यहां जमीन पर नहीं बल्कि दीवारों पर खेती होती है, जानें क्या है इसके पीछे का कारण

यहां जमीन पर नहीं बल्कि दीवारों पर खेती होती है, जानें क्या है इसके पीछे का कारण
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दुनिया में ऐसी कई जगह हैं जहां दीवार भी खेती होती है। इसे वर्टिकल फार्मिंग कहते हैं। यह धीरे धीरे लोगों के बीच काफी लोकप्रिय होता जा रहा है। इसी बीच आज हम आपको इससे जुड़ी तमाम जानकारी बताने जा रहे हैं। तो आइए इसे विस्तार से जानते हैं।

यह तो सभी को पता है कि खेती जमीन पर की जाती है। लेकिन अगर आपको पता चले कि दुनिया नें कुछ ऐसी जगहें भी हैं। जहां दीवारों पर खेती की जाती है, तो शायद आप हैरान रह जाएं। वहीं आपको बता दें कि दुनिया में ऐसी कई जगह हैं जहां दीवार भी खेती होती है। इसे वर्टिकल फार्मिंग कहते हैं। यह धीरे धीरे लोगों के बीच काफी लोकप्रिय होता जा रहा है। इसी बीच आज हम आपको इससे जुड़ी तमाम जानकारी बताने जा रहे हैं। तो आइए इसे विस्तार से जानते हैं।

यहां वर्टिकल फार्मिंग होती है

आपको बता दें कि इजरायल के साथ साथ और भी कई देश हैं जहां वर्टिकल फार्मिंग होती है। दरअसल यहां खेती के लिए जमीन कम है। जिस वजह से यहां के लोग दीवार पर खेती करना बेहतर समझते हैं। इस टेकनीक को इजरायल, अमेरिका, चीन और भी कई देश इसे अपना रहे हैं।

कंप्यूटर को यूज किया जाता है

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दीवार पर खेती करने के लिए कंप्यूटर को यूज किया जाता है। इसके लिए छोटे छोटे गमलों नें पौधे लगाकर दीवारों पर इस तरीके से लगाया जाता है कि वो गिरे नहीं। इसकी सिंचाई करने के लिए कंप्यूटर का यूज किया जाता है। गेंहू अनाज को उगाने के लिए यूनिट्स को दीवारों से थोड़ी देर के निकाल कर फिर से दिवार पर लगा दिया जाता है। इन फसलों को उगाने के लिए बूंद बूंद की सिंचाई की टेकनीक को अपनाया जाता है।

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ध्वनि प्रदूषण का प्रभाव भी कम होता है

इस टेकनीक को देशों में अपनाया जा रहा है। इससे जमीन की बचत तो होती हैं। साथ घर का तापमान भी सही रहता है। इससे इसके आसपास के वातावरण में खुश्बू भरा होता है। वहीं वर्टिकल फार्मिंग से ध्वनि प्रदूषण का प्रभाव भी कम होता है।

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