World Mental Health Day 2019: विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर जानें आत्महत्या करने के कारण, लक्षण और रोकथाम के तरीके

World Mental Health Day 2019: विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर जानें आत्महत्या करने के कारण, लक्षण और रोकथाम के तरीके
X
World Mental Health Day 2019 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस है। साल 2019 में वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे की थीम (World Mental Health Day) आत्महत्या की रोकथाम (Suicide Prevention)रखी गई है। आज के समय में आत्महत्या की बढ़ती घटनाएं पूरी दुनिया के लिए बेहद ही गंभीर चिंता का विषय बनती जा रही हैं। दरअसल, आत्महत्या करने का विचार एक गंभीर मानसिक स्थिति के फलस्वरुप उत्पन्न होता है। ऐसे में आज हम विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर आपको आत्महत्या के कारण, आत्महत्या के लक्षण और आत्महत्या की रोकथाम के उपाय बता रहे हैं।

World Mental Health Day 2019 : दुनिया में तेजी से बढ़ती आत्महत्या की घटनाओं को देखते हुए साल 2019 में वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे की थीम (World Mental Health Day) आत्महत्या की रोकथाम (Suicide Prevention) बनाई गई है। इस दिन लोगों को सुसाइड के साइड इफेक्ट्स,सुसाइड करने के लक्षण, सुसाइड करने के कारण और सुसाइड को रोकने के उपायों से जुड़ी जानकारी दी जाती है। जिससे लोग इस स्थिति को समय से पहचान कर खुद का इलाज करवा सकें। साल 1994 से शुरु हुए विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर हर साल अलग-अलग थीम के जरिए लोगों को मानसिक रोगों और उनसे होने वाले नुकसान, उनके उपचार आदि के बारे में वैश्विक स्तर पर जागरुकता अभियान और आयोजन किए जाते हैं। इसलिए हम भी विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2019 के अवसर पर आत्महत्या करने के तरीके बता रहे हैं।




आत्महत्या करना क्या होता है (What is Suicide)

आत्महत्या यानि स्वयं के जीवन को खुद समाप्त करना। आत्महत्या नामक विचार एक ऐसा विचार है, जो व्यक्ति के बेहद निराश होने या किसी बड़ी समस्या के हल न होने पर आता है। आमतौर पर लोगों के अत्याधिक चिंता, तनाव या डिप्रेशन की स्थिति में अपने जीवन को नष्ट करने का विचार आता है। आत्महत्या का विचार कभी-कभी आना सामान्य है लेकिन इस विचार का लगातार आना एक बेहद गंभीर मानसिक रोग का संकेत देता है। जिसे व्यवाहारिक और चिकित्सीय सलाह के साथ दूर किया जा सकता है।

आत्महत्या करने के कारण (Causes Of Suicide)




1. सदमा लगना

जब भी आप किसी से बेहद प्यार करते हैं और उसके आपसे हमेशा के लिए दूर हो जाने पर कुछ लोग इस बात या सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं और वो अपना जीवन खत्म करने के बारे में सोचते हैं या कोशिश तक करते हैं।

2. पारिवारिक समस्या

पारिवारिक समस्या और अपनी जिम्मेदारियों को पूरा न कर पाने का मलाल कई लोगों अपना जीवन खत्म करने की कगार पर ले जाता है। इसमें खेती खराब होने या अत्याधिक कर्ज की वजह से किसान का आत्महत्या करना बेहद सामान्य घटना है।

3. डिप्रेशन

अत्याधिक तनाव और हमेशा खुद को दूसरों से कमतर मानने की वजह से शुरु हुई उत्कंठा से लोग डिप्रेशन के शिकार होने लगते हैं। जिसके फलस्वरुप कई लोग बार बार सुसाइड करने की कोशिश करते हैं।

4.रिश्ते में धोखा मिलना

रिश्ते में धोखा मिलने पर कुछ लोग इस सच को स्वीकार नहीं कर पाते हैं और अकेलेपन की वजह से एक स्थिति के बाद सुसाइड तक कर लेते हैं।

5. मानसिक या शारीरिक रोग होने पर

कुछ लोग लंबे समय तक मानसिक और शारीरिक रोग से पीड़ित रहने पर भी आत्महत्या करने के विचारों से ग्रस्त हो जाते हैं यहां, तक कि कुछ लोग इस कदम को उठाने से भी गुरेज नहीं करते हैं।

6. करियर या रिश्ते में फेल होने पर

आज के दौर में छोटी आयु में बच्चों का रिश्ते या पेपर में फेल हो जाने या करियर में पीछे रह जाने पर सुसाइड करने के मामले बढ़ रहे हैं। जो बहुत ही चौंकाने वाले हैं।



आत्महत्या के लक्षण (Symptoms Of Suicide)

1. जब कोई शख्स लगातार कई दिनों तक हमेशा नकारात्मक बातें करें और खुद को सबसे बुरा बताने लगे, तो इस स्थिति के बिगड़ने पर वो सुसाइड की कोशिश कर सकता है। ऐसे में उससे बात करके सकारात्मक बनाएं।

