Nail Biting Habit: इन कारणों से लोग चबाते हैं नाखून... देखें कहीं ये छोटी सी आदत ना करा दे आपका नुकसान

Nail Biting Habit: ज्यादातर लोगों को अपने नाखून चबाने की आदत होती है, वे अक्सर स्ट्रेस में या जब वे चिंतित या घबराए हुए होते हैं तो अपने नाखून चबाने लगते हैं। मेडिकल भाषा में इस बार-बार नाखून चबाने की आदत को ओनिकोफैगिया (Onychophagia) कहते हैं, यह ऐक ऐसी स्थिति होती है जो अगर अपने चरम पर पहुंच जाए तो इसे सुधारने के लिए भी मेडिकल अटेंशन की जरूरत पड़ जाती है। बताते चलें कि यह आदत महज बच्चों में ही नहीं बड़ों में भी पायी जाती है, अक्सर टीनएज (Tips to Reduce Nail Biting in Kids) में भी बच्चे अपने नाखून चबाने की इस आदत के शिकारो जाते हैं। उनकी यह आदत कभी-कभी जवान होने के बाद भी उनका पीछा नहीं छोड़ती है, तनाव, चिंता और घबराहट के अलावा लोगों के नाखून चबाने के कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं। आज की इस खबर में हम नाखून चबाने (Nail Biting) की इस आदत पर ही बात करेंगे, तो बिना वक्त गंवाए (How To Prevent Nail Biting Habit) चलिए शुरू करते हैं :-
- ध्यान लगाना (Concentration)
कुछ स्थितियों में, नाखून चबाना एक जानबूझकर किये जाने वाले काम के बजाय केवल एक अनजाने में हुई भूल होती है, जब आप किसी भी चीज पर ध्यान देने की बहुत ज्यादा कोशिश कर रहे होते हैं। उस वक्त में अक्सर ऐसा होता है कि अनजाने अपने आपका हाथ आपके मुंह तक पहुंच जाता है और आप नाखून चबाने (Nail Biting) लगते हैं।
- अधीरता, हताशा या बोर होना (Impatience, Frustration or Boredom)
एक बार जब लोगों को अपने नाखून चबाने की आदत हो जाती है, तो इसे रोकना बहुत मुश्किल होता है। यह लोगों के लिए डेली बिहेवियर (Daily Behaviour) बन जाता है। उदाहरण के लिए, जब वे निराश होते हैं, किसी का इंतजार करते हैं आदि, तो वे अपने आप को बिजी रखने के लिए अपने नाखून चबाना शुरू कर देते हैं।
भावनात्मक या मनोवैज्ञानिक समस्याएं (Emotional or Psychological Problems)
कभी-कभी नाखून चबाना कुछ लोगों के लिए केवल एक आदत नहीं बल्कि उससे कहि अधिक होता है, एक्सपर्ट्स की माने तो यह कई मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) स्थितियों जैसे कि अवसाद (Depression), टॉरेट सिंड्रोम (Tourette Syndrome) या अलगाव चिंता विकार (Separation Anxiety Disorder) से भी जुड़ा हो सकता है।
- नाखून चबाने की आदत क्या हो सकती है खतरनाक? (Is Nail Biting Habit Can Be Dangerous)
आमतौर पर अगर आप इस आदत को बार-बार दोहराकर खुदको नुकसान नहीं पहुंचते हैं और कभी-कभी ऐसा करते हैं, तो आपको ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं पड़ेगी। आप खुद भी इस समस्या से निजाद पा सकते हैं, हालांकि अगर आप नीचे बताई समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
- स्किन या नाखून संबंधित बीमारी (Skin or nail infection)
- इनग्रोन नाखून (Ingrown nails)
- नाखून के रंग का हल्का पड़ना (Nail discolouration)
- मुड़े हुए नाखून (Curled nails)
- नाखूनों के आसपास से खून निकलना (Bleeding around nails)
- आसपास की स्किन से अलग होने वाले नाखून (Nails separating from surrounding skin)
- नाखूनों का पतला या मोटा होना (Thinning or thickening of the nails)
- नाखून जो बढ़ना बंद हो गए हैं (Nails that have stopped growing)
- नाखूनों के आसपास सूजन या दर्द (Swelling or pain around the nails)
अगर आप अपने नाखूनों को चबाने से बचने के तरीकों की तलाश कर रहे हैं, तो नीचे दिए गए स्टेप्स को जरूर फॉलो करें आपको काफी मदद मिलेगी:-
- नाखून चबाने की जगह कुछ और विकल्प खोजें। जब भी आप खुद को इस स्थिति में पाएं, तो स्ट्रेस बॉल या किसी और चीज से खेलना शुरू करें जो आपको लगता है कि मददगार साबित होगी।
- पहचानें कि आपको क्या ट्रिगर करता है, ऐसा करने से आप इस आदत को रोकने की योजना बना पाएंगे।
- अपने नाखूनों को नेल कटर से बार-बार काटना शुरू करें।
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