Monsoon Health Care Tips : उमस भरी गर्मी में भी नहीं आ रहा पसीना, तो बढ़ सकता है इन बीमारियों का खतरा

Monsoon Health Care Tips : उमस भरी गर्मी में भी नहीं आ रहा पसीना, तो बढ़ सकता है इन बीमारियों का खतरा
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Monsoon Health Care Tips : जब शरीर का तापमान बढ़ जाता है तो इसका नर्वस सिस्टम पर असर पड़ता है। हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है, जो हार्ट फेलियर या हार्ट अटैक का कारण भी बन जाता है। इसलिए मानसून में उन लोगों को अपना ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है, जिन्हें पसीना नहीं आता है।

Monsoon Health Care Tips : मानसून की उमस भरी गर्मी में पसीना आना एक आम बात होती है। लेकिन जिन लोगों को पसीना नहीं आता है, उन्हें कई गंभीर बीमारियां हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि पसीने से शरीर का तापमान कंट्रोल में रहता है। जब शरीर का तापमान बढ़ जाता है तो नर्वस सिस्टम पर असर पड़ता है। हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है, जो हार्ट फेलियर या हार्ट अटैक का कारण भी बन जाता है। इसलिए मानसून में उन लोगों को अपना ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है, जिन्हें पसीना नहीं आता है। आइए जानते हैं कि पसीना न आना किन बीमारियों का संकेत है और यह आपके शरीर को कैसे नुकसान पहुंचाता है।

1- हीट स्ट्रोक का खतरा (Heat stroke)

एक्सपर्ट्स बताते हैं कि जिन लोगों की पसीना नहीं आता है, उनके शरीर का तापमान कंट्रोल नहीं हो पाता है। इसलिए तेज धूप में जाने से उनमें हीट स्ट्रोक का खतरा ज्यादा रहता है, क्योंकि लंबे समय तक शरीर का तापमान बढ़ा रहना नुकसानदायक होता है।

2. जल्दी बीमार पड़ते हैं लोग

विशेषज्ञों की मानें तो ये बात कम लोग ही जानते हैं कि पसीने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। ऐसा इसलिए हैं क्योंकि पसीने के साथ शरीर से रोगाणु भी निकल जाते हैं, इससे आप कई बड़ी बीमारियों से बच सकते हैं।

3. बढ़ता है चर्म रोग का खतरा (skin infection)

जिन लोगों को पसीना नहीं आता है, उन्हें चर्म रोगों का खतरा भी रहता है। उनकी त्वचा के रोम छिद्रों में धूल और धुएं के कण रहते हैं, जो कील-मुंहासों और कई तरह के स्किन इंफेक्शन का कारण बन सकते हैं।

4. किडनी स्टोन का खतरा (kidney stone)

एक्सपर्ट्स बताते हैं कि पसीने से शरीर में मौजूद एक्स्ट्रा सॉल्ट भी बाहर निकल जाता है। जिन लोगों को पसीना नहीं आता उनके शरीर में सॉल्ट और कैल्शियम की मात्रा बहुत अधिक बढ़ जाती है। इससे किडनी स्टोन होने का खतरा भी बढ़ जाता है।

5. घावों को भरने में लगता है ज्यादा समय

देरी से घाव भरना भी कम पसीना आने का एक कारण हो सकता है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि स्वेद ग्रंथियों में स्टेम सेल्स भी पाए जाते हैं, जो घावों को जल्दी भरने में मदद करती हैं। ऐसे में हम कह सकते हैं कि पसीना न आना एक चिंता की बात है। इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

6. बढ़ता है हार्ट स्ट्रोक का खतरा (heart stroke)

एक्सपर्ट्स बताते हैं कि किसी भी व्यक्ति के लिए पसीना आना बेहद जरूरी है। इससे कई बार हार्ट स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ सकता है। इसके अलावा कई अंग काम करना भी बंद कर सकते हैं। इसलिए अगर आपको पसीना नहीं आता है तो तुरंत किसी डॉक्टर से सलाह लेने की जरूरत है।

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