लोगों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है Rabies, जानें इसके लक्षण और बचाव के तरीेके

Rabies: रेबीज एक घातक वायरल बीमारी है, जो संक्रमित जानवर के काटने से फैलती है। यह बीमारी मस्तिष्क और नर्वस सिस्टम को प्रभावित करती है। यह हर साल हजारों लोगों की मौत का कारण बनता है।
रेबीज कैसे होता है?
रेबीज वायरस संक्रमित जानवरों के लार में पाया जाता है। जब कोई संक्रमित जानवर किसी व्यक्ति को काटता है, तो वायरस उस व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाता है। वायरस आमतौर पर काटने के स्थान से मस्तिष्क तक जाता है, जहां यह संक्रमण फैलाता है।
रेबीज वायरस वाले जानवरों में शामिल हैं:
कुत्ते
बिल्लियां
बंदर
लोमड़ी
उल्लू
चमगादड़
रेबीज के लक्षण क्या होते हैं?
रेबीज के लक्षण आमतौर पर काटने के बाद 1-3 महीने में दिखाई देते हैं। हालांकि, कुछ मामलों में लक्षण 2 सप्ताह या 1 साल बाद भी दिखाई दे सकते हैं।
रेबीज के शुरुआती लक्षण में शामिल हैं-
बुखार
सिरदर्द
थकान
मांसपेशियों में दर्द
भूख न लगना
गले में खराश
बीमारी के बढ़ने पर दिखने वाले लक्षण
पानी से डर (हाइड्रोफोबिया)
बेचैनी
भ्रम
दौरे
लकवा
रेबीज का इलाज क्या है?
रेबीज के लिए कोई इलाज नहीं है। हालांकि, अगर किसी व्यक्ति को रेबीज का खतरा है, तो उन्हें पोस्ट-एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस (PEP) दिया जा सकता है। PEP एक टीकाकरण और एंटीरैबीज इम्यूनोग्लोबुलिन (RIG) का संयोजन है। PEP का उपयोग संक्रमण को रोकने के लिए किया जा सकता है, लेकिन यह 100% प्रभावी नहीं है।
रेबीज से बचाव कैसे करें?
रेबीज से बचाव के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं-
आवारा जानवरों के संपर्क से बचें।
पालतू जानवरों को नियमित रूप से वैक्सीन लगवाएं।
अगर कोई जानवर आपको काटता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
रेबीज के बारे में जागरूकता बढ़ाना बेहद जरूरी है। रेबीज एक घातक बीमारी है, लेकिन इस पर काबू पाना संभव है।
रेबीज के बारे में अधिक जानकारी
रेबीज वायरस मस्तिष्क के कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है, जिससे लकवा, भ्रम और मृत्यु हो सकती है।
रेबीज एक संक्रामक बीमारी है, लेकिन यह केवल संक्रमित जानवर के काटने से फैलती है।
रेबीज के लिए कोई इलाज नहीं है, इसलिए रोकथाम महत्वपूर्ण है।
डॉक्टर से करें संपर्क
अगर आपको रेबीज के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
जैसा कि आप जानते है रेबीज एक खतरनाक बीमारी है, लेकिन अगर जल्दी से इलाज किया जाए तो इस बीमारी पर कंट्रोल किया जा सकता है।
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