मस्तिष्क की समस्याएं आपसे दूर रहेंगी, पढ़ें Mind Diet के बारे में

Mind Diet: मस्तिक को शरीर का इंजन कहा जाता है। ऐसे में मस्तिक का स्वस्थ होना बेहद जरूरी है। आज की आपाधापी जिंदगी में जहां इंसान न केवल कई तरह की शारीरिक बीमारियों से जूझ रहे हैं, वहीं मस्तिक से जुड़ी कई दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है। यही कारण है कि मेमोरी लॉस होना, डिसीजन सही न लेना जैसी दिक्कतें आज न केवल बढ़ती उम्र में होती है, बल्कि आज युवाओं के साथ ही बच्चे भी इन दिक्कतों से जूझ रहे हैं। ऐसे में जरूरत है कि लोगों को माइट डाइट के प्रति जागरूक किया जाए। आज हम इस खबर में माइट डाइट के बारे में बताएंगे, जिसे अपनाकर आप मस्तिक से जुड़ी कई बीमारियों से निजात पा लेंगे। इससे पहले बता दें की माइंड डायट दो बहुचर्चित डायट यानी मेडिटेरियन डायट और डैश डायट को मिलाकर बनाया गया है। मेडिटेरियन डायट हार्ट पेशेंट के लिए बनाई गई थी, जबकि डैश डायट हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों के लिए बनाई गई थी। इन दोनों में पाया गया की इनमें जो भोजन शामिल हैं, उसका दिमाग पर प्रभावशाली असर पड़ रहा है। उन्हीं भोजन को लेकर माइंड डायट बनाया गया है।
माइंड डाइट का क्या कार्य
माइंड डाइट में हमें पूरे दिन में तीन प्रकार के अनाज को अपनी डाइट में शामिल करना होता है। इसमें ब्राउन राइस, क्विनोआ और ओटमील सबसे ज्यादा प्रभावी हैं। इनमें fiber और antioxident की अधिक मात्रा होती है, जो दिमाग में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाती है, जिससे दिमाग तेज काम करता है। इस डाइट में हमें प्रतिदिन नट्स को एक सुनिश्चित मात्रा में लेना होता है।
अखरोट और बादाम हमारे दिमाग के सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। 4 से 6 बादाम और 2 से 3 अखरोट को रात में पानी में भिगोकर रखना चाहिए। सुबह इन्हें पानी से निकालकर खाना चाहिए। इससे दिमाग की क्षमता और बढ़ती है।
माइंड डाइट में बेरीज काफी प्रचलित हैं, जिसमें स्ट्राबेरी सबसे ज्यादा प्रभावी है। लेकिन ब्लैक बेरीज, रसभरी और ब्लू बेरी भी ली जाती है। इन रंगों के वजह से बेरीज में antioxident ज्यादा मात्रा में होते हैं, जो दिमाग की क्षमता को बढ़ाते हैं।
नॉन वेजिटेरियन लोगों के लिए माइंड डाइट
नॉन वेजिटेरियन लोग हफ्ते में दो दिन पोल्ट्री आइटम्स और चिकन खा सकते हैं। दिमाग के सेहत के लिए मछली का सेवन ज्यादा बेहतर ऑप्शन माना जाता है, क्योंकि इसमें ओमेगा-3 की अच्छी मात्रा होती है। इस डाइट में हफ्ते में एक बार मछली खाना जरूरी है। अगर मछली खाना पसंद नहीं है, तो फिश आँइल के कैप्सूल ले सकते हैं। दिमाग के सेहत के लिए मछली का सेवन ज्यादा बेहतर ऑप्शन माना जाता है।
ब्रेन डाइट में इन्हें शामिल न करें
माइंड डाइट में हमें सभी प्रकार के प्रोसेस्ड फूड को शामिल नहीं करना चाहिए। इसके अलावा, तेल और शूगर वाले खाने का भी माइंड डाइट में परहेज करना चाहिए।
क्या इससे वजन कम होगा
अगर इस डाइट को एक बेहतर लाइफस्टाइल के साथ अपनाया जाए तो इसका जवाब हां है। अगर आप लाइफस्टाइल अच्छा रखे और पौष्टिक खाना खाएं तो माइंड डाइट से वजन कम हो सकता है, लेकिन इसका मेन फोकस दिमाग को तेज करना और मस्तिक से जुड़ी बीमारियों को दूर रखना है।
क्या सब लोग माइंड डाइट अपना सकते हैं
किसी भी प्रकार की डाइट बिना डॉक्टर व एक्सपर्ट्स की सलाह के नहीं करनी चाहिए। इस डाइट को भी डॉक्टर या किसी सर्टिफाइड एक्सपर्ट के सलाह पर ही करें क्योंकि सभी के शरीर की आवश्यकता अलग होती है। ऐसे में डॉक्टर व एक्सपर्ट्स के सलाह के बाद ही माइंड डाइट को अपनाने या न अपनाने का फैसला कर सकते हैं।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS