सावधान! सोते समय बिल्कुल ना करें यह गलतियां, खतरनाक बीमारियों का हो जाएंगे शिकार

कई लोग ऐसे होते हैं जिन्हें बिल्कुल अंधेरे (Darkness) में सोने की आदत होती है, वहीं कई लोग ऐसे भी होते है जिन्हें अंधेरे से डर लगता है या फिर डिम लाइट (Dim Light) में सोने की आदत होती है। शिकागो में हुई एक स्टडी में लाइट जलाकर सोने से सेहत पर पड़ने वाले बुरे प्रभावों और खतरे के बारे में बात की गई है। शोधकर्ताओं ने चेतावनी जारी करते हुए बताया कि स्टडी के मुताबिक किसी तरह की लाइट या डिम लाइट जलाकर सोने से मोटापा (Obesity), ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) और डायबिटीज (Diabetes) जैसी खतरनाक बीमारियां होने के चांसेस बढ़ जाते हैं।
स्टडी में हुआ यह चौकानें वाला खुलासा
शिकागो (Chicago) में हुई इस स्टडी के ऑथर ने कहा कि थोड़ी सी लाइट भी हमारे शरीर पर बहुत प्रभाव डालती है, उनके मुताबिक डिम लाइट में सोने से भी हार्ट रेट (Heart Rate) और ब्लड ग्लूकोज लेवल (Blood Glucose Level) बढ़ सकता है। वहीं स्वीडन (Sweden) के स्लीप एक्सपर्ट का कहना है कि लम्बे समय से लाइट जलाकर सोने वाले व्यक्तियों में आगे चलकर हृदय संबंधी रोगों (Heart Disease) से ग्रसित होने की संभावना है। शिकागो में हुई इस स्टडी में शोधकर्ताओं ने 552 वयस्क महिलाओं और पुरुषों की नींद को 7 दिन तक ट्रैक किया। यह स्टडी किसी लैब में नहीं बल्कि लोगों की रुटीन जगहों पर की गई थी।
सोते समय इलेक्ट्रॉनिक उपकरण आसपास ना रखें
इस स्टडी में पाया गया कि आधे से भी कम लोग तकरीबन 5 घंटे के लिए अंधेरे रूम में सोते हैं जबकि ज्यादातर लोगों को डिम लाइट (Dim Light) जलाकर सोने की आदत है। स्टडी में सामने आया कि लाइट जलाकर सोने वालों को हाई ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) का खतरा 74 फीसदी, मोटापे (Obesity) का खतरा 82 फीसदी और डायबिटीज (Diabetes) का खतरा 100 फीसदी पाया जाता है। शोधकर्ताओं ने कहा कि इंसान को जितना हो सके अंधेरे (Darkness) में सोने की कोशिश करनी चाहिए। सबसे अहम बात यह है कि सोते समय अपने आस-पास किसी भी तरह का इलेक्ट्रॉनिक उपकरण (Electronic Gadgets) ना रखें और स्लीपिंग मास्क (Sleeping Mask) का इस्तेमाल करें।
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