Anxiety Disease: चिंता हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक, जानिए इसे दूर करने के घरेलू तरीके

Anxiety Disease: चिंता पूरी तरह से बुरी नहीं होती है। यह आपको खतरे से अवगत कराती है, आपको समस्याओं से निबटने के लिए प्रेरित करती है। लेकिन यहीं चिंता अगर हमारे दिल और दिमाग में घर कर जाए तो समझिए कि यह खतरे की घंटी है। इस तरह की चिंता आपके जीवन को बुरी तरह से प्रभावित करने की ताकत रखती है। तो जानिए, किस प्रकार से आप चिंता से होने वाली बीमारी से बच सकते हैं।
चिंता (Anxiety)
चिंता मानव स्वभाव का एक अहम हिस्सा है। यह इंसान की वो भावना है, जो उन कारकों के संयोजन के कारण हो सकती है, जिनके बारे में शोधकर्ताओं का मानना है कि ये आनुवांशिकी से लेकर पर्यावरण और मस्तिष्क रसायन तक हो सकते हैं।
चिंता के सामान्य लक्षण (Symptoms of anxiety)
बढ़ी हृदय की दर (Increased heart rate)
तेजी से सांस लेने (Rapid breathing)
बेचैनी (Restlessness)
ध्यान केंद्रित करने में परेशानी (Trouble concentrating)
चिंता से होने वाली बीमारी (Anxiety Disorders)
चिंता देखने में आम सी लगती है। कभी-कभी हमलोग अपने परिवार के सदस्यों को लेकर बहुत ज्यादा सोचते या चिंता करते हैं। इस दौरान हम यह नहीं सोचते कि चिंता भी एक बड़ी प्रॉब्लम बन सकती है। जानिए, इससे होने वाली बीमारियों के बारे में...
घबराहट की समस्या (Panic Disorder)
अभिघातजन्य तनाव विकार (Post-Traumatic Stress Disorder)
जुनूनी-बाध्यकारी विकार (Obsessive Compulsive Disorder)
विभाजन की उत्कंठा (Separation anxiety)
बीमारी की चिंता (Illness anxiety)
भय (Phobia)
सामान्यीकृत चिंता विकार (Generalized anxiety Disorder)
सामाजिक चिंता विकार (Social anxiety Disorder)
चिंता का इलाज (Anxiety Treatment )
चिंता का इलाज विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है।
संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी (सीबीटी) है, जो लोगों को चिंता होने पर उससे निबटने में मदद करता है।
अवसादरोधी (Antidepressants) और शामक (Sedatives) जैसी कुछ दवाएं भी हैं, जो मस्तिष्क रसायन को संतुलित करने और चिंता की घटनाओं को रोकने का काम करती हैं। इसके अलावा वे सबसे गंभीर लक्षणों को भी दूर कर सकते हैं।
चिंता के लिए प्राकृतिक उपचार (Natural remedies for anxiety)
सक्रिय रहें (Stay active)
नियमित रूप से व्यायाम करें। यह न केवल आपको शारीरिक स्वास्थ्य के लिए, बल्कि इसके साथ ही यह आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत मददगार हो सकता है।
शराब से दूर रहें (Steer clear of alcohol)
शराब पीने से आपको कुछ देर के लिए भले ही मानसिक सुकून मिल जाती है, क्योंकि यह एक प्राकृतिक शामक (Natural Sedative) है। लेकिन कुछ समये के बाद आपको आसामान्य रूप परेशान भी कर सकती है। यहीं कारण हैं कि शराब पीने के बाद इंसान पुरानी बातों को सोचकर परेशान होता है।
सिगरेट पीना छोड़ने पर विचार करें (Consider quitting smoking cigarettes)
तनावपूर्ण समय के दौरान धूम्रपान करने वाले अक्सर सिगरेट की ओर बढ़ते हैं। जब आप तनावग्रस्त हों तो सिगरेट का सेवन करना एक त्वरित समाधान है, जो समय के साथ चिंता को बदतर बना सकता है।
कैफीन का सेवन सीमित करें (Limit caffeine intake)
यदि आप पहले से परेशान है और आपको लगता है कि कैफिन का सेवन कर आप को बेहतर महसूस होगा तो बता दें कि कैफिन आपके लिए घबराहट का कारण बन सकता है। यदि आप पहले से चिंतित हैं तो यह आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
अच्छी रात्रि विश्राम को प्राथमिकता दें (Prioritize getting a good night’s rest)
सारी दिक्कतों परेशानियों को दूर रखकर आप अच्छी नींद ले। यह आपके मानसिक स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती है।
ध्यान करें और सचेतनता का अभ्यास करें (Meditate and practice mindfulness)
मेडिटेशन का एक मुख्य लक्ष्य वर्तमान समय के में पूरी तरह से जागरूक रहना है, सभी विचारों को गैर-निर्णयात्मक तरीके से नोटिस करना शामिल करें। किसी भी बात को लेकर परेशान न हो। मेडिटेशन आपके सभी विचारों और भावनाओं को ध्यानपूर्वक सहन करने की क्षमता को बढ़ाने के साथ ही शांति और संतुष्टि की भावना पैदा कर सकता है।
संतुलित आहार लें
(Eat a balanced diet)
अपने भोजन में पौष्टिक आहार शामिल करें। इसके साथ ही समय से भोजन करें। निम्न रक्त शर्करा स्तर (Low blood sugar levels), निर्जलीकरण (Dehydration), या प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में रसायन (chemicals in processed foods) जैसे कृत्रिम स्वाद (Artificial Flavor), कृत्रिम रंग (Artificial Color) और संरक्षक (Preservatives) जैसे भोजन कुछ लोगों में मूड में बदलाव का कारण बन सकते हैं। वहीं अधिक चीनी वाला भोजन भी इंसान के व्यवहार पर असर डालता है।
गहरी सांस लेने का अभ्यास करें (Practice deep breathing)
चिंता के समय अजीब लगना, तेज सांसें लेना आम बात है। तेज सांस की वजह से हृदय गति में परिर्वतन यानी हार्ट बीट बढ़ सकती है, चक्कर आ सकते हैं या सिर घूम सकता है, यहां तक कि घबराहट का दौरा भी पड़ सकता है। इस वजह से आप गहरी सांस लेने की एक्सरसाइज करें।
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