Parenting Tips: भविष्य के लिए बच्चों को करें तैयार, माता-पिता ऐसे सिखाएं घरेलू काम

Parenting Tips: अनु का बेटा देवांश तेरह साल का है। शुरू से ही उसके हर काम अनु खुद ही करती आई है। उसके बेडरूम की क्लीनिंग (Bedroom Cleaning), स्टडी टेबल क्लीनिंग (Study Table Cleaning) और उसकी ड्रेस को प्रेस करना। यहां तक कि देवांश की किताबों को भी सही जगह पर अनु ही रखती है। इसका नतीजा यह हुआ कि देवांश इतना बड़ा होने पर भी वह ना तो अपने काम ठीक से करता है और ना ही घर के किसी काम में अपने पैरेंट्स की हेल्प करता है। देवांश के इस एटीट्यूड को देखकर अनु अब परेशान रहती है। उसे यह रियलाइज होता है कि अगर बचपन से ही उसने देवांश से घर के छोटे-बड़े काम में हेल्प लेने की हैबिट डाली होती, तो आज वह ऐसा ना होता।
यह अनुभव सिर्फ अनु का नहीं है, ज्यादातर पैरेंट्स (Parents) अपने बच्चों (Children) से घर के काम नहीं कराते, जिसका नेगेटिव असर (Negative Impact) आगे चलकर बच्चों की पर्सनालिटी पर भी पड़ता है। आपके बच्चे के साथ ऐसा ना हो, इसके लिए शुरू से ही घर के कामों में उसे इंवॉल्व करें।
रूम क्लीनिंग (Room Cleaning)
बच्चों के रूम में टॉयज, किताबें यहां-वहां बिखरी रहती हैं। ऐसा ना हो, इसके लिए बच्चों में खुद अपना रूम क्लीन करने की आदत डालें। चीजों को सलीके से और सही जगह पर रखना सिखाएं। इसके लिए शुरुआत में उसकी हेल्प भी करें। हर रोज खुद अपने कमरे की अच्छी तरह डस्टिंग करें। इससे बच्चों में अपने कमरे को क्लीन रखने की आदत बनेगी और उन्हें सामान को सही जगह पर रखने की हैबिट भी डेवेलप होगी। यह हैबिट बड़े होकर भी उनके बहुत काम आएगी।
बर्तनों की सफाई (Utensils Cleaning)
हालांकि अधिकतर पैरेंट्स अपने बच्चों से बर्तनों की सफाई नहीं करवाते हैं। लेकिन बच्चों से घर के हर काम में थोड़ी-बहुत हेल्प लेनी चाहिए। इसलिए रेग्युलर ना सही लेकिन इस बारे में बच्चों को पता होना चाहिए। आप बच्चों से कहें कि खाना खाने के बाद अपने जूठे बर्तन खुद उठाकर किचेन के सिंक में रखें। अगर बच्चे थोड़े बड़े हैं, तो उनसे बर्तन धोने के लिए भी कहें। इसके लिए पहले उन्हें बर्तन सही तरह से धोना सिखाएं।
कुकिंग में हेल्प (Cooking Help)
आप अपने बच्चे से उसकी उम्र और समझ के मुताबिक कुकिंग में भी हेल्प ले सकती हैं। आप बच्चों को सैंडविच बनाना या सलाद काटकर सजाने जैसी छोटे-छोटे काम सिखा सकती हैं। इसी तरह की कई इंस्टेंट डिशेज बनाना भी सिखा सकती हैं। इस तरह बच्चों में कुकिंग को लेकर इंटरेस्ट पैदा होगा और कभी घर में अकेले होने पर वे अपने लिए कुछ बना भी सकेंगे। उनकी यह आदत भविष्य में भी काफी उपयोगी साबित होगी।
गीले कपड़े सुखाना (Drying Wet Clothes)
आप कपड़ों को वॉशिंग मशीन में धोने और सुखाने में भी बच्चे की हेल्प ले सकती हैं। अगर आपके बच्चे इतने बड़े हैं कि वे सुखाने के लिए रस्सी पर कपड़े डाल सकें और फिर उन्हें उतार सकें, तो उनसे इस तरह के काम भी करने को कहें। अगर आपके घर में दो बच्चे हैं, तो एक की वॉशिंग मशीन से कपड़े रस्सी में डालने की ड्यूटी लगा दें और दूसरे की उतारने की। इस तरह उन्हें मिल-बांटकर काम करना आएगा, वे टीमवर्क करना सीखेंगे। आप काम करने के दौरान उन्हें यह अहसास जरूर कराएं कि घर का काम करना सबकी बराबर जिम्मेदारी होती है।
इस तरह घर के छोटे-छोटे कामों में बच्चों की हेल्प लेने से उनमें गुड हैबिट्स डेवेलप होंगी और फ्यूचर में भी ये उनके लिए हेल्पफुल रहेंगी।
लेखक- निधि गोयल (Nidhi Goyal)
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