इन 5 संकेतों से जानें शरीर में विटमिन डी कमी, दूर करने के उपाय भी जानें

इन 5 संकेतों से जानें शरीर में विटमिन डी कमी, दूर करने के उपाय भी जानें
X
विटमिन डी हड्डियों, दांतों और मांसपेशियों को मज़बूत करता है और स्वस्थ रखता है। लेकिन अब वैज्ञानिकों को लगता है कि ये शरीर की प्रतिरोधक प्रणाली को भी मज़बूत करता है और इसी वजह से ये कोविड-19 जैसे वायरस से लड़ने में भी कारगर साबित हो सकता है।

हेल्थ। विटमिन डी को आमतौर पर धूप से मिलने वाले विटामिन के रूप में जाना जाता है क्योंकि ये हमारे शरीर में तब बनता है जब त्वचा पर सूरज की किरणें पड़ती हैं। जिससे ये शरीर को कैल्शियम और फॉस्फेट पचाने में मदद करता है जो हड्डियों, दांतों और मांसपेशियों को मज़बूत और स्वस्थ रखते हैं। ऐसा शोध में भी साबित हुआ है। बॉयोमेडिकल रिसर्च से पता चलता है कि रिकेट्स, ऑस्टियोमलेशिया और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डी की बीमारियां विटामिन डी की कमी से ही होती हैं।न

दरअसल कई दूसरे जरूरी विटमिन्स और पोषक तत्वों की ही तरह विटमिन डी भी हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी है। आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत के 70 से 90 प्रतिशत लोग विटमिन डी की कमी से जूझ रहे हैं। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं उन बेसिक संकेतों के बारे में जो आपको बता सकते हैं कि कहीं आपको भी तो नहीं हो गई है विटमिन डी की कमी।

हर वक्त थकान महसूस होना

बता दें कि शरीर में विटमिन डी की कमी होने का सबसे बड़ा संकेत है हर वक्त थकान महसूस होना। अगर सही डायट का सेवन करने और रात में 7-8 घंटे की नींद लेने के बाद भी थकान महसूस हो रही है तो हो सकता है कि ये विटमिन डी की कमी की वजह से हो। इस विटमिन की कमी की वजह से हद से ज्यादा थकान महसूस होती है। लिहाजा अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो अपना ब्लड टेस्ट करवाएं और जानने की कोशिश करें कि कहीं आपके शरीर में इस सनशाइन विटमिन की कमी तो नहीं हो गई।

​पीठ और हड्डियों में हर वक्त हो दर्द

इसके साथ ही विटमिन डी शरीर में कैल्शियम को सोखने के लिए भी जरूरी होता है। हड्डियों, मांसपेशियों और दांत को मजबूत बनाए रखने के लिए कैल्शियम का सेवन जरूरी है। लेकिन कैल्शियम शरीर में तब तक अब्जॉर्ब नहीं होगा जब तक शरीर में विटमिन डी ना हो। ऐसे में अगर आपको अक्सर पीठ में दर्द रहता हो, हड्डियों दर्द रहता हो तो ये भी विटमिन डी की कमी के संकेत हो सकते हैं। शरीर में लंबे समय तक रहने वाले दर्द और विटमिन डी की कमी के बीच भी लिंक है।

​चोट का जल्दी ठीक ना होना

वहीं अगर आपको कहीं चोट लग जाती है लेकिन उस चोट को ठीक होने में जरूरत से ज्यादा वक्त लग रहा है तो ये भी शरीर में विटमिन डी की कमी का संकेत हो सकता है। इंफेक्शन से लड़ने और शरीर में सूजन जलन को रोकने में मदद करता है विटमिन डी। ऐसे में जब शरीर में इस विटमिन की कमी हो जाती है तो घाव के ठीक होने की प्रक्रिया स्लो हो जाती है।

​डिप्रेशन और मूड खराब

अगर आपको हर वक्त डिप्रेशन और ऐंग्जाइटी फील होती है और आपका मूड बात-बात पर खराब हो जाता है तो ये भी आपके खून में विटमिन डी की कमी का संकेत हो सकता है। लिहाजा धूप में जाएं, सुबह-सुबह की गुनगुनी धूप और सूरज की रोशनी में खुलकर सांस लें। सनलाइट में रहने से न सिर्फ विटमिन डी मिलता है बल्कि डिप्रेशन दूर होता है, मूड फ्रश और हैपी रहता है।

बालों का झड़ना

हेयर फॉल या हेयर लॉस सिर्फ डैंड्रफ या फिर केमिकल वाले प्रॉडक्ट्स यूज करने से नहीं होता बल्कि अगर शरीर में विटमिन डी की कमी हो जाए तो इस वजह से भी बहुत ज्यादा बाल गिरने लगते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि यही वो न्यूट्रिएंट है जो हेयर फॉलिकल्स को बढ़ने में मदद करता है। अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो बहुत ज्यादा बाल गिरने लगते हैं।

​इन चीजों का करें सेवन

साल्मन फिश- साल्मन ओमेगा 3 फैटी ऐसिड से भरपूर मछली है जो विटमिन डी का बेहतरीन सोर्स है। 100 ग्राम साल्मन मछली में करीब 66 प्रतिशत विटमिन डी होता है। लिहाजा अगर आप नॉन वेजिटेरियन हैं और मछली खाते हैं तो साल्मन मछली खाएं और विटमिन डी की कमी दूर भगाएं।

एग योक- जो लोग मछली नहीं खाते उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं क्योंकि सिर्फ सी फूड ही विटमिन डी का सोर्स नहीं है। बल्कि अंडा भी विटमिन डी का बेहतरीन सोर्स है। अंडे के सफेद वाले हिस्से में जहां ज्यादातर प्रोटीन होता है वहीं, अंडे के योक यानी पीले वाले हिस्से में फैट, विटमिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं। 1 अंडे के पीले वाले हिस्से में 5 प्रतिशत विटमिन डी होता है।

संतरे का जूस-ऑरेंज जूस विटमिन सी रिच तो होता ही है साथ ही में यह विटमिन डी की कमी को दूर करने में भी मदद करता है। पैक्ड जूस की जगह घर पर ही संतरे का फ्रेश जूस निकालें और रोज पिएं। इससे आपको फायदा होगा।

गाय का दूध- गाय का दूध विटमिन डी का रिच सोर्स है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो लो फैट मिल्क की जगह लोगों को फुल क्रीम मिल्क पीना चाहिए जिसमें ज्यादा विटमिन डी और कैल्शियम होता है।

दही का सेवन- दूध से बनने वाली दही भी विटमिन डी से भरपूर होती है। रोज-रोज अगर दही न खाया जा सके तो इसकी लस्सी या छाछ बनाई जा सकती है जो टेस्टी तो होगी ही साथ ही में दही के पूरे फायदे भी आपको मिलेंगे।

Tags

Next Story