Travel News: गंगा के किनारे बसे इन शहरों में सूकून खोजते हैं विदेशी लोग

Travel News: आज के समय में लोग अपनी भागदौड़ भरी जिंदगी में काफी बिजी हैं। सारा दिन काम करते-करते लोगों का जीवन भी मशीन की तरह हो गया है। जीवन वक्त के साथ ही नहीं, बल्कि वक्त के अनुसार चलता है। वहीं, कुछ लोग व्यस्त भरी जिंदगी से अपने लिए थोड़ा समय निकालते हैं और अलग-अलग जगहों पर जाकर लुत्फ उठाते हैं। कई लोग पहाड़ पर घूमने निकल जाते हैं, तो कुछ लोग धार्मिक स्थल पर घूमने के लिए निकल जाते हैं। इन्हीं लोगों में से कुछ का सपना होता है कि वह गंगा किनारे बैठकर कुछ सुकून भरे पल को जिएं।
ऐसा कहा जाता है कि गंगा जहां से गुजरती है, वह स्थान पवित्र और निर्मल हो जाता है। जहां से गंगा गुजरती है, वो स्थान खूब तरक्की करता है। अधिकतर लोग ऐसे स्थान पर जाना काफी पसंद करते हैं। आज हम भारत की ऐसी जगहों के बारे में बात करेंगे, जहां जाने के लिए विदेशी पर्यटक काफी उत्साहित रहते हैं।
देवप्रयाग
उत्तराखंड में स्थित देवप्रयाग प्राचीन और प्रसिद्ध तीर्थनगरी है। हर साल लाखों पर्यटक यहां घूमने आते हैं। देवप्रयाग समुद्र तल से लगभग 1500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। अगर आप ऋषिकेश घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो देवप्रयाग जरूर जाएं। ऋषिकेश से देवप्रयाग की दूरी 70 किलोमीटर है। देवप्रयाग में भागीरथी और अलकनंदा का संगम है। उत्तराखंड के पांच प्रयागों में से एक देवप्रयाग को माना जाता है।
ऋषिकेश
गंगा नदी पहाड़ों से निकलकर पहली बार जिस क्षेत्र में आती है, वो ऋषिकेश है। इस स्थान को भारत का सबसे प्रसिद्ध तीर्थस्थल माना जाता है। ये शहर हिमालय की निचली पहाड़ियों से घिरे होने के कारण अधिक निर्मल और पवित्र हो जाता है। कई लोग ऋषिकेश को अध्यात्म का केंद्र मानते हैं।
प्रयागराज
प्रयागराज यानी की इलाहाबाद तीर्थ और धर्म के हिसाब से काफी महत्वपूर्ण है। इस शहर में 2019 के कुंभ मेले के बाद काफी बदलाव आ गया है, लेकिन फिर भी ये शहर अपने आपको पुरानी चीजों में समेटे हुए है। इलाहाबाद को यमुना, गंगा, सरस्वती इन तीन नदियों का संगम माना जाता है।
वाराणसी
भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग हैं, उनमें से ही एक काशी विश्वनाथ वाराणसी में स्थित है। कई लोग वाराणसी को बनारस के नाम से जानते हैं। बनारस दुनिया का सबसे पुराना शहर है। ऐसा कहा जाता है कि अगर आप एक बार काशी जाएंगे, तो वहीं के होकर रह जाएंगे।
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