सावधान! गोभी ही नहीं ये सब्जियां भी पहुंचाती हैं दिमाग में कीड़े, जानें किन लक्षणों से चलेगा गंभीर बीमारी का पता

These Vegetables Contain Brain Worms: आपने गोभी के फूल को लेकर अक्सर ये सुना होगा कि इन्हें खाने से दिमाग में कीड़े होने का खतरा बना रहता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गोभी के अलावा और भी कई सब्जियां जिनका सेवन करने से आपको दिमाग में कीड़े होने और सूजन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अगर आप भी बाहर फास्ट फूड खाने के शौकीन हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको ऐसी सब्जियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनमें मौजूद कीड़े आपको दिखते नहीं हैं। लेकिन ये दिमाग में घुसकर आपकी जिंदगी तबाह कर सकते हैं। रोजमर्रा में खाई जाने वाली कई और सब्जियों में ऐसे ही कीड़े मौजूद होते हैं, जो दिमाग में घुस कर आपको सायस्टिकरकोसिस नामक बीमारी का शिकार बना देते हैं। ये दिमाग की वो गंभीर बीमारी है, जिसमें स्किन या मसल्स में गांठ बन जाती है। जिसके बाद ये समस्या दिमाग और रीढ़ की हड्डी तक फैलकर सिरदर्द और दौरे पड़ने का कारण बनती है।
आइये अब जानें सिस्टीसर्कोसिस क्या है?
सिस्टीसर्कोसिस (Cysticercosis) एक पैरासिटिक टिशू इंफेक्शन (parasitic tissue infection) है जो टैपवार्म टीनिया सोलियम (tapeworm Taenia solium) के लार्वा सिस्ट (larval cysts) के कारण होता है। ये लार्वा अल्सर, दिमाग में सूजन, मांसपेशियों या अन्य टिशू को संक्रमित करते हैं। बता दें कि लोगों में लम्बे समय तक इस बीमारी के कोई भी लक्षण नहीं दीखते हैं। कई मामलों में बहुत कम लक्षण दिखते हैं। इससे स्किन और मसल्स में गांठ बनने लगती है, महिनों या वर्षों के बाद इन गांठों में दर्द होता है और सूजन भी हो सकती है। आमतौर पर लोगों में दौरे पड़ने का यह सबसे आम कारण है।
शरीर में कैसे पहुंचता ये कीड़ा
कुछ सब्जियों में इन कीड़ों के अंडे उन्हें धोने या गर्म पानी में रखने के बाद भी नहीं मरते और खाने के साथ ये पेट, आंत और फिर दिमाग तक पहुंच जाते हैं। बता दें कि सब्जियों के पत्ते और बीज में नैनो वर्म्स और उनके अंडे सब्जी पकने के बाद भी रह जाते हैं। बता दें कि पत्ता गोभी में सबसे पहले टैमवर्म होने की बात सामने आई थी लेकिन अब हम आपको बताएंगे की ऐसी कौन सी सब्जियां जिसमें इस तरह के कीड़े और उनके अंडे होते हैं।
अरबी के पत्ते (Arbi Leaves)
अरबी के पत्तों में टैपवार्म और इनके अंडे होने की संभावना होती हैं। वहीं कई बार ये पत्ते इनके लार से भी दूषित हो सकते है। बारिश और नमी वाले मौसम में तो ये पत्ते इन कीड़ों के लिए प्रजनन स्थल की तरह काम करते हैं। ऐसे में इन पत्तों को खाने में शामिल करने से पहले गर्म पानी से अच्छे से साफ करें।
बैंगन (Brinjal)
सर्दियों में लोग बैगन का भरता खाना बहुत पसंद करते हैं। बैंगन में अगर कहीं भी कीड़ा नजर आ जाता है तो आप उस पर ज्यादा ध्यान न देते हुए उसे हटा देते होंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं की इसके बीजों में भी टैपवार्म के अंडे हो सकते हैं।
कुंदरू (Kundru)
कुंदरू खाने के बहुत से नुकसान होते हैं और उन्हीं में से एक दिमाग के कीड़े भी है। दरअसल, कुंदरू में इन छोटे-छोटे कीड़ों के होने की संभावना बहुत ज्यादा होती है। खासकर की पीले कुंदरू में ये अधिक मात्रा में हो सकते हैं।
परवल (Parwal)
परवल के बीजों में भी यह कीड़ा हो सकता है। इसलिए इसके बीजों को हमेशा अलग कर दें। अगर परवल सड़ा या कीड़े वाला हो तो उसके एक हिस्से को काटकर फेंकने की जगह पूरा परवल फेंक दें।
शिमला मिर्च (Capsicum)
शिमला मिर्च के बीज में कीड़ों के अंडे भी हो सकते हैं। ये कीड़े इतने छोटे होते हैं आप इन्हें बिना माइक्रोस्कोप के अपनी आंखों से नहीं देख पाएंगे। शिमला मिर्च के बीज में इसके अंडे अगर खा लिए जाएं तो इसके कीड़े दिमाग में पहुंच जाते हैं।
कैसे पता चलेगा दिमाग में कीड़े हैं
- सिर में अचानक से तेज़ दर्द का उठना या लगातार बिना किसी वजह के दर्द होते रहना।
- उल्टी आने जैसा महसूस होते रहना।
- शरीर का तालमेल बैठाने में दिक्कत होना।
- नजर कमजोर होना या दिखाई देने धीरे-धीरे बंद होना।
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