भारतीय महिलाओं में बढ़ रहा Breast Cancer का खतरा, जानिए कैसे कर सकती हैं बचाव

Breast Cancer Awareness Month: भारतीय महिलाओं (Indian Woman) को प्रभावित करने वाली सबसे आम बीमारी स्तन कैंसर (Breast Cancer) बन गई है। आंकड़ों की माने तो देश में हर चौथी महिला स्तन कैंसर से जूझ रही है। लगातार बढ़ रहे ये आंकड़े बहुत बड़ा सवाल खड़ा करते हैं कि ऐसे कौन से कारण हैं जो महिलाओं में स्तन कैंसर को बढ़ावा दे रहे हैं? और सबसे अहम सवाल है कि ब्रैस्ट कैंसर क्या होता है? इसे रोकने के लिए हम क्या कर सकते हैं। इसके लिए आपको यह समझना बहुत जरूरी है कि स्तन कैंसर का कोई एक कारण नहीं हो सकता है। जैसा की आप जानते हैं कि तंबाकू चबाने से सिर और गर्दन का कैंसर होता है और धूम्रपान से फेफड़ों का कैंसर हो सकता है। लेकिन स्तन कैंसर के मामले में, ऐसा कोई एक कारक एजेंट नहीं है जिसे हम स्तन कैंसर से बचाने के लिए रोकने की सलाह दी जा सके। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम स्तन कैंसर होने के जोखिम को कम (How To Prevent Breast Cancer) नहीं कर सकते।" आज की इस खबर में हम आपको बताएंगे कि कैसे आप खुदको ब्रैस्ट कैंसर (Breast Cancer Awareness Month) जैसी गंभीर बीमारी से बचा सकती हैं:-
मोटापे से बचें (Avoid Obesity)
मोटापे से ग्रस्त महिलाओं में स्तन कैंसर होने के चांसेस ज्यादा होते हैं, इसलिए कहा जाता है कि महिलाओं को अपने वजन को नियंत्रण में रखना चाहिए। सुनिश्चित करें कि आप हेल्दी डाइट लें और स्वाद के चलते ज्यादा जंक फूड ना खाएं।
संतुलित आहार (Balanced Diet)
आहार में प्रोटीन, कार्ब्स और वसा का स्वस्थ संतुलन होना चाहिए। बहुत अधिक प्रोसेस्ड फूड नहीं होना चाहिए और उच्च नमक और चीनी वाली चीजों से बचना चाहिए। फल आपकी डेली डाइट का हिस्सा होना चाहिए।
एक्टिव लाइफस्टाइल (Active Lifestyle)
आपको अपने डेली शेड्यूल में कम से कम 30 मिनट का वर्कआउट करना चाहिए। इसका मतलब यह नहीं है कि आपको हर दिन जिम जाना होगा। लिफ्ट से बचना और सीढ़ियां चढ़ना, ड्राइव के बजाय बाज़ार में तेज़ चलना कुछ उदाहरण हैं कि कैसे हम अपने शेड्यूल में कुछ व्यायामों को शामिल कर सकते हैं।
देर से गर्भावस्था से बचें (Avoid late pregnancy)
30 साल की उम्र के बाद बच्चे का जन्म स्तन कैंसर के उच्च जोखिम से जुड़ा होता है। इसलिए यह सलाह दी जाती है कि, यदि संभव हो तो 30 वर्ष की आयु से पहले कम से कम एक गर्भावस्था होनी चाहिए।
स्तनपान कराएं (Breastfeeding)
स्तनपान (Breastfeeding) को स्तन कैंसर के लिए सुरक्षात्मक पाया गया है और ऐसा कहा जाता है कि इससे बच्चे के साथ-साथ मां को भी फायदा होता है।
हार्मोनल हेरफेर से बचें (Avoid hormonal manipulation)
शारीरिक हार्मोन के साथ बहुत अधिक छेड़छाड़ भी स्तन कैंसर का कारण बन सकती है। बांझपन उपचार (Infertility treatments), डिम्बग्रंथि उत्तेजना (ovarian stimulation), रजोनिवृत्ति (post-menopausal hormonal rehabilitation) के बाद हार्मोनल पुनर्वास कुछ ऐसी चीजें हैं जो स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ाती हैं।
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