Diwali Destination: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच दिवाली में कर रहे घूमने का प्लान, तो नासिक की इन जगहों की करें सैर

Diwali Destination: दिवाली का पर्व हिंदू-धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस त्योहार का लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं। बढ़ते पॉल्यूशन के साथ दिल्ली में बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ गया है। दिवाली के दौरान दिल्ली का माहौल और खतरनाक हो सकता है। पटाखों और पराली से निकलने वाला धुंआ वातावरण को इस कदर प्रदूषित कर देता है कि इसमें सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है। सांस की दिक्कतों से जूझ रहे लोगों के लिए परेशानी और भी बढ़ जाती है। ऐसी सिचुएशन से बचने के लिए अगर आप शहर से बाहर जाने का प्लान कर रहे हैं, तो नासिक की इन जगहों पर अवश्य जाएं।
नासिक में घूमने वाली जगहें
अंजनेरी हनुमान मंदिर
श्रीराम के भक्त हनुमान का जन्म स्थल नासिक में है, जो इस नासिक शहर से महज 28 किमी की दूरी स्थित है। अंजनेरी हनुमान मंदिर में हनुमान जी की मां अंजनी की बेहद सुंदर और आर्कषक प्रतिमा मौजूद है। इस जगह पर एक अलग ही आनंद और सुकून का एहसास होता है। अगर आप भी व्यस्त जिंदगी से दूर सुकून की जगह पर आना चाहते हैं, तो इस जगह पर जरूर आएं।
त्र्यंबकेश्वर मंदिर
नासिक शहर से 35 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद गौतमी नदी के तट पर त्र्यंबकेश्वर मंदिर स्थित है। महादेव के बारह ज्योतिर्लिगों में से श्री त्र्यंबकेश्वर का दसवां स्थान है। मंदिर के अंदर तीन छोटे-छोटे लिंग मौजूद है। इन्हें ब्रह्मा, विष्णु और शिव का प्रतीक माना जाता है। काले पत्थरों से बना ये मंदिर आकर्षण का केन्द्र है।
राम कुंड
एडवेंचर और नेचर लवर के साथ ही अगर आप धार्मिक प्रवृत्ति के हैं, तो नासिक में कई स्थान हैं, जहां जाकर आप शांति के पल बिता सकते हैं। नासिक में मौजूद राम कुंड को लेकर ऐसा कहा जाता है कि इस कुंड में भगवान राम ने स्नान किया था। इस कुंड को लेकर ये भी मान्यता है कि इस कुंड में मरे हुए व्यक्ति की अस्थियां प्रवाहित करने से उसकी आत्मा को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
सुला वाइनयार्ड
अक्सर लोग वीकेंड पर ट्रेकिंग, हाइकिंग जैसे एडवेंचर और मंदिरों, गुफाएं, म्यूज़ियम्स को एक्सप्लोर करने का प्लान करते हैं। लेकिन इस दिवाली आप नासिक आकर कुछ अलग चीज ट्राई कर सकते हैं। नासिक के सुला वाइनयार्ड आकर आप वेस्टर्न ट्रैवल कल्चर की झलक देख सकते हैं। मुंबई से करीब180 किलोमीटर की दूरी पर नासिक शहर खासतौर से वाइनयार्ड के लिए फेमस है। इस जगह पर एक छोटा सा गांव है डिंडोरी, जो पहाड़ों और छोटी सी झील से घिरा हुआ है। इस गांव में देश का मशहूर सुला वाइनयार्ड स्थित है। इस जगह पर रोजाना 8 से 9 हजार टन अंगूरों को क्रश करके वाइन बनाई जाती है।
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