Pital Ke Bartan Ke Nuksan : बहुत कम लोग जानते हैं तांबे के बर्तन से होने वाले नुकसान के बारे में

Pital Ke Bartan Ke Nuksan :  बहुत कम लोग जानते हैं तांबे के बर्तन से होने वाले नुकसान के बारे में
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Pital Ke Bartan Ke Nuksan : अगर तांबे (Copper) के बर्तन(Utensils) में 7-8 घंटे के लिए पानी रख दिया जाए तो उसकी तासीर गर्म हो जाती है। उसे दोबारा गर्म करने की जरूरत नहीं पड़ती। इसलिए अगर आप सुबह उठकर तांबे सुबह उठकर तांबे में रखे पानी को गुनगुना करके पीते हैं तो ऐसा करने से बचें(Disadvantages Of Copper)।

आपने अक्सर बुर्जगों को कहते हुए सुना होगा कि तांबे के बर्तन में पानी पीना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। ज्यादातार लोग तांबे के बर्तन के इस्तेमाल से होने वाले फायदो के बारे में जानते हैं। बहुत ही कम लोग होंगे जो तांबे के इस्तेमाल से होने वाले नुकसान के बारे में जानते होंगे। इसी बीच आज हम तांबे से होने वाले नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं। तो चलिए जानते हैं तांबे से होने वाले नुकसान के बारे में।

- वहीं आपको बताना चाहेंगे कि अगर तांबे के बर्तन में 7-8 घंटे के लिए पानी रख दिया जाए तो उसकी तासीर गर्म हो जाती है। उसे दोबारा गर्म करने की जरूरत नहीं पड़ती। इसलिए अगर आप सुबह उठकर तांबे सुबह उठकर तांबे में रखे पानी को गुनगुना करके पीते हैं तो ऐसा करने से बचें।

- पीतल के बर्तन में खाना खाने से डायरिया, उल्टी और जी मिचलाने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

- कुछ लोग पीतल के बर्तनों पर एक कोटिंग या पोलिश कर देते है जिससे वो चमकने लगते है। ऐसा करने से पीतल के बर्तन पेट के इन्फेक्शन की समस्या का कारण बनते हैं।

- पॉलिश वाले पीतल के बर्तन एक प्रकार के बैक्टीरिया को जन्म देते है। जिससे पेट की समस्याओं जैसे दस्त, पीलिया, इन्फेक्शन आदि होने का खतरा बन सकता है।

- पीतल के बर्तन गर्म होने पर इसमें बनने वाले खाने या गर्म खाने को पीतल के बरतन में परोसने से पीतल धातु प्रतिक्रिया करती हैं।

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- गर्म पीतल से नमक और एसिडिक खाद्य पदार्थों के साथ मिलकर फ़ूड पोइजन होने का डर रहता है।

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