Holi 2023: माता-पिता के आशीर्वाद के लिए कहां लगाएं रंग, जानिए किस रिश्ते के साथ कैसे मनाएं होली

Holi 2023: माता-पिता के आशीर्वाद के लिए कहां लगाएं रंग, जानिए किस रिश्ते के साथ कैसे मनाएं होली
X
Holi Tradition In India: होली पर अपने माता-पिता समेत घर के अन्य सदस्यों को इस तरह लगाएं रंग, देखें ट्रेडिशन क्या कहता है।

How To Celebrate Holi With Which Relationship: होली का त्योहार खुशियों का त्योहार होता है। इस दिन सभी रिश्तों में प्यार की मिठास और रंगत घुल जाती है। ऐसे में जब रिश्तों के बीच किसी वजह से दूरियां आने लगती है या खटास आनी शुरू हो जाती है, तो होली का दिन इन उलझते रिश्तों को सुलझाने के लिए बहुत ही बेहतरीन होता है। अगर इंसान चाहे तो इस दिन उन रिश्तों में भी गर्माहट लाई जा सकती है, जो सालों से एक दूसरे से दूर हैं। होली दो संबंधों के बीच आई दरारों में रंग भरने का काम करती है, लेकिन इन सभी बातों में ध्यान रखने वाली बात ये है कि होली के उल्लास में आपको मर्यादा कभी नहीं भूलनी चाहिए।

बात करें शास्त्रों की तो हिंदू धर्म में होली के लिए अलग से कुछ नियम और परम्पराएं बनाई गई हैं। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, जितना जरूरी होली खेलना है, उतना ही जरूरी सम्मत तरीके से होली खेलना है। दरअसल, भारतीय परंपरा में कोई भी त्योहार बड़े-बुजुर्गों के सम्मान और आशीर्वाद के बिना पूरा नहीं होता है। ऐसे में होली का रंग भी तभी चढ़ता है, जब आपके बड़े आप पर आशीर्वाद की वर्षा करें। इसके लिए सबसे जरूरी है कि आप हर संबंध के मुताबिक रंग लगाकर होली को मनाएं।

आइए जानते हैं किस रिश्ते में कैसे रंग लगाना चाहिए

परिवार के लोगों को ऐसे लगाए रंग

अपने परिवार में बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लेते हुए होली खेलनी चाहिए। इसके लिए आपको बाबा-दादी, नाना-नानी से तिलक कराकर उनके पैर छूने चाहिए। माता के पैर पर रंग लगाकर उनसे आशीर्वाद लेना चाहिए। ऐसे ही पिता की छाती पर रंग लगाकर आशीर्वाद लेने की परंपरा है। वहीं, बड़े भाई के सिर पर रंग लगाकर उनका आशीर्वाद लें। छोटे भाई के हाथों पर रंग लगाकर उन्हें गले लगाएं। वहीं, बड़ी बहन के हाथों पर रंग लगाएं और छोटी बहन के गाल पर रंग लगा उन्हें गले से लगाएं।

परिवार के अन्य रिश्तों में कैसे लगाने चाहिए रंग

परिवार में और भी कई सदस्य हैं, जिन्हें रंग लगाकर आपको आशीर्वाद लेना चाहिए। ऐसे में ताई और ताऊ के पैर और माथे पर रंग लगाएं। चाची और चाचा के साथ जमकर होली खेल सकते हैं। वहीं, बड़ी भाभी को देवर हाथ और पैर में रंग लगा सकता है। ननद और देवरानी के कहीं भी रंग लगा सकती हैं। इसके साथ भी छोटी भाभी के सिर और कंधे पर रंग लगाए। छोटी भाभी के ननद कहीं भी रंग लगा सकती है।

इन रिश्तों के साथ जमकर होली खेल सकते हैं

पत्नी और पति एक-दूसरे को कहीं भी रंग लगा सकते हैं, साले और सरहज के साथ भी जमकर होली खेली जा सकती है। वहीं, मामा और मामी के साथ जी खोलकर होली खेलें, बुआ और फूफा को भी इज्जत से रंग लगा सकते हैं। साथ ही मौसी और मौसा को उचित दूरी से रंग लगाना चाहिए।

इनके साथ होली खेलते वक्त इज्जत से पेश आएं

पड़ोसी को इज्जत के साथ सूखा रंग लगाना चाहिए। दोस्तों के साथ खुलकर होली खेलें, बॉस के माथे पर टीका लगाएं। अगर बात करें बॉस की पत्नी के बारे में तो आप उनके हाथ में रंग देकर नमस्कार कर सकते हैं। अनजान व्यक्तियों को बहुत आराम से इज्जत के साथ रंग लगाना चाहिए।

Tags

Next Story