Sunday Special: स्किन और बाल दोनों के लिए गुणकारी है नीम, जाने इसके औषधीय फायदे

Sunday Special: स्किन और बाल दोनों के लिए गुणकारी है नीम, जाने इसके औषधीय फायदे
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Sunday Special: नीम भारत का सबसे पुराना और मूल निवासी वृक्ष है। इस पेड़ के विभिन्न भागों का लंबे समय से पारंपरिक एशियाई चिकित्सा में उपयोग किया जाता रहा है।अपनी इस स्टोरी में हम आपको नीम और उसके सभी उपयोग के बारे में विस्तार से बताएंगे...

Sunday Special: नीम (Neem) भारत का सबसे पुराना और मूल निवासी वृक्ष है। इस पेड़ के विभिन्न भागों का लंबे समय से पारंपरिक एशियाई चिकित्सा में उपयोग किया जाता रहा है। ऐतिहासिक रूप से, इसका उपयोग दर्द, बुखार और संक्रमण के इलाज के लिए किया जाता रहा है। इसके अलावा नीम की दतून का उपयोग दांतो को साफ करने के लिए किया जाता रहा है। अपनी इस स्टोरी में हम आपको नीम और उसके सभी उपयोग के बारे में (Benefits Of Neem) विस्तार से बताएंगे...

नीम एक अनूठा औषधीय पौधा है जिसमें इसके पत्ते, फूल, बीज, फल, जड़ और छाल सहित इसके सभी भागों का उपयोग किया जा सकता है। सदियों पुरानी पांडुलिपियों के द्वारा इस पेड़ के कुछ ऐतिहासिक अनुप्रयोगों का पता चला है। प्राचीन काल में इसके फूलों का उपयोग पित्त नली के विकारों के इलाज के लिए, इसकी पत्तियों को अल्सर के इलाज के लिए, और इसकी छाल से मस्तिष्क की बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता था। नीम में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीमाइक्रोबियल, एंटीपैरासिटिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीडायबिटिक और घाव भरने वाले गुण होते हैं। इस पौधे पर रिसर्च जारी है। नीम पर होने वाली रिसर्च अभी शुरुआती चरण में है और इससे सामने आया है कि इसमें ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने के साथ साथ आपके बालों, स्किन, दांत, लिवर और किडनी के लिए कई लाभ होते हैं।

बालों के लिए है बेहद खास (Neem For Hair Health)


नीम के फल बालों में होने वाली जूं को भगाने में असरदार है। इसमें मौजूद अज़ादिराच्टिन जूं की प्रजनन शक्ति को बधित करता है। नीम के तेल में पाया जाने वाला एक यौगिक नीम का अर्क और निम्बिडिन, इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुणों के कारण ये डैंड्रफ का भी इलाज कर सकता है। डैंड्रफ और स्कैल्प में जलन स्कैल्प पर फंगल बिल्डअप के कारण हो सकती है। इसके साथ ही नीम का तेल से मालिश करने के कारण सिर में बल्ड सर्कुलेशन को ठीक करता है, जिससे बालों को बढ़ने में मदद मिलती है।

ओरल हेल्थ के लिए भी है जरूरी (Neem benefits for Oral Health)

ओरल हेल्थ के लिए भारत में नीम की दतून का प्रयोग सदियों से होता आया है। नीम के एंटीसेप्टिक, एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सिडेंट और प्रतिरक्षा-बढ़ाने वाले गुण मौखिक स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकते हैं। हालांकि अधिक शोध की आवश्यकता है, अध्ययनों से संकेत मिलता है कि नीम दर्द से राहत दे सकता है और मसूड़े की सूजन, पीरियोडोंटाइटिस और दांतों की सड़न के इलाज में मदद कर सकता है। इसके अलावा, टेस्ट-ट्यूब अध्ययनों से पता चलता है कि नीम आपके दांतों की सतह को उपनिवेशित करने की बैक्टीरिया की क्षमता को कम कर सकता है, इस प्रकार ये प्लैक को भी कम करता है।

स्किन के लिए भी है लाभकारी (Neem Uses For Skin Treatment)


नीम के बीज का तेल फैटी एसिड से भरपूर होता है, जिसमें ओलिक, स्टीयरिक, पामिटिक और लिनोलिक एसिड शामिल हैं। सामूहिक रूप से, इन फैटी एसिड में एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सिडेंट और रोगाणुरोधी गुण होते हैं जो स्वस्थ त्वचा को बढ़ावा देते हैं। इसके साथ ही ये एक्ने के ट्रीटमेंट में भी असरदार है। अगर आप नीम का जूस या पानी पीते हैं तो ये आपके बल्ड को शुद्ध करता है, जिससे स्किन की समस्याओं जैसे फोड़े- फुंसी और एक्ने से राहत मिलती है।

किडनी और लिवर की हेल्थ बढ़ाने में असरदार (Liver and Kidney Health)

नीम के एंटीऑक्सिडेंट और इंफ्लेमेटरी गुण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से लड़ने में मदद कर सकते हैं, जो बदले में लिवर और किडनी के स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकता है। कैंसर की दवा, दर्द निवारक और मनोविकार रोधी दवाओं सहित कुछ दवाएं ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस पैदा करती हैं, जिससे आपके लिवर और किडनी में टिशु डैमेज हो सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक चूहों पर हुई एक स्टडी में ये बात सामने आई कि नीम की पत्ती का अर्क उच्च खुराक वाले एसिटामिनोफेन से प्रेरित लिवर डैमेज को कम करता है। एक अन्य स्टडी के कीमोथेरिपी के कारण हुए किडनी डैमेज में भी नीम के कारण सुधार देखने को मिला। हालांकि ये स्टडी अभी तक चूहों पर हुई है और इंसानों पर इसका प्रयोग किया जाना अभी बाकि है।

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