Health Tips: प्रदूषण की मार से दिल्ली बीमार, जहरीली हवा का सेहत पर पड़ रहा गहरा प्रभाव

How to Prevent Diseases Caused by Pollution: दुनिया के कुछ सबसे प्रदूषित शहरों में रहने वाले उत्तर भारत (North India) के डॉक्टरों ने बढ़ते वायु प्रदूषण के लिए छाती और गले की बीमारियों और संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों को जिम्मेदार ठहराया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले 15 वर्षों में देश भर में सांस संबंधी इंफेक्शन (Respiratory Infections) की संख्या लगातार बढ़ी है। डॉक्टरों का कहना है कि वे बुजुर्गों और अस्थमा (Asthma) से पीड़ित लोगों में सांस की समस्या देख रहे हैं, यह समस्या खासकर दिवाली (Post Diwali Pollution) के बाद शुरू हुई है। उन्होंने कहा कि कई मरीज जो पिछले (Tips For Pollution) कई महीनों से स्थिर थे, उन्होंने भी अस्पताल पहुंचना शुरू कर दिया है, जिससे आउट पेशेंट विभागों में सांस संबंधी बीमारी वाले मरीज बढ़ गए हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि "स्वाइन फ्लू (Swine Flu) और इन्फ्लूएंजा (Influenza) जैसी बीमारियों के बारे में जागरूकता अभियान चलाने के कारण, लोग अधिक जागरूक हो गए हैं ... फिर भी वायु प्रदूषण ऐसी बीमारियों की संख्या बढ़ाने में एक प्रमुख भूमिका निभा रहा है।" बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली (Delhi Latest News) में दिवाली के करीब एक हफ्ते बाद भी शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 'खराब' श्रेणी में बना हुआ है। यही कारण है कि दिल्ली सरकार (Pollution Latest News) ने अगली सूचना तक शहर में निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है।
वायु प्रदूषण मनुष्य को कैसे प्रभावित करता है? (How does air pollution affect humans)
एमएसडी मैनुअल के मुताबिक, वायु प्रदूषण का उच्च स्तर अस्थमा या क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज को ट्रिगर कर सकता है, जिससे हृदय और रक्त वाहिका विकारों (blood vessel disorders) के साथ-साथ फेफड़ों के कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि खांसी और सांस लेने में कठिनाई के साथ वायु प्रदूषण के लंबे समय तक संपर्क में रहने से बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं।
वायु प्रदूषण के लक्षण (symptoms of air pollution)
- सांस फूलना (breathlessness)
- घरघराहट (wheezing)
- पुरानी खांसी और सर्दी (chronic cough and cold)
- नाक में खुजली (itchy nose)
- बहती नाक (running nose)
- नाक बंद (nasal congestion)
- छींक आना (Sneeze)
- सूखा मुंह और गला (dry mouth and throat)
- ब्रोन्कियल संक्रमण (bronchial infection)
- दमा (asthma)
स्वास्थ्य प्रभावों और संक्रमणों से कैसे निपटें (How to deal with health effects and infections)
- बाहर निकलते समय हमेशा फेस मास्क पहनें।
- पीक ट्रैफिक ऑवर्स के दौरान बाहर व्यायाम न करें।
- शरीर को हमेशा हाइड्रेट रखें।
- यात्रा करते समय प्रमुख चौराहों और ट्रैफिक जाम जैसी जगहों पर जाने से बचें।
- फ्लू शॉट लगवाएं।
- बैलेंस डाइट, डेली एक्सरसाइज करके स्वस्थ लाइफस्टाइल बनाए रखें।
- नियमित रूप से विटामिन सप्लीमेंट लें।
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