World Heart Day: हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों से करें अपने दिल की रक्षा, आज से ही बंद कर दें इन चीजों का सेवन

World Heart Day 2022: हार्ट संबंधी बीमारियों के होने की एक बड़ी वजह है, अनबैलेंस्ड- अनहेल्दी डाइट। इसलिए हमेशा न्यूट्रिशस डाइट को ही फॉलो करें। हेल्दी हार्ट के लिए कैसी हो आपकी डाइट और किनसे करें परहेज, दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल की सीनियर डाइटीशियन डॉ. छवि गोयल से डिटेल में जानिए। हार्ट यानी हृदय ब्लड को साफ करके ऑक्सीजन के साथ शरीर के सभी अंगों तक सर्कुलेट करता है। लेकिन खान-पान की गलत आदतों और इनएक्टिव लाइफस्टाइल की वजह से कई तरह की हार्ट (How To Prevent Heart Disease) संबंधी बीमारियां उभरने लगती हैं।
लें हमेशा होम मेड न्यूट्रिशस डाइट: डॉक्टरों की माने तो हार्ट संबंधी बीमारियों की नींव बचपन में 8-14 साल की उम्र में ही पड़ जाती है। पौष्टिक तत्वों से भरपूर डाइट न लेने से कोलेस्ट्रॉल जैसे हानिकारक तत्व बचपन से ही शरीर में जमा होने लगते हैं, जिससे 'अर्ली हार्ट प्रॉब्लम' होने का खतरा बढ़ता है। इससे बचने के लिए जरूरी है कि हमेशा घर में बना पौष्टिक तत्वों से भरपूर बैलेंस डाइट का ही सेवन करें। फास्ट फूड और स्ट्रीट फूड खाने में भले ही टेस्टी लगे, उसमें इस्तेमाल होने वाले खाद्य पदार्थ, मसाले और ऑयल हेल्थ को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे फूड्स में ट्रांस फैट अधिक होता है, जो हार्ट के लिए हार्मफुल है।
फूड क्वांटिटी-पोर्शन रखें सही: अपनी डाइट में फूड क्वांटिटी और पोर्शन का ध्यान रखें। डेली डाइट प्लेट में तीन बाउल्स रखें, जिसमें पहले बाउल में प्रोटीन, दूसरे में विटामिन-मिनरल्स और तीसरे बाउल में ग्रेंस होने चाहिए। हार्ट को फिट रखने के लिए हाई फाइबर और लो फैट डाइट लें। गेहूं, बाजरा, ज्वार, मकई, रागी, जौ, ब्राउन राइस जैसे फाइबर से भरपूर अनाज, दलिया, स्प्राउट्स, ओट्स, चोकरयुक्त आटा, आटा वाली ब्रेड, आटा नूडल्स जैसे आइटम्स शामिल करें। इनमें मौजूद फाइबर, विटामिन और मिनरल हार्ट आर्टरीज में कोलेस्ट्रॉल को जमने नहीं देते, जिससे हार्ट प्रॉब्लम्स कम होती हैं। प्रोटीन के लिए मटर, फलियां, दालें, चने, राजमा, दूध, दही, पनीर, फ्लैक्स सीड्स, चिया सीड्स, अखरोट, बादाम, सोयाबीन या साल्मन, मैकरन, चिकन, अंडे ले सकते हैं।
लें रेनबो डाइट : रेनबो डाइट यानी रोजाना अपनी खाने की थाली में 4-5 रंगों के खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए। इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन और मिनरल हार्ट को मजबूती प्रदान करते हैं। मौसम के अनुसार ताजे और अलग-अलग रंग के फल-सब्जियां जरूर खाने चाहिए। सब्जियों को सलाद, सूप, रोस्टेड, भुनी हुई किसी भी रूप में खा सकते हैं। डिब्बाबंद जूस पीने के बजाय फल खाना बेहतर है। फलों में मौजूद फाइबर पेट भरे होने का अहसास तो कराता ही है, ब्लड वेसल्स में कोलेस्ट्रॉल जमने से भी रोकता है।
इन्हें भी करें डाइट में शामिल: हार्ट को हेल्दी बनाने के लिए दिन में एक चम्मच हेल्दी फैट या ऑयल जरूर लें। इसे देसी घी, मक्खन, ऑलिव, चिरौंजी, तिल, फ्लेक्स या चिया सीड्स, नारियल या सरसों के तेल में बने आहार के रूप में ले सकते हैं। हाइड्रोजेनेटिक फैट वाले खाद्य पदार्थ जैसे-बादाम, पिस्ता, चिलगोजा सीड्स, एवोकैडो, साल्मन मछली को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। दिन में यानी ब्रंच टाइम में सूप या 2 फल खाना फायदेमंद हैं। दूध के साथ ओमेगा-3 से भरपूर बादाम या मुट्ठी भर ड्राई फ्रूट्स, केला, सेब जैसे फल ले सकते हैं।
इनसे करें परहेज : रिफाइंड ग्रेंस या मैदा और उससे बने प्रोसेस्ड या हाई कैलोरी फूड से परहेज करना चाहिए। केक, नूडल्स, बन, मफिंस, पेस्ट्री, डोनट, कुकीज, सॉस, पापड़ या मसाला पॉपकॉर्न जैसे खाद्य पदार्थों से परहेज करना चाहिए। इनकी वजह से मोटापा बढ़ता है, जिससे हार्ट संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। ज्यादा सोडियम वाली डाइट के सेवन से भी बचना चाहिए। इनके सेवन से ब्लड प्रेशर बढ़ने और हार्ट डिजीज होने का खतरा बढ़ता है। दिन भर में 5 ग्राम यानी एक छोटा चम्मच नमक खाना चाहिए। इसलिए चटनी, आचार, सॉस, पापड़, चिप्स, टोमेटो प्यूरी, म्योनीज और पैक्ड फूड से बचें। इनमें प्रीजर्वेटिव के साथ काफी मात्रा में सोडियम, फैट, क्रीम होता है, जो हार्ट के लिए हार्मफुल है। चाय-कॉफी, एनर्जी ड्रिंक, कोल्ड ड्रिंक न पिएं। इनमें मौजूद कैफीन और सिंथेटिक पदार्थ हार्ट को नुकसान पहुंचाते हैं। कोको बटर, पाम ऑयल जैसे अनहेल्दी फैट वाली चीजें नहीं खानी चाहिए। हॉट डॉग, ऑर्गन मीट, रेड मीट, सॉसेज, जैसे हैवी-प्रोटीन वाली चीजों से परहेज करें क्योकि इनमें फैट बहुत ज्यादा होता हैं। इनमें मौजूद फैट, आर्टरीज में जमने लगता है और मोटापा बढ़ने लगता है। आर्टरीज में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से कोरोनरी हार्ट डिजीज, हार्ट अटैक का खतरा रहता है। एक बार इस्तेमाल किए तेल को दुबारा इस्तेमाल करने से बचें। क्योंकि यह ट्रांसफैट में कंवर्ट हो जाता है और इससे हार्ट आर्टरीज ब्लॉक होने का खतरा रहता है।
प्रस्तुति : रजनी अरोड़ा
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