तब बच्चे की अच्छी होगी एग्जाम प्रिपरेशन

तब बच्चे की अच्छी होगी एग्जाम प्रिपरेशन
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एग्जाम शुरू होने से पहले के कुछ दिन बहुत इंपॉर्टेंट होते हैं। इस दौरान अच्छी तैयारी के लिए बच्चों को ध्यान से पढ़ना होता है। लेकिन कुछ बच्चे सही तरह से एग्जाम की तैयारी नहीं कर पाते हैं। ऐसे में पैरेंट्स, उनको कुछ एग्जाम प्रिपरेशन टिप्स फॉलो करने को कहें।

कोरोना की वजह से अब तक बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे थे, ऐसे में उन्हें क्लासरूम स्टडी का माहौल नहीं मिला। ऑनलाइन स्टडी में कई दिक्कतों का सामना भी बच्चों ने किया। लेकिन अब स्कूल खुल गए हैं, परीक्षाएं भी जल्द होंगी। ऐसे में बहुत जरूरी है कि बच्चों की एग्जाम की तैयारी अच्छे से हो। हालांकि टाइम कम बचा है लेकिन बच्चे कुछ बातों पर अमल करके एग्जाम की तैयारी कर सकते हैं। इसमें पैरेंट्स की गाइडेंस उनके लिए बहुत हेल्पफुल होगी।

सब्जेक्ट समझने को कहें

कुछ बच्चे एग्जाम प्रेशर में सब्जेक्ट को बिना समझे तेजी से रीड करते चले जाते हैं या उन्हें रटने लगते हैं। ऐसा करने के बजाय उन्हें सब्जेक्ट समझकर पढ़ने को कहें। अगर बच्चे सब्जेक्ट को रटने की बजाय समझकर पढ़ेंगे तो दोहरा फायदा होगा। पहला, यह कि बच्चों में पढ़ाई को लेकर इंट्रेस्ट डेवलप होगा। दूसरा, अगली बार उसी सब्जेक्ट या टॉपिक को वे पढ़ेंगे तो स्पीड से रिवाइज कर पाएंगे। कहने का मतलब है कि समझे हुए सब्जेक्ट को पढ़ने में समय कम लगता है। ऐसा करने पर एग्जाम में बच्चे अपने हिसाब से भी आंसर लिख पाते हैं। इससे उनकी मेंटल एबिलिटी भी बढ़ती है।

टफ वर्ड की मीनिंग समझाएं

स्टडी प्रेशर की वजह से रीडिंग करने के दौरान कई बच्चे टफ वर्ड यानी मुश्किल शब्दों का अर्थ समझे बिना आगे बढ़ जाते हैं। इससे उन्हें टॉपिक समझ में नहीं आता है। ऐसा न हो इसके लिए बच्चे को कहें कि रीडिंग करते समय टफ वर्ड को अंडरलाइन कर लें। बाद में आप उसे उन टफ वर्ड्स का अर्थ समझा दें। ऐसा होने पर बच्चे के एग्जाम की तैयारी बहुत अच्छी होगी। इससे सब्जेक्ट को रिवाइज करना बच्चे के लिए आसान हो जाता है।

शब्द पढ़ने की क्षमता बढ़ाएं

एग्जाम से पहले हर सब्जेक्ट के हर टॉपिक को टाइम पर रिवाइज करना होता है। इसके लिए जरूरी है कि जब बच्चे पढ़ें तो इस बात पर ध्यान दें कि वह एक नजर में कितने शब्दों को देख और समझ रहा है। प्रैक्टिस से ऐसे शब्दों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। ऐसा करने से पढ़ने की स्पीड बढ़ती है, इससे हर सब्जेक्ट का रिवीजन आसानी से और जल्दी हो जाता है।

प्लानिंग के साथ करवाएं रिवीजन

एग्जाम प्रेशर में कुछ बच्चे कोई भी टॉपिक लेकर रिवाइज करने लगते हैं। बच्चों को समझाएं कि वे टफ टॉपिक के प्वाइंट्स को ध्यान से पढ़ते हुए धीरे-धीरे रिवाइज करें, वहीं पहले से समझे हुए ईजी टॉपिक को तेजी से रिवाइज करें। कहने का मतलब है कि बच्चे प्लानिंग के साथ अलग-अलग सब्जेक्ट्स को रिवाइज करें। इससे वे आसानी से टाइम मैनेजमेंट कर पाएंगे और सभी सब्जेक्ट्स को अच्छी तरह रिवाइज कर लेंगे।

गैजेट्स से बढ़ाएं दूरी

कोरोना काल में बच्चों के स्क्रीन टाइम में काफी बढ़ोतरी हुई। ऑनलाइन क्लासेज के अलावा समय बिताने के लिए बच्चों ने गैजेट्स का खूब यूज किया। लेकिन अब एग्जाम की तैयारी में आपको यह तय करना चाहिए कि बच्चे मोबाइल या लैपटॉप का कितना इस्तेमाल करें? अनावश्यक रूप से गैजेट्स में बिजी रहने से बच्चों के कंसंट्रेशन और हेल्थ पर भी बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए सब्जेक्ट्स रिवीजन के दौरान जब जरूरी हो तभी बच्चे गैजेट्स का यूज करें, इस बात का ध्यान पैरेंट्स को रखना चाहिए।


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