12 साल के बच्चे की मौत के बाद बढ़ रहा Nipah Virus का खतरा, जानें लक्षण और कैसे कर सकते हैं आप अपना बचाव

Nipah virus : केरल (Kerala) में निपाह वायरस (Nipah virus) का ताजा मामला सामने आया है। यहां एक 12 साल के बच्चे की मौत हो गई है। यह वायरस (Nipah virus) ज्यादा न फैले इसके लिए राज्य सरकार की ओर से ठोस इंतजाम किए जा रहे हैं। आइए जानते हैं, यह वायरस कहां से आया और इसके लक्षण और इलाज क्या है।
मलेशिया में आया था पहली बार
मलेशिया में 1998 में निपाह वायरस (Nipah virus) के केस सामने आए थे, जिससे 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। माना जाता है कि मलेशिया (Malaysia) ने पालतू सूअरों को मेजबान (Domesticated Pigs) के रूप में देखा था । भारत में यह वायरस साल 2001 में आया था। जो पश्चिम बंगाल (West Bengal) राज्य में देखने को मिला था। इसके लिए पूरी तरह से चमगादड़ों के द्वारा जो फल खाकर छोड़ दिए जाते हैं, उनको जिम्मेदार ठहराया गया था। 2018 निपाह वायरस के प्रकोप ने राज्य में दर्ज 18 पुष्ट मामलों में से 17 लोगों की जान ले ली थी।
कैसे फैलता है वायरस
इंडियन जर्नल ऑफ वायरोलॉजी (Indian Journal of Virology) की मानें तो संक्रमित सूअरों के डायरेक्ट कांटेक्ट में आने से, जो फल चमगादड खाकर छोड़ देते हैं उनसे, संक्रमण से पीड़ित व्यक्ति के कांटेक्ट में आने से हो सकता है।
क्या है वायरस के लक्षण
-बुखार
-सिरदर्द
-बेहोशी
-मतली
-पेट दर्द
-उल्टी
-थकान
-धुंधली दृष्टि
-मरीज कोमा में भी जा सकता है
कितने दिन
यह वायरस 5 से 14 दिनों तक रहता है
वैक्सीन (Vaccine)
अभी तक इस वायरस के इलाज के लिए कोई वैक्सीन नहीं बनी है।
कैसे करें बचाव
-संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में न जाएं
-ऐसे फल न खाएं जो किसी पक्षी ने पहले से खाएं हो
-पिग के संपर्क में न जाएं
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