World AIDS Day : जानें HIV और AIDS में अंतर, लोग आज भी हैं इससे अनजान

पूरी दुनिया में आज यानि 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जा रहा है। जिसका उद्देश्य लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरुक करना है। एड्स एचआईवी वायरस से होने वाली संक्रिमत बीमारी है। जिसका अभी तक कोई इलाज नहीं आया है। फिलहाल सावधानी ही इस बीमारी से बचने का एक उपाय है।
एड्स से बचने के लिए एक वैक्सीन भी लगाई जाती है। हांलाकि ज्यादातर लोग इससे अनजान हैं। इसी बीच आज हम आपको इस बीमारी से जुड़ी कुछ बातें बताने जा रहे हैं, जिसे हर इंसान को पता होना जरूरी है।
क्या कहते हैं आंकड़ें
साल 2017 के आंकड़ें कहते हैं कि हर साल तकरीबन 36.9 मिलियन लोग एड्स का शिकार होते हैं। इसके बावजूद भी 68% भारतीय लोगों को इस बीमारी के बारे में पता नहीं होता है। वहीं रिसर्चर्स का कहना है कि सही जानकारी होने पर इस बीमारी से बचा जा सकता है।
इस कारण लोग होते हैं इस बीमारी का शिकार
इम्यून सिस्टम व्हाइट ब्लड सेल्स की मदद से बॉडी को बाहरी वायरस से बचाने में मदद करती है। इसमें व्हाइट ब्लड सेल्स इन सेल्स की सतह पर ग्लाइकोप्रोटीन CD4 होता है। जिसपर एचआईवी वायरस अटैक करता है। ऐसे में प्रतिरोधक क्षमता और CD4 कमजोर हो जाते हैं। जिस कारण लोग एड्स जैसी बीमारी का शिकार हो जाते हैं।
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जानें एचआईवी और एड्स में अंतर
HIV एक ऐसा वायरस है, जो इम्यून सिस्टम के टी सेल्स पर अटैक करता है। वहीं एड्स एक मेडिकल सिंड्रोम है, जो इंफेक्शन के बाद सिंड्रोम के रूप में सामने आता है। HIV एक इंसान से दूसरें इंसान में फैल सकता है। वहीं एड्स में ऐसा नहीं है। आपको बता दें कि जिसे HIV इंफेक्शन हुआ है, जरूरी नहीं उसे एड्स हुआ है।
अभी तक नहीं कोई भी इलाज
हालांकि एचआईवी इंफेक्टेड शख्स में एड्स होने का संभावना बढ़ जाती है। इस बीमारी का अभी तक कोई भी इलाज नहीं आया है। लेकिन डीएनए आधारित टीका लगाने से इस वायरस से बचाव में मदद मिलती है।
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