Shardiya Navratri 2021 : मां दुर्गा से महिलाओं को जरूर सीखनी चाहिए ये 5 बातें

Shardiya Navratri 2021 : मां दुर्गा से महिलाओं को जरूर सीखनी चाहिए ये 5 बातें
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शक्ति-पूजा के पर्व नवरात्र (Navratri) में देवी की आराधना के साथ हर भारतीय नारी को यह संकल्प भी लेना चाहिए कि वह अबला, असहाय नहीं रहेगी, खुद को एक समर्थ और सबल नारी बनाएगी।

Shardiya Navratri 2021 life lessons learn from Goddess Durga to Every Women : शक्ति-पूजा के पर्व नवरात्र (Navratri) में देवी की आराधना के साथ हर भारतीय नारी को यह संकल्प भी लेना चाहिए कि वह अबला, असहाय नहीं रहेगी, खुद को एक समर्थ और सबल नारी बनाएगी। इसके लिए उसे अपने व्यक्तित्व (Personality) में कुछ जरूरी बदलाव करने होंगे। बहुत-सी ऐसी महिलाएं हैं, जिन्हें आदर्श (Ideal) मानकर उनसे बहुत कुछ सीखा जा सकता है। हम आपको कुछ ऐसे गुणों के बारे में बताएंगे, जिन्हें अपनाकर आप आत्मविश्वास (Confidence) से भर उठेंगी और दुनिया के सामने शक्तिशाली, स्वाभिमानी और सामर्थ्यवान नारी बनेंगी।

1- स्किल को निखाने की लगातार करें कोशिश

खुद को निरंतर निखारने के लिए आपको अपनी स्किल पर काम करना होगा। आप जितना अपनी स्किल को निखारेंगी, उतना ही आपका कॉन्फिडेंस (Confidence) बढ़ेगा। साथ ही आप आत्मनिर्भर भी बनेंगी। इसके लिए आपको मौजूदा माहौल के प्रति कॉन्शस रहना होगा। अपने स्किल्स (Skils) को निखारने के लिए नई तकनीक और सूचनाओं की भी मदद लेनी होगी। ध्यान रखें, आप जितना खुद को निखारेंगी, उतना ही आप अपने काम में महारथ हासिल करेंगी। इस तरह आप कभी भी अपने काम में पिछड़ी नहीं रहेंगी। इसलिए खुद को निरंतर निखारने की कोशिश करती रहें।

2- नेगेटिव कमेंट्स करने वाले से दूर रहें

हमारे आस-पास ऐसे लोगों की कमी नहीं है, जो बिना वजह अपनी राय देते हैं या फिर दूसरों के काम में नेगेटिव कमेंट्स करते हैं। इस तरह के लोगों की वजह से महिलाओं का आत्मविश्वास डगमगा जाता है। आपके साथ ऐसा ना हो, इसके लिए आप इस तरह के लोगों की परवाह करना छोड़ दें। जिस दिन ऐसे लोगों की परवाह करना छोड़ देंगी, खुद में एक पॉजिटिव बदलाव महसूस करेंगी। असल में नेगेटिव कमेंट्स करने वाले वही लोग होते हैं, जो अपनी लाइफ में ज्यादा सफल नहीं होते हैं और बेवजह दूसरों को परेशान करने की कोशिश करते हैं। आपके लिए बेहतर यही होगा, ऐसे लोगों से हमेशा दूर रहें।

3- ओवर इमोशनल होने से बचें

इमोशनल होना अच्छी बात है, लेकिन ओवर इमोशनल होना आपकी सफलता और दृढ़ व्यक्तित्व बनाने की राह में बाधा बनता है। ओवर इमोशनल होने से आप खुद को कमजोर महसूस करेंगी। इससे बचने के लिए आपको अपने अंदर विल पॉवर को स्ट्रॉन्ग करना होगा। साथ ही अपने इमोशंस को कंट्रोल करना भी सीखना होगा। कई पुस्तकों की अमेरिकी लेखिका हेडी ब्राउन कहती हैं, 'अगर किसी ने आपकी किसी कमजोरी या मुश्किल हालात का मखौल उड़ाया है या आपको नीचा दिखाने की कोशिश की है तो उसे चुनौती के रूप में लेते हुए अपने इमोशंस को अपनी ताकत बनाएं और खुद को सबल-समर्थ साबित करके दिखाने की जिद ठानें।'

4- दूसरों की मदद करें

बीस सालों से लगातार समाज सेवा, बच्चों और महिलाओं के लिए विशेष रूप से काम करने के लिए कई बार पुरस्कृत हो चुकीं बोस्टन यूनिवर्सिटी की लिज हैमिल्टन कहती हैं, 'स्ट्रॉन्ग वूमेन अपनी सफलता का जश्न अपने साथ की दूसरी वूमेंस को तरक्की का पथ दिखाकर मनाती हैं। ऐसा आप भी करें। जब आप अपने आस-पास की महिलाओं की दिल खोलकर मदद करेंगी, उन्हें स्वावलंबी बनने की प्रेरणा देंगी, स्वरोजगार के अवसर सुझाएंगी और उनमें सामाजिक जागरुकता पैदा करेंगी तो इससे ना सिर्फ उनका, आपका भी कद ऊंचा होगा। इससे आपका आत्मसम्मान-आत्मविश्वास बढ़ेगा और एक आत्मसंतुष्टि भी मिलेगी। साथ ही आप खुद को सबल-समर्थ और शक्तिशाली महसूस करेंगी।

5- अन्याय के खिलाफ उठाएं आवाज

अगर आपके साथ कहीं भी भेदभाव होता है, अन्याय होता है तो चुप्पी साधकर उसे सहन ना करें, बल्कि उसका विरोध करें। ऐसा आप सिर्फ अपने प्रति ही नहीं, अपनी साथी, रिश्तेदार, सहकर्मी महिलाओं के साथ भी किसी प्रकार की हिंसा, चाहे वह घरेलू हिंसा हो या यौन हिंसा, आर्थिक शोषण या अपमान हो, इसका मुखर होकर विरोध करें। अन्याय के खिलाफ चुप्पी साधना इसे बढ़ावा देना है।

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