World Asthma Day 2022: अस्थमा के मरीज जरूर करें ये योगासन, काफी हद तक मिलेगी राहत

World Asthma Day 2022: 3 मई को पूरे विश्व में वर्ल्ड अस्थमा डे (World Asthma Day) यानी विश्व दम दिवस मनाया जाता है। अस्थमा यानी दमा (Asthma) फेफड़ों की लंबी (Long Term Lung Disease) बीमारी है। अस्थमा से पीड़ित लोगों के वायुमार्ग संकीर्ण होते हैं जो अतिरिक्त बलगम पैदा करने के लिए सूज जाते हैं। यह स्थिति आगे चलकर खांसी, घरघराहट के साथ-साथ सांस लेने में तकलीफ की ओर ले जाती है। इस बीमारी से पीड़ित लोगों को सामान्य काम और शारीरिक गतिविधि करने में कठिनाई होती है। इसके रोगियों की तेज चलने, दौड़ने और डांस करने के दौरान सांस फूलने लगती है। दमा दवाओं, एलर्जी, रेस्पिरेट्री इंफेक्शन या स्ट्रेस जैसे किसी भी कारण से हो सकता है। यहां हम आपको इस बीमारी के लक्षणों से राहत दिलाने वाले कुछ योगासनों के बारे में बताएंगे...
वज्रासन
यह योग आसन पिंडली की मांसपेशियों को गतिमान करने और पैरों, टखनों और घुटने की टोपी को मजबूत करने में मदद करता है। यह पाचन को बढ़ावा देने में भी मदद करता है और ध्यान के लिए एक अच्छी मुद्रा बनाता है।
पश्चिमोत्तानासन
यह योग आसन पेट में जमा फैट को कम करने और रीढ़ की हड्डी को स्ट्रेच करने में मदद करता है। यह स्ट्रेस कम करने के लिए भी जाना जाता है और मन को शांत करने में भी अहम भूमिका निभाता है।
उष्ट्रासन
यह योग आसन शरीर के सामने के पूरे हिस्से टखनों, जांघों, कमर, पेट, छाती और गले को फैलाने में मदद करता है। यह पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करने और शरीर की समग्र मुद्रा में सुधार करने में भी मदद करता है।
पद्मासन
यह आसन पीठ के निचले हिस्से और कूल्हे की मांसपेशियों को बाहर निकालने में मदद करता है। यह रीढ़ को लंबा करने और कूल्हों की चपलता को बढ़ाने में भी मदद करता है।
चक्रासन
चक्रासन पेट के क्षेत्र में फैट को जलाने और रीढ़ की लोच को बढ़ाने में मदद करता है। यह एंडोक्राइन ग्लैंड्स को उत्तेजित करने और पीठ, हाथ और पैरों सहित कई मांसपेशियों को मजबूत करने में भी मदद करता है।
नोट: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य लेखों पर आधारित है, इन्हें विशेषज्ञों की सलाह के तौर पर न लें।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS