने में कठिनाई

-उल्टी

-मतली

-पेट दर्द

-चक्कर आना

-कोमा

डब्ल्यूएचओ की मानें तो निपाह वायरस का संक्रमण गंभीर हो सकता है और मृत्यु का कारण भी बन सकता है। जिसके कारण मृत्यु दर 40% से 75% तक हो सकता है।

निपाह वायरस जानवरों से इंसानों में निम्नलिखित तरीकों से फैल सकता है

1. संक्रमित जानवर के संपर्क में आने से

निपाह वायरस चमगादड़ों के थूक, लार और यूरिन में पाया जाता है। यदि कोई व्यक्ति संक्रमित जानवर के संपर्क में आता है, तो वह वायरस को अपने शरीर में ले सकता है।

2. संक्रमित जानवर के मल, लार, या अन्य उत्सर्जन के संपर्क में आने से

यदि कोई व्यक्ति संक्रमित जानवर के मल, लार, या अन्य उत्सर्जन के संपर्क में आता है, तो वह वायरस को अपने शरीर में ले सकता है।

3. संक्रमित जानवर के मांस या अन्य उत्पादों को खाने से

यदि कोई व्यक्ति संक्रमित जानवर के मांस या अन्य उत्पादों को खाता है, तो वह वायरस को अपने शरीर में ले सकता है।

निपाह वायरस से बचाव करने के तरीके

निपाह वायरस से बचाव के लिए अपनाएं ये तरीके-

1. यदि आप चमगादड़ या अन्य जानवरों को देखते हैं जो संक्रमित हो सकते हैं, तो उनसे दूर रहें।

2. अगर आप संक्रमित जानवर के मल, लार, या अन्य उत्सर्जन के संपर्क में आते हैं, तो तुरंत अपने हाथों को धो लें।

3. यदि आप नहीं जानते हैं कि मांस या अन्य उत्पाद संक्रमित है या नहीं, तो इसे न खाएं।

4. निपाह वायरस से संक्रमित व्यक्ति से दूर रहें।

निपाह वायरस के उपचार

निपाह वायरस के लिए कोई विशेष उपचार नहीं है। यदि आपको निपाह वायरस के लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।

Note: यह खबर सामान्य जानकारियों पर आधारित है। किसी भी तरह की विशेष जानकारी के लिए विशेषज्ञ से उचित सलाह लें।

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