Relationship Tips: जब आपके पार्टनर हों डॉमिनेटिंग तो रिश्ते में बरतें ये सावधानी, जिससे दूर होंगी सारी परेशानी

Relationship Tips: डॉमिनेटिंग लाइफ पार्टनर (Dominating Life Partner) यानी ऐसा शख्स, जो आपकी लाइफ को अपने अकॉर्डिंग कंट्रोल करता हो। अगर उसके मन-मुताबिक काम ना हो तो वह नाराज, गुस्सा होता हो, झगड़ा करता हो। इस तरह के डॉमिनेटिंग पार्टनर (Dominating Partner) के साथ सही तरह से डील किया जाना बहुत जरूरी है। यहां हम आपको डॉमिनेटिंग लाइफ पार्टनर से डील करने के कुछ टिप्स (Tips to Deal With Dominating Partner) बताएंगे, जिन्हें अपनाकर आप अपनी लाइफ में खुशियों (Happy Married Life) ला सकती हैं...
जानें कारण
सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि आपका लाइफ पार्टनर डॉमिनेटिंग क्यों है? कारण जानें बिना आप अपने डॉमिनेटिंग- कंट्रोलिंग पार्टनर के साथ कभी भी सही ढंग से डील नहीं कर पाएंगी। कारण आप आपसी बातचीत के जरिए ही जान पाएंगी। इसमें कभी एग्रेसिव ना हों, पार्टनर की साइकोलॉजी समझें फिर अपनी कहें, उसकी भी सुनें। उसे जो भी समझाएं प्यार से, अपनेपन के साथ, इसका असर उस पर जरूर होगा।
इनसिक्योरिटी की फीलिंग
मैरिज काउंसलर के अनुसार पार्टनर के डॉमिनेटिंग बिहेवियर के पीछे एक बड़ा रीजन उनकी इनसिक्योरिटी की फीलिंग भी होती है। उन्हें लगता है कि उनकी लाइफ पार्टनर उनसे ज्यादा इंटेलीजेंट और स्मार्ट है, करियर में भी सक्सेसफुल है। एक दिन वह उसे छोड़कर जा सकती है। अपनी लाइफ पार्टनर को खोने के डर से वह उसे कंट्रोल में रखने की कोशिश करता है।
अपनी डिग्निटी बनाए रखें
डोमिनेटिंग नेचर वाले पार्टनर में बदलाव के लिए उनकी हमेशा सभी बातें मानना, उनके मन-मुताबिक चलना बंद कर दें। जो सही लगे, उसे मानें और जो गलत लगे, उसे ना मानें। इस तरह जब आप उन्हें एक सीमा में रखेंगी, एक लिमिट में छूट देंगी, तो यह मैसेज जाएगा कि वह अपने मन-मुताबिक आपकी लाइफ को कंट्रोल नहीं कर सकते। आपकी भी एक डिग्निटी है।
सॉल्यूशन पर करें फोकस
देखा जाता है, डॉमिनेटिंग, कंट्रोलिंग पार्टनर बिना किसी वजह के भी लड़ने-झगड़ने लगते हैं। बात का बतंगड़ बनाते हैं। जबकि प्रॉब्लम क्या है, इस पर बात नहीं करते। ना ही वे प्रॉब्लम को सॉल्व करने पर फोकस होते हैं। ऐसी स्थिति में मैरिज काउंसलर यही सलाह देते हैं कि अपने पार्टनर के साथ बातचीत करते समय क्लीयर रहें कि वास्तव में प्रॉब्लम कहां, क्या है? उनसे साफ-साफ बोलें कि अपने मन की बात कहने में कोई बुराई नहीं है, किसी प्रॉब्लम से भागना उसका समाधान नहीं है। जब उन्हें अपनी गलती का अहसास होगा, तो वह खुद को बदलने का प्रयास जरूर करेंगे।
इस तरह यहां बताई गई बातों को जब आप अमल में लाएंगी तो धीरे-धीरे आपके डॉमिनेटिंग पार्टनर के बिहेवियर में पॉजिटिव चेंजेस आने लगेंगे। कुछ दिन बाद ही आपकी मैरीड लाइफ सुकून भरी और खुशहाल हो जाएगी।
लेखक- मीरा टैगोर (Meera Tagore)
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