राज कुंद्रा पोर्नोग्राफी केस : जानें पोर्न और इरॉटिका में क्या है अंतर

अमेरिकन फिल्म प्रोड्यूसर (American Film Producer) लुसी फिशर (Lucy Fisher) एंटरटेंनमेंट इंडस्ट्री (Entertainment Industry) में एक चमकता हुआ सितारा मानी जाती हैं। उन्होंने एक बार इरॉटिका (Erotica) और पोर्न (Porn) की रेशम और नायलॉन से तुलना करते हुए कहा था 'इरॉटिका हमारे जैसे अच्छे मध्यम वर्ग के एजुकेटेड लोगों के लिए है, जबकि पोर्नोग्राफी (Pornography) एकाकी, अनाकर्षक और अनएजुकेटेड लोगों के लिए है।' लुसी की ये टिप्पणी उन लोगों के लिए आश्चर्यजनक है जिन्होंने कभी पोर्न और एरॉटिका के बीच में कोई अंतर पर विचार नहीं किया। लेकिन फिशर की टिप्पणी ने लोगों के मन में इन विषयों को लेकर जिज्ञासा जरुर बढ़ा दी है।
क्या है पोर्नोग्राफी और इरॉटिका में अंतर
जानकारों की मानें तो इरॉटिका कोई भी कलात्मक वर्क होता है जो हाई क्लास के दर्शकों के लिए बनाया जाता है। इसमें साहित्य को कलात्मक और बेहतरीन ढंग से दिखाया जाता है। जैसे कोई पेंटिंग, मूर्तिकला, नाटक, फिल्म और कामुकता से भरी कोई सामग्री। इरॉटिका पोर्नोग्राफी से काफी अलग है। एंटी पोर्नोग्राफी एक्टिविस्ट (Andrea Dworkin) के मुताबिक, 'इरॉटिका सिंपली हाई क्लास पोर्नोग्राफी है। जिसे बहतरीन तरीके से प्रोड्यूज, एक्जीक्यूट, पैकेजेड और अच्छी क्लास के दर्शकों के लिए बनाया जाता है। वहीं पोर्नोग्राफी की बात करें तो उसे किसी लेखन, चित्र और फिल्म के माध्यम से दिखाया जा सकता है। उसका मकसद केवल सेक्सुअल डिजायर को प्रोत्साहित करना होता है।
क्यों हो रही है बहस
बता दें कि शिल्पा शेट्टी के पति राजकुंद्रा को पुलिस ने पोर्नोग्राफी केस के मामले में गिरफ्तार किया है। वह 23 जुलाई तक पुलिस कस्टडी में रहेंगे। राजकुंद्रा पर अश्लील फिल्में बनाने और उन्हें एप के माध्यम से दिखाने का आरोप है। इस घटना के बाद बॉलीवुड इंडस्ट्री हैरान है। सभी ये ही सोच रहे हैं कि कहीं राज पर लगे आरोप कहीं सही तो नहीं है। राज के सपोर्ट में गंदी बात फिल्म की एक्ट्रेस गहना वशिष्ठ आईं और उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कि पोर्नोग्राफी और इरोटिका में फर्क को समझने कोशिश कीजिए। इसके बाद से पोर्नोग्राफी और इरोटिका को लेकर सोशल मीडिया पर जंग छिड़ गई है।
क्या कहा था 'गंदी बात' की एक्ट्रेस ने
गहना वशिष्ठ ने एक वीडियो में कहा, ''हाय ! मैं गहना वशिष्ठ। मुझे पता चला राज की अरेस्ट के बारे में मैं सिर्फ ये कहना चाहती हूं कि कोई भी पोर्न नहीं बना रहा है। नॉर्मल वीडियोज थे, नॉर्मल एरोटिका था। जैसे की एकता कपूर गंदी बात बनाती है... जाने कितनी फिल्में है। इन सारी इन सारी सीरिज में उससे भी कम बोल्डनेस है। जैसे की कह दिया जाता है कि इतने वीडियो पाए गए, उतने वीडियोज पाए गए। मेरी आप लोगों से एक छोटी सी रिक्वेस्ट है। पहले उन वीडियो को देखा जाए। बिना देखे डिसाइड न किया जाए कि वो पोर्न है या क्या है। एंड कोई भी वीडियो नॉट ईवन ए सिंगल वीडियो पोर्न की कैटेगरी में आता है। मुझे लगता है मैं जिन लोगों से बात कर रही हूं वो सारे समझदार लोग है और मोस्टली 18 के ऊपर के लोग है, जिन्हें फर्क समझ में आता होगा कि पोर्न और एरोटिका में क्या फर्क होता है। कवर देखकर या बस ये कह दिया जाए ये वीडियोज मिल गए है कि किसी गाड़ी में किसी के लेपटॉप में तो वो उसका मेकर है या वो पोर्न है। ऐसा न किया जाए। पहले वीडियोज को देखें और उसके बाद डिसाइड करें क्या है। बाकी मुझे मुंबई पुलिस पर ट्रस्ट है। कोई भी वीडियो पोर्न नहीं है।''
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