Wedding Season: शादी के बाद महिलाएं क्यों पहनती हैं बिछिया, रामायण काल से चली आ रही प्रथा

Wedding Season: शादी के बाद महिलाएं क्यों पहनती हैं बिछिया, रामायण काल से चली आ रही प्रथा
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wedding season: शादी के बाद महिलाएं क्यों पहनती हैं बिछिया, साथ ही जानिए चांदी की बिछिया का महत्व।

Importance Of Toe Ring: भारतीय संस्कृति में विवाह का महत्व बहुत ही ऊंचा है, इस रिश्ते को बेहद ही पवित्र माना जाता है। शादी सीजन (Wedding Season) को किसी त्योहार से कम नहीं आंका जाता है। यही कारण है कि हमारे देश में शादी की खुशियों में चार चांद लगाने के लिए कई प्रथाएं सदियों से चली आ रही हैं। ये रीती रिवाज ही हैं, जिन्होंने मॉडर्न जमाने में भी भारत की संस्कृति को अपने अंदर संजोकर रखा हुआ है। ऐसे ही रिवाजों में से एक है, शादी के बाद पैरों में बिछिया पहनना। आजकल के समय में ज्यादातर लोग इसे फैशन के तौर पर पहनने लगे हैं। लेकिन बिछिया स्त्री के विवाहित होने की निशानी होता है। दुल्हन के सोलह श्रृंगार में शामिल होने वाला बिछिया बहुत ही अहम होता है, यह न सिर्फ आभूषण होता है बल्कि वैवाहिक रिश्ते की मजबूती का भी प्रतीक होता है।

शादी के बाद क्यों पहना जाता है बिछिया?

अक्सर बहुत से लोगों के मन में ये सवाल उठता है कि शादी के बाद महिलाओं को बिछिया पहनना जरुरी क्यों होता है। दरअसल, बिछिये को विवाह की निशानी के रूप में देखा जाता है और सोलह श्रृंगार में ये बहुत जरूरी माना जाता है। शादी के महिलाएं अपने दोनों पैरों की दो या तीन उंगलियों में बिछिया पहनती हैं। जिससे उनके वैवाहिक संबंध सुखद बने रहते हैं। इसके साथ ही बिछिया को ऐसा आभूषण माना जाता है जो माता लक्ष्मी को अपनी ओर आकर्षित करता है। बता दें कि भारतीय संस्कृति के मुताबिक नई बहु घर की लक्ष्मी ही होती है।

यहां पढ़िए चांदी की बिछिया का महत्व

शादी के बाद बिछिया पहनने का यह रिवाज कोई नया नहीं है, यह प्रथा रामायण काल से चली आ रही है। ऐसा कहा जाता है कि रामायण काल में जब सीता माता का अपहरण करके रावण ले जा रहा था तब उन्होंने रास्ते में अपनी बिछियों समेत कई आभूषण निशानी के तौर पर फेंक दिए थे। जिससे की भगवान राम उन्हें आसानी से ढूंढ पाएं। यही कारण है कि बिछिया एक शादीशुदा महिला के सोलह श्रृंगार का जरूरी हिस्सा होता है। जानकारी के लिए बता दें कि बिछिया खासतौर पर पैर की मध्यमा उंगली में पहनते हैं। ऐसा कहा जाता है कि पैर की मध्यमा उंगली का सीधा संबंध आपके दिल से होता है। जब आप पैरों में चांदी की बिछिया पहनती हैं तो इस धातु को चन्द्रमा का कारक माना जाता है। इसलिए चांदी की बिछिया पहनने से पति-पत्नी के संबंध मजबूत होते हैं।

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