High Cholesterol: ये वार्निंग साइन दिखें तो हो जाइए सावधान!, हो सकती है गंभीर बीमारी की शुरुआत

जब इंसान के ब्लड (Blood) में कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) नाम का फैटी सब्सटांस बहुत अधिक मात्रा में होता है, तब व्यक्ति हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या से जूझ रहा होता है। बॉडी में हैल्दी सेल्स (Healthy Cells) बनाने के लिए कोलेस्ट्रॉल की आवश्यकता होती है, लेकिन हाई कोलेस्ट्रॉल हृदय रोग की संभावना को बढ़ा सकता है। हाई कोलेस्ट्रॉल मुख्य रूप से वसायुक्त भोजन खाने, पर्याप्त व्यायाम न करने, अधिक वजन होने, धूम्रपान और शराब पीने के कारण होता है। हाई कोलेस्ट्रॉल खुद के लक्षण नहीं दिखाता है और इसलिए इस समस्या का पता लगाना थोड़ा मुश्किल होता है। हाई कोलेस्ट्रॉल स्पष्ट संकेतों के बिना गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ावा दे सकता है।
जानें क्या है हाई कोलेस्ट्रॉल के वार्निंग साइन
आज की इस खबर में हम आपको हाई कोलेस्ट्रॉल के शुरूआती लक्षणों और संकेतों के बारे में बताएंगे, अगर यह संकेत आपको अपने शरीर में दिखाई दें तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। आइए जानते हैं वे कौन से वार्निंग साइन (Warning Signs) हैं जिनसे आपको सचेत रहना है और जिनके दिखते ही आपको अपने कॉलेस्ट्रोल लेवल्स (High Cholesterol Level) की जांच करवानी है।
पैरों से संबंधित समस्याएं
जब आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है तो आपको पैरों से संबंधित समस्याएं घेरने लगती हैं। आपके पैर नम्ब हो जाते हैं यानी की उनमें कोई हलचल महसूस नहीं होती है, पैरों में झनझनाहट होती है और आपके तलवे बिल्कुल ठंडे पड़ जाते हैं। कॉलेस्ट्रोल के कारण पैरों की नसों तक ब्लड नहीं पहुंचता है ना ही ऑक्सीजन ठीक तरह से पहुंचती है। ऐसे में पैरों में तेज दर्द उठने लगता है।
नाखूनों में पीलापन
हाई कॉलेस्ट्रोल का असर नाखूनों में भी नजर आने लगता है, शरीर में बढ़ा हुए कॉलेस्ट्रोल नसों को अवरुद्ध करने लगता है जिससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक तरह से काम नहीं करती है। हाई कॉलेस्ट्रोल का असर नाखूनों पर भी पड़ता है और उनके अंदर गहरी लकीरें पड़ने लगती हैं। साथ ही, नाखूनों पर पीले, पतले और गहरे ब्राउन रंग की लकीरें भी नजर आने लगती हैं।
अगर आप अपने कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करना चाहते हैं तो यह चीजें आप अपने डाइट प्लान में शामिल कर सकते हैं।
नट्स
सुबह या शाम के नाश्ते के रूप में बादाम और अखरोट जैसे नट्स का सेवन करना कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने का एक जबरदस्त तरीका है। नट्स न्यूट्रिएंट्स से भरपूर होते हैं और मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड वसा में अच्छे होते हैं जो आपके हृदय और स्वास्थ्य की निगरानी में मदद करेंगे।
एवोकाडो
स्टडी के मुताबिक, एवाकाडो में कोलेस्ट्रॉल कम करने वाले प्रभाव होते हैं। वे मोनोअनसैचुरेटेड वसा और फाइबर का बहुत अच्छा सोर्स है। आप अपने सलाद और सैंडविच में एवोकाडो को शामिल कर सकते हैं या ऐसे ही एवोकैडो के स्लाइस का आनंद ले सकते हैं।
फ्रूट्स का सेवन जरूर करें
कई फल घुलनशील फाइबर से भरपूर होते हैं, वे आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और दिल के अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। पेक्टिन नामक घुलनशील फाइबर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को 10 प्रतिशत तक कम करने में मदद करता है। सेब, अंगूर, स्ट्रॉबेरी और खट्टे फलों में पेक्टिन पाया जाता है।
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