Vitamin P: डायबिटीज का शिकार होने से बचना चाहते हैं, तो करें विटामिन P का सेवन

Vitamin P:  डायबिटीज का शिकार होने से बचना चाहते हैं, तो करें विटामिन P का सेवन
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Vitamin P: विटामिन हमारे शरीर को कई बीमारियों से बचाने का काम करते हैं, जिसके बारे में हम सभी भली-भांति जानते हैं। लेकिन क्या आपको विटामिन पी के बारे में पता है कि यह हमारे शरीर के लिए कितना जरूरी है। विटामिन पी, जिसे फ्लेवोनोइड्स के रूप में भी जाना जाता है। जानिए, इस विटामिन से होने वाले फायदे...

Vitamin P: बदलते खान-पान के कारण मानव शरीर में तरह-तरह की बीमारियां अपना घर बनाती जा रही हैं। आज के समय में शायद ही कोई व्यक्ति ऐसा होगा, जिसे किसी भी प्रकार की बीमारी न हुई हैं। आज के दौर में बढ़ रही बीमारियों को देखते हुए यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कब किसको क्या बीमारी हो जाए। शरीर को बीमारियों से बचाने के लिए इंसान को भरपूर मात्रा में पोषण की जरूरत होती है, जिसके लिए लोग तरह-तरह के फल और सब्जियों का सेवन करते हैं। हम सभी ने बचपन से तरह-तरह के विटामिन जैसे A, B, C, D, E और K के बारे में पढ़ते और सुनते आ रहे हैं। लेकिन क्या आपने कभी विटामिन P के बारे में पढ़ा और सुना है। शायद नहीं, तो जानिए विटामिन P के बारे में...

विटामिन P

विटामिन की दुनिया में ऐसे बहुत से नाम हैं, जिनके बारे में शायद ही हम जानते हैं। बता दें कि विटामिन P दरअसल फाइटो न्यूट्रिएंट्स होते हैं। ये विटामिन एंटीऑक्सीडेंट गुणों का घर माने जाते हैं। सभी विटामिन की तरह ये विटामिन भी आपके शरीर के लिए बेहद जरूरी और फायदेमंद है। यह वास्तविक विटामिन नहीं, लेकिन एंटीऑक्सिडेंट गुणों के साथ यह फाइटोन्यूट्रिएंट्स का एक वर्ग है

विटामिन P से भरपूर खाद्य पदार्थो

साइट्रस फल

संतरे, नींबू, अंगूर और अन्य खट्टे फल फ्लेवोनोइड्स से भरपूर होते हैं।

डार्क चॉकलेट

उच्च गुणवत्ता वाले डार्क चॉकलेट, 70% या उससे अधिक की कोको सामग्री के साथ, कैटेचिन और प्रोसीनिडिन जैसे फ्लेवोनोइड होते हैं।

जामुन

ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, रास्पबेरी और ब्लैकबेरी एंथोसायनिन जैसे फ्लेवोनोइड्स के उत्कृष्ट स्रोत हैं।

सेब

सेब में फ्लेवोनोइड्स होते हैं जिन्हें क्वेरसेटिन कहा जाता है, विशेष रूप से उनकी त्वचा में लाल और पीली किस्मों का स्तर उच्च होता है।

हरी चाय

ग्रीन टी कैटेचिन में समृद्ध है, एक प्रकार का फ्लेवोनोइड है, जो स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। विभिन्न पोषक तत्वों में ग्रीन टी भी प्रचुर मात्रा में फ्लेवोनोइड्स पाया जाता है।

लाल शराब

रेड वाइन, मॉडरेशन में, रेवेराट्रोल जैसे फ्लेवोनोइड्स होते हैं, जिनमें संभावित हृदय-सुरक्षात्मक प्रभाव होते हैं. हालांकि, अधिकांश मादक पेय पदार्थों की तरह, आपको मॉडरेशन में रेड वाइन पीने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।

पत्तेदार साग

पालक और ब्रोकोली जैसी सब्जियां फ्लेवोनोइड्स के अच्छे स्रोत हैं, मुख्य रूप से क्वेरसेटिन के रूप में। वे कैलोरी में भी कम हैं और नाटकीय रूप से आपकी कैलोरी को बदले बिना विभिन्न पोषक तत्वों के सेवन को बढ़ावा दे सकते हैं।

शरीर को बीमारियों से बचाने में करते हैं मदद

ये विटामिन डायबिटीज, दिल की बीमारी, कैंसर, गठिया, एलर्जी और अस्थमा जैसी गंभीर बीमारियों के खतरे से बचाने का काम करता है। कुछ बायोफ्लेवोनॉइड्स में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो शरीर में होने वाली सूजन को कम करने में मदद करते हैं। बायोफ्लेवोनॉइड्स की खूबियाें की बात करें तो ये इम्यूनिटी को मजबूत रखने के साथ-साथ बॉडी को इन्फेक्शंस और गंभीर बीमारियों से बचाने का काम करता है।

डायबिटीज होने का खतरा 5 प्रतिशत हो जाता है कम

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 300 मिलीग्राम फ्लेवोनोइड का प्रतिदिन सेवन करने से डायबिटीज होने का खतरा 5 प्रतिशत तक कम हो जाता है। इनमें खट्टे फलों, सेब, हरी चाय, जामुन, डार्क चॉकलेट, ब्रोकोली आदि का सेवन कर फ्लेवोनोइड प्राप्त कर सकते हैं।

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Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाओं की Haribhoomi.com पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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