इंसान शराब पीने के बाद क्यों करता है बंदर जैसी हरकत, जानिए वैज्ञानिक कारण

Drunken Monkey: ऐसा कहा जाता है कि हम इंसानों के पूर्वज बंदर हुआ करते थे। इसके बाद धीरे-धीरे समय के साथ बंदर इंसानों में तब्दील हो गए। शायद यही वजह है कि बंदर इंसानों की नकल करते हैं। वैसे तो बंदरों का इंसानों को देखते हुए कुछ सीखना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ऐसी भी आदत है, जो इंसानों ने बंदरों से सीखी है? जी हां, इंसानों ने बंदरों से शराब पीने की आदत सीखी है। एक स्टडी के मुताबिक बंदरों को ऐसे फलों की तलाश रहती है, जो थोड़े से सड़े हुए हो। स्टडी में पाया गया कि बंदर के खाए फलों में शराब की करीब 2 फीसदी मात्रा मौजूद रहती है।
जानिए क्या कहती है स्टडी
बर्कली के यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के बायोलॉजिस्ट रॉबर्ट डुडले ने 25 साल के युवाओं पर शराब के बढ़ते क्रेज को लेकर रिसर्च की थी। उन्होंने पाया कि शराब के लिए इंसानों का प्यार बंदरों और लंगूरों की वजह से है। शराब की खुशबू की वजह से बंदर और लंगूर खाने के लिए फलों के पकने का या उनके थोड़ा सा सड़ने का इंतजार करते हैं। अब इस मुद्दे पर एक और स्टडी की गई है, जिसको 'ड्रंकन मंकी' नाम दिया गया है। यह स्टडी हाइपोथेसिस को सपोर्ट करती है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में हुई इस स्टडी में पनामा में पाए जाने वाले ब्लैक-हैंडेड स्पाइडर मंकी द्वारा खाए फलों और उनके पेशाब के सैंपल को इकट्ठा किया।
बंदरों से सीखी शराब पीने की आदत
रिसर्च में पाया गया कि बंदर थोड़े सड़े हुए फलों को खाते हैं। उनके द्वारा खाए फलों में 1 से 2 फीसदी में शराब की मात्रा पाई गई थी, जो कि नेचुरल फर्मेंटेशन के कारण आई थी। बता दें कि अल्कोहल की यह मात्रा लो अल्कोहल वाली बियर में इतनी ही मात्रा में पाई जाती है। साथ ही, बंदरों के यूरिन सैंपल में भी अल्कोहल के अंश थे। इसका मतलब ये है कि बंदर शराब का इस्तेमाल एनर्जी के लिए करते हैं। विशेषज्ञों ने कहा कि इस स्टडी से ये पता चलता है कि इंसानों में शराब के लिए ये प्यार बंदरों की वजह से ही आता है। साथ ही, ड्रंकन मंकी की थ्योरी में भी काफी सच्चाई है। शायद इसीलिए इंसान बंदरों से शराब पीने की आदत सीख कर बंदरों जैसी हरकते ही करने लगता है।
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