2. सोशल लाइफ से दूर होकर हमेशा अकेले समय गुजारना।

3. बहुत ज्यादा मूड स्विंग्स को होना यानि कभी बहुत ज्यादा खुश होना या कभी बेहद उदास हो जाना।

4. छोटी-छोटी मुश्किलों को फेस करने से डरना या अपना आपा खोना।

5. हमेशा नेगेटिव और निराशावादी सोच रखना।

6. शराब या अन्य ड्रग्स का अत्याधिक सेवन करना।



आत्महत्या करने के तरीके (Ways to commit suicide)

फांसी लगाना

नस काटना

पानी में डूबना

ऊंचाई से कूदना

किसी वाहन के सामने आना



आत्महत्या के रोकथाम के उपाय (Suicide Prevention Tips)

1. अगर आपके आसपास कोई बार-बार नकारात्मक बातें करता है, तो आप सबसे पहले उनकी बातों को ध्यान से सुनें। क्योंकि आमतौर पर जो लोग सुसाइड करने के बारे में सोचते या कोशिश करते हैं वो अंदर से बेहद दुखी और अकेले होते हैं। ऐसे में आपका उनके लिए हमेशा साथ देने का वादा, उन्हें आत्महत्या के विचारों से बाहर आने में मदद करेगा।

2. आमतौर पर रोने की आदत को बुरा माना जाता है, लेकिन कई बार दिल खोलकर रोने से आत्महत्या जैसे विचारों को खत्म किया जा सकता है। मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, अक्सर लोग अत्याधिक चिंता, तनाव और नकारात्मक विचारों की वजह से मानसिक रोगों के शिकार बनते हैं। ऐसे में अगर दिल खोलकर रोया जाए और अपने सभी अच्छे-बुरे विचारों को किसी के साथ शेयर किया जाए तो, सुसाइड थॉट्स से छुटाकारा पाया जा सकता है।

3. अगर आपके आसपास कोई सुसाइड करने की कोशिश करता है, तो उसे कभी भी अकेला न छोड़े। क्योंकि इस स्थिति में व्यक्ति अकेलेपन से डरने लगता है और उससे बचने के लिए कई बार सुसाइड जैसा कदम भी उठा लेता है।

4. लोगों को आत्महत्या के विचारों से मुक्त करने के लिए उन्हें अलग-अलग तरह के म्यूजिक से जोड़े। इस तरह वो अपने आपको फिर से सामान्य दुनिया से जोड़ पायेगें।

5. अगर मानसिक समस्या ज्यादा बढ़ गई है और पीड़ित बार-बार सुसाइड करने की कोशिश कर रहा है, तो ऐसे में आप उसे चिकित्सीय सलाह के साथ कांउसलर के पास भी लेकर जाएं।

6. सुसाइडल थॉट्स वाले व्यक्ति को बच्चों, जानवरों और पेड़ पौधों के संपर्क में रखें और सुबह शाम टहलने लेकर जाएं। इससे शरीर में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ेगा। जिससे मानसिक रोगों में कमी आएगी और आत्महत्या के विचारों से मुक्ति मिलेगी।

7. सुसाइडल थॉट्स वाले व्यक्ति को लॉफिंग एक्सरसाइज करवाएं। इसके लिए आप किसी लॉफ्टर क्लब लेकर जाएं। ऐसा करने से वो सोशली भी लोगों से खुद को कनेक्ट कर पायेगें।

8. अगर आपके परिवार या आसपास कोई व्यक्ति सुसाइड करने के बारे में सोचता है या उसकी बातें बार-बार करता है, तो उसके मानसिक रोगी होने की बात सबसे पहले स्वीकार करें और भूलकर भी बुरा भला कहने से बचें। इससे उसकी सुसाइड वाली फीलिंग मजबूत होगी।

9. अगर आपके परिवार में कोई व्यक्ति इस स्थिति से गुजर रहा है, तो उससे सामान्य व्यवहार करें, उसे बीमार न मानें। ऐसा करने से उसका गुस्सा बढ़ सकता है और वो गलत कदम उठा सकता है।

10. अगर आपके घर में कोई डिप्रेशन से पीड़ित है, तो ऐसे में आप उस पर किसी बात को लेकर ज्यादा प्रेशर न डालें, इसके अलावा उसके साथ उसकी प्रॉब्लम्स को सॉल्व करने में हेल्प करें।

आत्महत्या करना कानूनी है या गैरकानूनी (Is it legal to commit suicide or illegal)

आत्महत्या करना दुनिया के हर देश में गैरकानूनी माना जाता है। आत्महत्या की कोशिश करने पर भारत में धारा 309 के तहत 1 साल की साधारण कारावास, जिसे एक वर्ष तक आगे बढ़ाया भी जा सकता है। इसके साथ ही जुर्माना या दोनों ही सजा भी दी जा सकती हैं। आत्महत्या करने को संविधान में जमानती अपराध माना जाता है।

और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App

Tags

Next Story